राइड-हेलिंग स्टार्टअप रैपिडो (Rapido) ने अपने मौजूदा निवेशक वेस्टब्रिज कैपिटल के नेतृत्व में ताजा सीरीज ई फंडिंग राउंड में लगभग 12 करोड़ डॉलर (1,000 करोड़ रुपये) जुटाए हैं। इसके बाद इसकी वैल्यूएशन 1 अरब डॉलर हो गई है और यह यूनिकॉर्न क्लब में शामिल हो गया है। यह जानकारी रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (RoC) से प्राप्त फाइलिंग से पता चली है। अनुमान है कि रैपिडो, भारत भर में नए शहरों में अपनी ऑटो और कैब पेशकशों का विस्तार कर सकता है।
एक वेंचर कैपिटल इनवेस्टर का कहना है, “नई फंडिंग से स्टार्टअप को अपने टेक स्टैक को विकसित करने और नए बाजारों में विस्तार करने में मदद मिलेगी, जो पहले ओला और उबर के प्रभुत्व में थे।” रैपिडो के कॉम्पिटीटर्स में ओला, उबर और नम्मा यात्री जैसे नाम शामिल हैं।
2015 में शुरू हुआ था रैपिडो
रैपिडो की शुरुआत साल 2015 में अरविंद सांका, पवन गुंटुपल्ली और ऋषिकेश एसआर ने की थी। ऑटो और बाइक टैक्सी एग्रीगेटर के रूप में शुरू हुए स्टार्टअप रैपिडो ने कैब सर्विस भी शुरू कर दी है। 27 अक्टूबर को रैपिडो ने हाइपर-लोकल पार्सल डिलीवरी और कैब सेवा बाजार में कदम रखा। अप्रैल 2022 में, रैपिडो ने फूडटेक प्रमुख स्विगी के नेतृत्व में सीरीज डी राउंड में 18 करोड़ डॉलर जुटाए थे। इस राउंड में टीवीएस मोटर कंपनी और मौजूदा निवेशक वेस्टब्रिज, शेल वेंचर्स और नेक्सस वेंचर्स ने भी हिस्सा लिया था।
यूनिकॉर्न क्लब में शामिल होने वाले स्टार्टअप्स में वृद्धि
2022 और 2023 में सुस्त प्रदर्शन के बाद, भारत में यूनिकॉर्न क्लब में शामिल होने वाले स्टार्टअप्स में वृद्धि देखी जाने लगी है। निवेश और ट्रेडिंग ऐप ‘धन’ चलाने वाला स्टार्टअप ‘रेज फाइनेंशियल सर्विसेज’, नए राउंड में लगभग 10 करोड़ डॉलर जुटाने के लिए शुरुआती चरण की बातचीत में है। इससे इसकी वैल्यूएशन 1.2-1.5 अरब डॉलर हो जाएगी और यह यूनिकॉर्न क्लब में जगह बना लेगा।