नासा का कहना है कि गेडिज वालिस चैनल 5 किलोमीटर ऊंचे माउंट शार्प (Mount Sharp) पर बनने वाले आखिरी फीचर्स में से एक था। माउंड शार्प के बेस पर क्यूरियोसिटी रोवर साल 2014 से मौजूद है। गेडिज वालिस चैनल पर बड़ी मात्रा में बोल्डर और अन्य तरह का मलबा है।
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This 360-degree panorama is Gediz Vallis channel, a feature that appears – from space, at least – to have been carved by an ancient river. If so, it could revise the timeline for when water flowed on this part of Mars. https://t.co/f4gmMdeGHZ
— Curiosity Rover (@MarsCuriosity) March 29, 2024
मंगल ग्रह के 360 डिग्री व्यू को अनवील करते हुए मार्स क्यूरियोसिटी रोवर के ऑफिशियल एक्स पेज ने एक पोस्ट शेयर किया गया है। उसमें लिखा है- यह 360 डिग्री व्यू पैनोरमा गेडिज वालिस चैनल का है। वैज्ञानिकों का मानना है कि मंगल ग्रह के इस हिस्से पर कभी पानी बहता था।
इस व्यू को 1 फरवरी को रिकॉर्ड किया गया था। तब क्यूरियोसिटी मार्स रोवर का मंगल ग्रह पर 4,084वां दिन था। रोवर ने अपने लेफ्ट ब्लैक एंड वाइट नेविगेशन कैमरा का इस्तेमाल करके यह व्यू कैप्चर किया। रोवर ने 10 तस्वीरें क्लिक कीं, जिन्हें जोड़ने के बाद यह 360 डिग्री तस्वीर तैयार की गई।
‘क्यूरियोसिटी’ रोवर ने मंगल ग्रह पर पहुंचकर कई अहम जानकारियां जुटाई हैं। रोवर द्वारा देखे गए मिट्टी की दरार वाले पैटर्न का विश्लेषण करने के बाद पिछले साल वैज्ञानिक इस नतीजे पर पहुंचे कि मंगल ग्रह पर भी कभी पानी था, जो वाषित (evaporated) हो गया। वैज्ञानिकों का यह भी मानना है कि किसी समय में मंगल ग्रह संभवत: शुष्क और आर्द्र मौसम चक्र वाला ग्रह रहा होगा यानी वह रहने लायक था।
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