Navi से UPI पेमेंट करने पर अब मिलेगा कैशबैक और रिवार्ड्स, क्या टक्कर दे पाएगी PhonePe-Google Pay को?



सचिन बंसल की फिनटेक ऐप नवी (Navi) पर अब यूपीआई (UPI) पेमेंट करने पर रिवार्ड्स और कैशबैक मिलेगा। एक यूपीआई ट्रांजैक्शन पर क्वाइन्स मिलेंगे और 10 क्वाइन की वैल्यू एक रुपये के बराबर होगी। यह रिवार्ड सिस्टम क्रेडिट कार्ड के रिवार्ड सिस्टम की ही तरह है। हालांकि यूजर्स को कितने क्वाइंस मिलेंगे, यह यूजर्स की किस्मत और ट्रांजैक्शन पर निर्भर करेगी। वहीं रेफरल सिस्टम भी लाया गया है यानी कि अगर किसी मित्र या परिजन को इस ऐप का इस्तेमाल करने के लिए रेफर करते हैं और वह शख्स इस ऐप के जरिए डिजिटल गोल्ड खरीदता है या म्यूचुअल फंड खाता शुरू करता है तो रेफर करने वाले यूजर को रिवार्ड मिलेगा।

फ्लिपकार्ट (Flipkart) के को-फाउंडर ने सचिन बंसल हाल ही में मनीकंट्रोल से बातचीत में कहा था कि यूपीआई के लिए नवी मार्केटिंग शुरू करने वाली है और दिग्गजों को टक्कर देने के लिए नई तरीके लेकर आएगी। हाल ही में नवी ने गूगल प्लेस्टोर पर अपने ऐप को Navi: UPI, Investments and Loans के रूप में फिर से पेश किया है।

अभी UPI मार्केट में कितनी है हिस्सेदारी?

नवी ने ऐसे समय में कैशबैक और रिवार्ड का ऑफर पेश किया जब यूपीआई से लेनदेन पर दो ही कंपनियों के कब्जे के चलते आशंकाएं जताई जा रही हैं। यूपीआई के जरिए 85 फीसदी से अधिक लेन-देन वालमार्ट की फोनपे और गूगलपे के जरिए होता है। वहीं पेटीएम का मार्केट शेयर मार्च में सालाना आधार पर करीब 13 फीसदी से गिरकर करीब 9 फीसदी पर रह गया। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के आंकड़ों के मुताबिक मार्च में नवी ने यूपीआई प्लेटफॉर्म पर 94 करोड़ रुपये के 30 लाख लेनदेन किए।

यूपीआई का काम एनपीसीआई संभालती है और इसके आंकड़ों के मुताबिक यूपीआई के जरिए सबसे अधिक पेमेंट फोनपे पर हुआ। फोनपे पर 650 करोड़ ट्रांजैक्शंस में 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक का लेन-देन हुआ है। NPCI को उम्मीद है कि बाकी कंपनियों सिर्फ दो ही कंपनियों के कब्जे की स्थिति नहीं आने देंगी लेकिन क्रेड, एमेजॉन पे, स्लाइस और वाट्सऐप पे जैसे प्लेयर्स आक्रामक मार्केटिंग और कैशबैक के बावजूद बाजार में गंभीर पैठ बनाने में विफल रहे हैं।

Navi के लिए कितना आसान होगा आगे का सफर?

मनीकंट्रोल को बैंकिंग सूत्रों से जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक नवी ने इस साल यूपीआई से जुड़े प्रचार के लिए 200 करोड़ रुपये का बजट फिक्स किया है। एक सीनियर बैंकर के मुताबिक यूपीआई के लिए जो बजट तय किया गया है, वह काफी अच्छा है। बैंकर के मुताबिक 6-7 फीसदी मार्केट शेयर हासिल करने के लिए एक महीने में करीब 100 करोड़ ट्रांजैक्शंस होने चाहिए। ऐसे में बैंकर ने कहा कि सफर अभी लंबा है और इसे तय करने के लिए कैशबैक से भी अधिक कदम उठाने होंगे। नवी के एक सीनियर एग्जेक्यूटिव्स का कहना है कि यूपीआई मार्केट में डुओपॉली यानी फोनपे और गूगलपे के कब्जे को तोड़ना मुश्किल होगा लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि इसमें कैशबैक वार होगा और इससे ग्राहकों को ही फायदा होगा।

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