भगवान शिव और माता पार्वती की कृपा प्राप्त करने के लिए रंग पंचमी के दिन भगवान शिव का जलाभिषेक करें और विधि-विधान से उनकी पूजा करें।
By Ekta Sharma
Publish Date: Fri, 29 Mar 2024 06:00 PM (IST)
Updated Date: Fri, 29 Mar 2024 06:00 PM (IST)
HighLights
- रंग पंचमी तिथि पर देवी-देवता रंगोत्सव मनाने के लिए पृथ्वी पर आते हैं।
- रंग पंचमी पर रवि योग और सिद्धि योग बन रहे हैं।
- इस दिन का सबसे शुभ समय शिव वास होगा।
धर्म डेस्क, इंदौर। Rang Panchami 2024: रंग पंचमी का त्योहार हर साल चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि को हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस साल रंग पंचमी 30 मार्च को मनाई जा रही है। धार्मिक मान्यता है कि रंग पंचमी तिथि पर देवी-देवता रंगोत्सव मनाने के लिए पृथ्वी पर आते हैं। इस साल रंग पंचमी पर सिद्धि योग समेत कई शुभ संयोग का निर्माण हो रहा है। इन योगों में भगवान शिव की पूजा की जाए, तो कई गुना फल प्राप्त होता है।
भगवान शिव और माता पार्वती की कृपा प्राप्त करने के लिए रंग पंचमी के दिन भगवान शिव का जलाभिषेक करें और विधि-विधान से उनकी पूजा करें। आइए, जानते हैं कि रंगपंचमी पर जलाभिषेक का शुभ मुहूर्त क्या है।
रंगपंचमी शुभ मुहूर्त
ज्योतिषियों के अनुसार, रंग पंचमी पर रवि योग और सिद्धि योग बन रहे हैं। रवि योग पूरे दिन रहेगा। वहीं, सिद्धि योग रात 10.47 बजे तक बन रहा है। इस दिन का सबसे शुभ समय शिव वास होगा। रंग पंचमी तिथि पर भगवान शिव रात 9 बजकर 13 मिनट तक नंदी पर विराजमान रहेंगे।
शिव पुराण में कहा गया है कि नंदी पर सवार रहने के दौरान भगवान शिव का अभिषेक करने से जीवन के कष्ट दूर होते हैं, साथ ही मनोकामनाएं भी पूरी होती हैं। परिवार में भी खुशियां आती हैं। अगर आप परेशानियों से घिरे हैं और छुटकारा पाना चाहते हैं, तो रंग पंचमी के दिन सुबह स्नान-ध्यान करने के बाद विधि-विधान से भगवान शिव का जलाभिषेक या रुद्राभिषेक करें।
इस तरह करें अभिषेक
सनातन धर्म ग्रंथों में वर्णित है कि भोलेनाथ जलाभिषेक से ही प्रसन्न हो जाते हैं। इसलिए भगवान शिव का अभिषेक गंगाजल, सादा जल, कच्चा दूध, पंचामृत आदि चीजों से कर सकते हैं। इसकी जगह गाय के दूध से बने शुद्ध घी और शहद से भी भगवान शिव का अभिषेक किया जा सकता है।
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