पीएम सूर्य घर योजना
सरकार द्वारा अयोध्या में, 3 गोरखपुर में 4 और वाराणसी में सोलर एनर्जी इनेबल्ड मोबाइल व्हीकल को शहर के प्रमुख स्थानों में प्रदर्शित किया जाएगा साथ ही कालेजों व स्कूलों में जागरूकता अभियान चलाया जायेगा। वहीं तीनों शहरों में सालर मेला का आयोजन भी किया जाएगा, जिसके जरिये सौर व अन्य ऊर्जाओं को बढ़ावा देने वाली योजनाओं से लोगों को जानकारी दी जायेगी।
लोगों को मिलेगी 300 यूनिट मुफ्त बिजली:
उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री सीएम योगी आदित्यनाथ यूपी में सौर ऊर्जा के क्षेत्र में व्यापक कार्य कर रहे हैं। इसके तहत प्रदेश में 3840 मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता के 9 सोलर पार्कों की स्थापना की जा रही है, जिसमें से 528 मेगावाट बिजली का उत्पादन भी शुरू हो गया है। ये सोलर पार्क बुंदेलखण्ड व अन्य क्षेत्रों में स्थापित किए जा रहे हैं। पीएम सूर्य घर योजना के अन्तर्गत 25 लाख घरों की छतों पर सौर सौर ऊर्जा स्थापित किए जा रहे हैं, इससे लोगों को 300 यूनिट मुफ्त बिजली मिलेगी। सौर ऊर्जा की प्राकृतिक संभावना वाले चार बड़े राज्य राजस्थान, गुजरात, आंध्रपदेश और मध्यप्रदेश के पश्चात् उत्तरप्रदेश में पांचवें स्थान पर है, जहां पर सौर ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में बडे पैमाने पर कार्य किया जा रहा है।
पीएम कुसुम योजना के तहत 16.17 मेगावाट सौर ऊर्जा का संचालन:
किसानों के निजी आनग्रिड पंप का सोलराइजेशन के साथ अलग कृषि विद्युत फीडरों का भी सोलराइजेशन कराया जाएगा। वहीं पीएम कुसुम योजना के तहत 16.17 मेगावाट ग्रिड ट्यूबवेल को सौर ऊर्जा से संचालित किया जा रहा है। प्रदेश के 61 जिलों के गांवों में लगभग 886 मेगावाट के पेयजल पंपिंग स्टेशन सौर ऊर्जा से संचालित किए गए। पिछले एक साल में लगभग 528 मेगावाट ग्राउंड माउंटेड यूटिलिटी स्केल चालू किया गया है और 6800 मेगावाट यूटिलिटी स्केल परियोजनाओं को स्थापित किया जा रहा है।
सोलर पावर प्रोजेक्ट के विकास के लिये 39.250 मेगावाट को मंजूरी:
भारत सरकार द्वारा सोलर पार्क और अल्ट्रा मेगा सोलर पावर प्रोजेक्ट के विकास के लिये योजना लागू की गई है, जिसके तहत 39,250 मेगावाट क्षमता को मंजूरी मिली है। अभी तक देश में 22 सोलर पार्कों में करीब 11,591 मेगावाट क्षमता वाली सौर परियोजनाएं स्थापित की जा चुकी है।
उत्तरप्रदेश में सौर ऊर्जा का बड़ा लक्ष्य: भारत सरकार का लक्ष्य है कि घरों की छतों पर रूफटाप सोलर लगाना, सोलर नगरों की स्थापना, पंप स्टोरेज एवं जैव ऊर्जा के उत्पादन पर फोकस है। बायोमास ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में उत्तरप्रदेश दूसरे स्थान पर है। प्रदेश में सौर ऊर्जा से करीब 22 हजार मेगावाट विद्युत उत्पादन का लक्ष्य है। इसमें 6 हजार मेगावाट निजी एवं सरकारी भवनों में सोलर रूफटाप संयंत्रों की स्थापना की जायेगी और 14 हजार मेगावाट क्षमता वाला सौर परियोजनाएं व सोलर पार्क स्थापित किए जायेंगे। राज्य अभी तक 3871.17 मेगावाट ग्रिड से जुड़ी नवीकरणीय क्षमता स्थापित की गई है। घरों में 375 मेगावाट क्षमता के रूफटाप सोलर सिस्टम स्थापित किए जा चुके हैं।