QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग: सस्टेनेबिलिटी 2025
स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस
क्वाक्वेरेली साइमंड्स (QS) वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग: स्थिरता 2025 (QS World University Rankings: Sustainability 2025) अपने तीसरे संस्करण में शिक्षा और अनुसंधान के माध्यम से पर्यावरणीय तथा सामाजिक चुनौतियों से निपटने में वैश्विक संस्थानों की प्रगति का मूल्यांकन करती है।
- ये रैंकिंग तीन प्रमुख स्तंभों- पर्यावरणीय प्रभाव, सामाजिक प्रभाव और शासन- पर ध्यान केंद्रित करते हुए स्थिरता में विश्वविद्यालयों के योगदान का आकलन करती है। वर्ष 2025 की रैंकिंग में 78 भारतीय विश्वविद्यालय शामिल हैं।
भारत में शीर्ष प्रदर्शनकर्त्ता:
- IIT दिल्ली: भारत में प्रथम तथा विश्व स्तर पर 171वे स्थान पर।
- IIT खड़गपुर: भारत में दूसरा और विश्व स्तर पर 202वाँ स्थान।
- IIT बॉम्बे: भारत में तीसरा और विश्व स्तर पर 234वाँ स्थान।
- IIT कानपुर: भारत में चौथा तथा विश्व स्तर पर 245वाँ स्थान।
- IIT मद्रास: भारत में 5 वें तथा विश्व स्तर पर 277वाँ स्थान पर।
उल्लेखनीय प्रदर्शन:
- पर्यावरणीय प्रभाव: IIT दिल्ली (55) और आईआईटी कानपुर (87) वैश्विक शीर्ष 100 में स्थान पर हैं।
- पर्यावरणीय स्थिरता: IIT बॉम्बे भारत में शीर्ष पर है (विश्व स्तर पर 38 वें स्थान पर )।
- पर्यावरण शिक्षा: IIT विश्वभर में 32वें स्थान पर है।
- शासन और समानता: मणिपाल एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन (MAHE) शासन श्रेणी में भारत में अग्रणी है और समानता के लिये भारत में सर्वोच्च स्थान पर है (विश्व स्तर पर 390 वें स्थान पर )।
- सामाजिक प्रभाव: IIT दिल्ली को वैश्विक स्तर पर 362वाँ स्थान मिला है रोज़गार और परिणाम के मामले में भारत में इसका प्रदर्शन शीर्ष पर है (विश्व स्तर पर 116वाँ स्थान)।
- ज्ञान का आदान-प्रदान: डीयू भारत में शीर्ष पर है (विश्व स्तर पर 121वें स्थान पर )।
- हालाँकि भारतीय विश्वविद्यालयों को स्वास्थ्य एवं कल्याण तथा शिक्षा के प्रभाव के मामले में सुधार करने की आवश्यकता है, जहाँ कोई भी भारतीय संस्थान शीर्ष 350 में शामिल नहीं है।
- QS एक लंदन स्थित वैश्विक उच्च शिक्षा विश्लेषक है जो अपनी व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग के लिये जाना जाता है।
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