मुंबई14 मिनट पहले
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देश की सबसे बड़ी प्राइवेट कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही के नतीजे 14 अक्टूबर को घोषित करेगी। कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि 30 सितंबर को समाप्त तिमाही और छमाही नतीजों की घोषणा के लिए बोर्ड की मीटिंग रखी गई है।
मीटिंग से पहले आज यानी, शुक्रवार (11 अक्टूबर) को रिलायंस का शेयर 2747 रुपए पर फ्लैट कारोबार कर रहा है। बीते एक महीने में शेयर ने 5% का निगेटिव रिटर्न दिया है। वहीं इस साल शेयर केवल 6% चढ़ा है। एक साल में इसने 17% से ज्यादा रिटर्न दिया है।
Q1FY25 में कंपनी का मुनाफा सालाना आधार पर 5.45% कम रहा था
वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुनाफे में सालाना आधार पर 5.45% की गिरावट आई थी। अप्रैल-जून तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज का मुनाफा 15,138 करोड़ रुपए रहा। वहीं, एक साल पहले की इसी तिमाही में कंपनी का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट 16,011 करोड़ रुपए रहा था।
हालांकि, कंपनी की आय (रेवेन्यू) सालाना आधार पर 12.04% की बढ़ी थी। Q1FY25 में कंपनी की आय 2,36,217 करोड़ रुपए रही। एक साल पहले समान तिमाही में कंपनी ने 2,10,831 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया था। कंपनी ने शुक्रवार 19 जुलाई को मार्केट बंद होने के बाद नतीजे जारी किए थे।
कंपनी के चार मेन सेगमेंट है- ऑइल टू केमिकल, ऑयल एंड गैस, रिटेल, और जियो। यहां हम एक-एक कर सभी का परफॉर्मेंस बता रहे हैं…
1. रिलायंस जियो: डेटा उपयोग के मामले में दुनिया का सबसे बड़ा टेलीकॉम ऑपरेटर बना
- भारत का नंबर 1 टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर, रिलायंस जियो डेटा उपयोग के मामले में दुनिया का सबसे बड़ा टेलीकॉम ऑपरेटर बन गया है। जून तिमाही में जियो के नेटवर्क पर लगभग 45 एक्साबाइट डेटा की खपत हुई, जो पिछले वर्ष की तुलना में 33% ज्यादा है।
- टेलिकॉम कंपनियों के प्रदर्शन को मापने के लिए ऐवरेज रेवेन्यू पर यूजर (ARPU) का इस्तेमाल होता है। लगातार तीसरी तिमाही में जियो का ARPU ₹181.7 पर स्थिर रहा। हालांकि, पिछले महीने की गई 13-25% टैरिफ बढ़ोतरी से आने वाले दिनों में ARPU बढ़ने की संभावना है।
- रिलायंस जियो लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में 5,445 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया है। सालाना आधार पर इसमें 12% की बढ़ोतरी हुई है। एक साल पहले की समान तिमाही (Q1FY-2024) में कंपनी को 4,863 करोड़ रुपए का प्रॉफिट हुआ था।
- अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी की आय सालाना आधार पर 10.33% बढ़कर 26,478 करोड़ रुपए हो गई। एक साल पहले की समान तिमाही में 24,042 करोड़ रुपए की आय दर्ज की थी। वहीं, पिछली तिमाही (Q4FY24) के मुकाबले नेट प्रॉफिट और रेवेन्यू 2%-2% बढ़ा है।
2. रिलायंस रिटेल: पहले तिमाही में 331 नए स्टोर खोले, कुल स्टोर 18,918 हुए
- तिमाही में रिलायंस रिटेल को रिकॉर्ड 29.6 करोड़ फ़ुटफ़ॉल मिले, जो पिछले साल की समान अवधि में 24.9 करोड़ थे। यानी, फ़ुटफ़ॉल में 18.9% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। रिलायंस रिटेल ने 331 नए स्टोर खोले। कुल स्टोर की संख्या 18,918 हो गई।
- डिजिटल कॉमर्स और न्यू कॉमर्स को बढ़ाने पर कंपनी का फोकस जारी रहा और इन चैनलों का कुल रेवेन्यू में 18% योगदान रहा। गर्मी के मौसम में एसी और रेफ्रिजरेटर की मांग बढ़ी। टी20 वर्ल्ड कप और आईपीएल ने टीवी की डिमांड को बढ़ा दिया।
- रिलायंस रिटेल की आय में सालाना आधार पर 8.10% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। अप्रैल जून तिमाही में कंपनी का ऑपरेशन से रेवेन्यू ₹75,630 करोड़ दर्ज किया गया। पिछले साल इसी अवधि के दौरान कंपनी ने 69,962 करोड़ रुपए का रेवेन्यू दर्ज किया था।
- 30 जून 2024 को समाप्त तिमाही में कंपनी का सालाना आधार पर प्रॉफिट आफ्टर टैक्स 4.6% बढ़ा है। जून तिमाही में रिलायंस रिटेल ने 2,549 करोड़ रुपए का प्रॉफिट आफ्टर टैक्स दर्ज किया। एक साल पहले की समाना तिमाही में ये 2,436 करोड़ रुपए था।
3. रिलायंस ऑइल टू केमिकल: कम ईंधन बिक्री, कमजोर वैश्विक मांग से कमजोर परफॉर्मेंस
- O2C सेगमेंट ने पहली तिमाही में साल-दर-साल आधार पर आय में 18.1% की बढ़ोतरी दर्ज की है। पहली तिमाही में ये ₹1.57 लाख करोड़ रही। एक साल पहले की समान तिमाही यानी, Q1FY24 में ₹1.33 लाख करोड़ आय रही थी। वहीं पिछली तिमाही यानी, Q1FY24 में ₹1.43 लाख करोड़ थी।
- ऑयल टू केमिकल बिजनेस में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने पहली तिमाही के लिए EBITDA में 14.3% की गिरावट दर्ज की, जो कि 13,093 करोड़ रुपए रही। यह कमी मुख्य रूप से कम ईंधन बिक्री, कमजोर वैश्विक मांग और बाजार में प्रवेश करने वाली नई रिफाइनरियों से बढ़ती प्रतिस्पर्धा के कारण थी।
- सेगमेंट के भीतर, ऑइल एंड गैस की आय ₹6,179 करोड़ रही। एक साल पहले की समान तिमाही में ये ₹₹4,632 करोड़ रुपए रही थी। यानी, सालाना आधार पर इसमें 33.4% की बढ़ोतरी हुई है। वहीं पिछली तिमाही में आय 6,468 करोड़ रही थी। हायर रेवेन्यू मुख्यतः हाई वॉल्यूम के कारण था।