पीयूष गोयल ने लॉजिस्टिक क्षेत्र की दक्षता में सुधार के लिए उद्योग से जुड़े हितधारकों को सरकारी मंचों के साथ पूर्ण रूप से एकीकृत करने का आह्वान किया। उन्होंने लॉजिस्टिक्स उद्योग से इस क्षेत्र में कार्बन उत्सर्जन में कटौती के लिए टिकाऊ और हरित प्रथाओं को अपनाने पर काम करने का भी आग्रह किया।
नयी दिल्ली । वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने लॉजिस्टिक क्षेत्र की दक्षता में सुधार के लिए उद्योग से जुड़े हितधारकों को सरकारी मंचों के साथ पूर्ण रूप से एकीकृत करने का आह्वान किया। उन्होंने लॉजिस्टिक्स उद्योग से इस क्षेत्र में कार्बन उत्सर्जन में कटौती के लिए टिकाऊ और हरित प्रथाओं को अपनाने पर काम करने का भी आग्रह किया। मंत्री ने कहा, ‘‘ हमें समग्र कार्बन प्रभाव को कम करने और स्थिरता को अपनी सोच का मूल बनाने के लिए इलेक्ट्रिक परिवहन, जैव ईंधन, मल्टीमॉडल परिवहन विकल्प जैसी प्रौद्योगिकी को अपनाना होगा।’’
कौशल विकास पर जोर देते हुए गोयल ने भविष्य के लिए तैयार कार्यबल को प्रशिक्षित और तैयार करने के लिए संस्थानों के साथ सहयोग का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि कृत्रिम मेधा (एआई) और ‘डेटा एनालिटिक्स’ का इस्तेमाल कर यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि समय और लागत में कोई वृद्धि न हो।
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