बरेली में एक बार फिर साइबर ठगों ने ‘डिजिटल अरेस्ट’ का नया हथकंडा अपनाकर ठगी करने की कोशिश की। इस बार निशाना बने पूर्व कॉलेज प्रोफेसर राजीव मेहरोत्रा, जिन्हें ठगों ने कॉल कर डराया कि उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज है और उन्हें तुरंत पैसे ट्रांसफर करने होंगे। #DigitalArrestBareillyOnline#CyberFraudAttemptBareillyOnline#RajeevMehrotraBareillyOnline ठगों ने खुद को दिल्ली पुलिस, एनआईए और साइबर सेल अधिकारी बताकर प्रोफेसर को विश्वास में लेने की कोशिश की। उन्होंने वीडियो कॉल कर नकली बैज और वर्दी भी दिखाए ताकि उन्हें लगे कि मामला असली है। #FakePoliceCallBareillyOnline#CyberScamBareillyOnline#OnlineThreatBareillyOnline ठगों ने प्रोफेसर से कहा कि उनका नाम एक ड्रग रैकेट में शामिल बैंक खाते से जुड़ा है, और अगर वे ₹1.29 लाख तुरंत ट्रांसफर नहीं करते, तो उन्हें डिजिटल अरेस्ट कर लिया जाएगा। #MoneyLaunderingScamBareillyOnline#ScareTacticsBareillyOnline#OnlineExtortionBareillyOnline राजीव मेहरोत्रा ठगों के झांसे में आकर जैसे ही ट्रांजैक्शन करने ही वाले थे, तभी उनकी पत्नी ने सूझबूझ दिखाते हुए हस्तक्षेप किया और ट्रांसफर रोक दिया। इसके बाद उन्होंने तुरंत साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई। #WifeSavedTheDayBareillyOnline#TransactionStoppedBareillyOnline#CyberComplaintBareillyOnline पुलिस ने प्राथमिक जांच में पाया कि कॉल विदेश से की गई थी और वीओआईपी (VOIP) कॉलिंग ऐप्स के माध्यम से की गई थी ताकि नंबर ट्रेस न हो सके। अब पुलिस इस गिरोह को पकड़ने के लिए तकनीकी सर्विलांस का सहारा ले रही है। #VOIPFraudBareillyOnline#CyberCellInvestigationBareillyOnline#TechnicalTrackingBareillyOnline साइबर क्राइम सेल ने जनता को सतर्क करते हुए कहा है कि कोई भी सरकारी एजेंसी वीडियो कॉल या UPI पेमेंट के लिए नहीं कहती। ऐसे मामलों में तुरंत 1930 या स्थानीय साइबर थाने पर संपर्क करें। #CyberAwarenessBareillyOnline#PreventFraudBareillyOnline#Call1930BareillyOnline