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  • सार्वजनिक क्षेत्र के Canara Bank का दूसरी छमाही में 6,000 करोड़ रुपये के ‘डूबे कर्ज’ की वसूली का लक्ष्यनयी दिल्ली । सार्वजनिक क्षेत्र के केनरा बैंक ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में करीब 6,000 करोड़ रुपये के ‘डूबे कर्ज’ की वसूली का लक्ष्य रखा है। केनरा बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) के सत्यनारायण राजू ने पीटीआई-से कहा, ‘‘हमें तीसरी तिमाही में लगभग 3,000 करोड़ रुपये और चौथी तिमाही में भी इतनी ही राशि की वसूली की उम्मीद है।’’ बैंक ने दूसरी तिमाही में 2,905 करोड़ रुपये की वसूली की है, जिसमें बट्टे खाते में डाले गए खातों से वसूली भी शामिल है।केनरा रोबेको एसेट मैनेजमेंट कंपनी के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह इस वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में आ सकता है। केनरा रोबेको एसेट मैनेजमेंट कंपनी (एएमसी) के आईपीओ के लिए वित्त मंत्रालय से मंजूरी जल्द मिलने की उम्मीद है। बैंक के पास इस म्यूचुअल फंड कंपनी में 51 प्रतिशत हिस्सेदारी है। इसकी आईपीओ के माध्यम से 13 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने की योजना है।पिछले दिसंबर में केनरा बैंक ने आरंभिक शेयर बिक्री द्वारा अपनी म्यूचुअल फंड अनुषंगी कंपनी को सूचीबद्ध करने की प्रक्रिया शुरू करने के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दी थी। सूचीबद्ध होने पर यह शेयर बाजार में शामिल होने वाली पांचवीं म्यूचुअल फंड कंपनी हो जाएगी। इससे पहले एचडीएफसी एएमसी, निप्पॉन लाइफ इंडिया एएमसी, यूटीआई एसेट मैनेजमेंट कंपनी और आदित्य बिड़ला सन लाइफ एएमसी शेयर बाजारों में सूचीबद्ध हैं। बुनियादी ढांचा बॉन्ड के बारे में राजू ने कहा कि बैंक ने जुलाई में पहले ही 10,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं और वह इसे लगाने की प्रक्रिया में है। चालू वित्त वर्ष के दौरान बैंक द्वारा दीर्घकालिक अवसंरचना बॉन्ड के माध्यम से और अधिक धन जुटाने की संभावना नहीं है। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में केनरा बैंक का शुद्ध लाभ 11 प्रतिशत बढ़कर 4,015 करोड़ रुपये रहा है। एक साल पहले की समान तिमाही में यह 3,606 करोड़ रुपये था। तिमाही के दौरान बेंगलुरु मुख्यालय वाले बैंक की कुल आय 31,472 करोड़ रुपये से बढ़क […]

  • Gurugram में ‘सुपर लक्जरी’ आवासीय परियोजना में 8,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी DLFनयी दिल्ली । रियल एस्टेट क्षेत्र की प्रमुख कंपनी डीएलएफ गुरुग्राम में एक ‘अल्ट्रा-लक्जरी’ आवासीय परियोजना विकसित करने पर लगभग 8,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। कंपनी का इरादा प्रीमियम या महंगे घरों की मजबूत मांग को भुनाने का है। पिछले महीने डीएलएफ ने सभी नियामकीय अनुमोदन प्राप्त करने के बाद गुरुग्राम के डीएलएफ-5 में अपनी इस 17 एकड़ की सुपर-लक्जरी आवासीय परियोजना ‘द डहेलियाज’ की पूर्व-पेशकश (प्री-लॉन्च) की थी जिसे ग्राहकों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली थी। कंपनी इस परियोजना में लगभग 420 अपार्टमेंट विकसित करेगी। यह ‘द कैमेलियास’ की सफल आपूर्ति के बाद डीएलएफ की दूसरी बड़ी लक्जरी परियोजना होगी। सूत्रों के अनुसार, डीएलएफ अगले 4-5 साल में इस नई परियोजना के निर्माण पर लगभग 8,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी, जिसमें लगभग 50 लाख वर्ग फुट क्षेत्र शामिल है। हाल ही में विश्लेषकों के साथ आयोजित एक कॉन्फ्रेंस कॉल में, डीएलएफ के प्रबंध निदेशक अशोक त्यागी ने बताया था कि कंपनी को गुरुग्राम में इस नई सुपर-लक्जरी परियोजना से वर्तमान ‘प्री-लॉन्च’ कीमत के आधार पर 26,000 करोड़ रुपये के राजस्व की उम्मीद है। त्यागी ने इस परियोजना की राजस्व क्षमता के बारे में एक सवाल पर कहा, ‘‘हमने अभी जो रेरा में दाखिल किया है, वह 26,000 करोड़ रुपये का राजस्व है। कीमतें बढ़ने के साथ यह आंकड़ा और बढ़ेगा।’’ एक अपार्टमेंट का न्यूनतम आकार 10,300 वर्ग फुट है। सुपर-लक्जरी परियोजना के बारे में अधिक विस्तार से बताते हुए त्यागी ने कहा कि इस परियोजना में निर्माण लागत लगभग 18,000 रुपये प्रति वर्ग फुट होगी। इसकी वजह बुनियादी ढांचे पर खर्च, एक कृत्रिम झील और चार लाख वर्ग फुट का क्लब है। वर्तमान में बिक्री मूल्य लगभग एक लाख रुपये प्रति वर्ग फुट ‘कार्पेट’ क्षेत्र है। डीएलएफ की अनुषंगी कंपनी डीएलएफ होम डेवलपर्स के संयुक्त प्रबंध निदेशक आकाश ओहरी ने कहा कि यह परियोजना पिछली सुपर-लक्जरी परियोजना ‘द कैमेलियास’ से बहुत बेहतर होगी। ओहरी ने विश्लेषकों से कहा, ‘द डहेलियाज के लिए अबतक हमें जो प्रतिक्रिया मिली है, उससे हम बहुत खुश हूं। आज, लोग पैसे से खरीदी जा सकने वाली सर्वश्रेष्ठ जीवनशैली की तलाश कर रहे हैं, और यह परियोजना इसका एक विकल्प है।’’ ओहरी ने उम्मीद जताई कि यह परियोजना भी ‘द कैमेलियास’ की सफलता को दोहराएगी। ‘द कैमेलियास’ परियोजना में शुरुआत में 7,000 करोड़ रुपये के राजस्व का अनुमान लगाया गया था। बाद में परियोजना से 12,500 करोड़ रुपये का राजस्व मिला था। इस ऊंचे मूल्य की परियोजना के साथ डीएलएफ को भरोसा है कि वह चालू वित्त वर्ष में 17,000 करोड़ रुपये के बिक्री के […]

  • Canara Bank का दूसरी छमाही में 6,000 करोड़ रुपये के ‘डूबे कर्ज’ की वसूली का लक्ष्यसार्वजनिक क्षेत्र के केनरा बैंक ने चालू वित्त वर्ष की दू […]

  • Adani Power Bangladesh Power Supply Cut Reason Update | APJL | बांग्लादेश ने पेमेंट नहीं की तो बिजली काट देंगे अडाणी: 4 दिन का समय दिया, सप्लाई भी आधी की; ₹7,118 करोड़ है बकाया ढाका3 मिनट पहलेकॉपी लिंकअडाणी पावर ने बकाया बिजली बिल का पेमेंट करने के लिए बांग्लादेश को चार दिन की मोहलत दी है। कंपनी ने पहले ही बांग्लादेश की बिजली आपूर्ति आधी कर दी है। ग्रुप की कंपनी अडाणी पावर झारखंड लिमिटेड (APJL) ने 846 मिलियन डॉलर (करीब 7,118 करोड़ रुपए) बकाया का भुगतान नहीं होने पर यह कदम उठाया है।बांग्लादेश के पावर ग्रिड के डेटा के मुताबिक, APJL ने गुरुवार रात से इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई में यह कटौती की है। इस कटौती से बांग्लादेश को एक रात में 1,600 मेगावाट (MW) से ज्यादा के पावर शॉर्टेज का सामना करना पड़ा। 1,496 मेगावाट का बंग्लादेशी प्लांट अब 700 मेगावाट पर काम कर रहा है।27 अक्टूबर को PDB को लिखा था लेटर बीते हफ्ते रविवार (27 अक्टूबर) को अडाणी पावर ने बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड (PDB) को लेटर भेजकर 30 अक्टूबर तक बकाया राशि का भुगतान करने के लिए कहा था।कंपनी ने BPDB को बकाया राशि का भुगतान करने और पेमेंट सिक्योरिटी के लिए 170 मिलियन डॉलर (करीब 1,450 करोड़ रुपए) का लेटर ऑफ क्रेडिट (LC) देने के लिए 31 अक्टूबर तक का समय दिया था।BPDB ने एग्रीकल्चर बैंक के जरिए बकाया राशि के लिए लेटर ऑफ क्रेडिट जारी करने की बात कही थी। लेकिन यह पावर परचेजिंग एग्रीमेंट की शर्तों के हिसाब से नहीं था।PDB के एक अधिकारी ने बताया कि डॉलर की कमी के चलते पिछले सप्ताह एग्रीकल्चर बैंक को पेमेंट नहीं किया जा सका, जिससे बैंक ने लेटर ऑफ क्रेडिट नहीं दे पाया।बंग्लादेश बोला- पेमेंट बकाया, क्योंकि कंपनी ने चार्जेज बढ़ाएबांग्लादेश इलेक्ट्रिसीटी बोर्ड ने बताया कि हमने पुराने बिल चुका दिए हैं। लेकिन, जुलाई से अडाणी के चार्जेज हर हफ्ते 22 मिलियन डॉलर से ज्यादा हो गए। जबकि PDB लगभग 18 मिलियन डॉलर का भुगतान कर रहा है, जिसके चलते […]

  • Q2 earnings, US election results, IPO action, FII activity, US Fed policy | शेयर बाजार में आ सकती है बड़ी गिरावट: FIIs ने ₹1.2 लाख करोड़ के शेयर बेचे, 5 फैक्टर्स तय करेंगे बाजार की चाल Hindi NewsBusinessQ2 Earnings, US Election Results, IPO Action, FII Activity, US Fed Policyमुंबई29 मिनट पहलेकॉपी लिंक4 नवंबर से शुरू होने वाले हफ्ते में शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिल सकती है। इस हफ्ते कंपनियों के तिमाही नतीजे, ग्लोबल और डोमेस्टिक इकोनॉमिक डेटा सहित अन्य फैक्टर्स पर निवेशकों की नजर होगी।मार्केट एक्सपर्ट हरशुभ शाह के मुताबिक आने वाले दिनों में बाजार में क्रैश आ सकता है, इसलिए अभी खरीदारी से बचना चाहिए। शाह ने मुहूर्त ट्रेडिंग के दिन भी निवेशकों को बाजार से दूर रने की सलाह दी थी।बीते हफ्ते बाजार 322 अंक चढ़कर बंद हुआ था। सेंसेक्स 25 अक्टूबर को 79402 के स्तर पर था जो 1 नवंबर को 79,724 पर आ गया। हालांकि निफ्टी फ्लैट बंद हुआ। ये 24,399 के स्तर से 24,304 पर आ गया।पांच फैक्टर्स जो इस हफ्ते तय कर सकते हैं बाजार की चाल1. कंपनियों के तिमाही नतीजे: SBI, टाटा मोटर्स रिजल्ट जारी करेंगीइस हफ्ते टाइटन, डॉ. रेड्डीज, टाटा स्टील, पावर ग्रिड, अपोलो हॉस्पिटल, एमएंडएम, ट्रेंट, एसबीआई, टाटा मोटर्स, एशियन पेंट और डिविस लैब्स जैसी कंपनियां जुलाई-सितंबर तिमाही के नतीजे जारी करेंगी।तिमाही नतीजे कमजोर मांग के माहौल और मार्जिन प्रेशर के कारण प्रभावित हुए हैं। इसने एफएमसीजी, मेटल, ऑटो और रियल्टी को सबसे ज्यादा प्रभावित किया, जबकि आईटी अपेक्षाकृत स्थिर रहा।2. भारतीय और विदेशी निवेशक: FIIs ने ₹14,000 करोड़ के शेयर बेचेबीते हफ्ते फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (FIIs) ने लगभग ₹14,000 करोड़ के शेयर बेच दिए। हालांकि, उसी हफ्ते में, डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (DIIs) ने 10,000 करोड़ रुपए के शेयरों की खरीदारी की।वहीं अक्टूबर महीने में विदेशी निवेशकों ने रिकॉर्ड ₹1.2 लाख करोड़ के शेयरों की बिक्री की। हालांकि, घरेलू संस्थागत निवेशकों ने लगभग ₹1.07 लाख करोड़ की खरीदारी करके इस बिकवाली के दबाव का मुकाबला किया।3. ग्लोबल फैक्टर्स: अमेरिकी चुनाव और फेडरल रिजर्व की मीटिंगनिवेशकों का फोकस 5 नवंबर को होने वाले अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव पर होगा। 7 नवंबर को अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मीटिंग भी है। इसमें ब्याज दरों में 0.25% की कटौती की जा सकती है। पिछली बैठक में, ब्याज दर 0.50% घटाकर 4.75%-5.0% कर दी थी।4. टेक्निकल व्यू: 23,500 के स्तर तक गिर सकता है बाजारविशेषज्ञों के अनुसार, निफ्टी 24,000-24,500 रेंज के भीतर कॉन्सोलिडेट कर रहा है। रेलिगेयर ब्रोकिंग के एसवीपी, रिसर्च अजीत मिश्रा ने कहा- निफ्टी अगर 24,500 को पार करता है तो 24,800 के स्तर तक जा सकता है।वहीं अगर 24,000 से नीचे जाने पर इंडेक्स में 23,500 का लेवल दिख सकता है। वेल्थ व्यू एनालिटिक्स के फाउंडर हरशुभ शाह ने भी बाजर में करेक्शन का अनुमान जताया है। उन्होंने निवेशकों को खरीदारी से बचने की सलाह दी है।5. आईपीओ और लिस्टिंग: 5 नए IPO, 1 लिस्टिंग होगीमेनबोर्ड सेगमेंट में, स्विगी आईपीओ सहित चार नए पब्लिक इश्यू अगले हफ्ते खुलेंगे, जबकि एसएमई सेगमेंट में एक नया इश्यू सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा। वहीं एफकॉन्स इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयर 4 नवंबर को लिस्ट होंगे।डिस्क्लेमर: इस एनालिसिस में दिए गए व्यूज इंडिविजुअल एनालिस्ट या ब्रोकिंग कंपनियों के हैं, दैनिक भास्कर के नहीं। हम निवेशकों को किसी भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से कंसल्ट करने की सलाह देते हैं। […]

  • SBI Bank Market Cap Update; ICICI HDFC | Infosys Market Capitalization | टॉप-10 में 6 कंपनियों की वैल्यू ₹1.07 लाख करोड़ बढ़ी: पिछले हफ्ते के कारोबार में SBI का मार्केट कैप ₹36,100 करोड़ बढ़ा, इंफोसिस टॉप लूजर रही मुंबई10 मिनट पहलेकॉपी लिंकमार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से देश की टॉप-10 कंपनियों में से 6 की वैल्यू बीते हफ्ते कंबाइंड रूप से 1.07 लाख करोड़ रुपए बढ़ी है। इस दौरान स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) टॉप गेनर रही है। हफ्ते भर के कारोबार के बाद बैंक का मार्केट कैप 36,100 करोड़ रुपए बढ़कर 7.33 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गई है।SBI के अलावा, ICICI बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, ITC और हिंदुस्तान यूनिलीवर का हफ्तेभर के कारोबार के बाद मार्केट कैप बढ़ा है। वहीं, इंफोसिस इस दौरान टॉप लूजर रही। कंपनी का मार्केट कैप 38,054 करोड़ रुपए कम होकर 7.31 लाख करोड़ रुपए पर आ गया है।इन कंपनियों का मार्केट कैप बढ़ाकंपनीमार्केट कैप में बढ़ोतरी (₹करोड़ में)मौजूदा मार्केट कैप (₹लाख करोड़ में)SBI₹36,100.09₹7.33ICICI बैंक₹25,775.58₹9.11LIC₹16,887.74₹5.89Reliance Industries₹15,393.45₹18.12ITC₹10,671.63₹6.14हिंदुस्तान यूनिलीवर₹2,537.56₹5.96टोटल₹1,07,366.05***इन कंपनियों का मार्केट कैप कम हुआकंपनीमार्केट कैप में गिरावट (₹करोड़ में)मौजूदा मार्केट कैप (₹​​​​​​​लाख करोड़ में)इंफोसिस₹38,054.43₹7.31एयरटेल₹27,299.54₹9.20TCS₹26,231.13₹14.42HDFC बैंक₹3,662.78₹13.26टोटल₹95247.88***मार्केट कैप के लिहाज से देश की टॉप-10 कंपनियांकंपनीमार्केट कैप (₹​​​​​​​ लाख करोड़ में)रिलायंस₹18.12TCS₹14.42HDFC बैंक₹13.26एयरटेल₹9.20ICICI बैंक₹9.11SBI₹7.33इंफोसिस₹7.31ITC₹6.14हिंदुस्तान यूनिलीवर₹5.96LIC₹5.89मार्केट कैपिटलाइजेशन क्या होता है?मार्केट कैप किसी भी कंपनी के टोटल आउटस्टैंडिंग शेयरों यानी वे सभी शेयर, जो फिलहाल उसके शेयरहोल्डर्स के पास हैं, की वैल्यू है। इसका कैलकुलेशन कंपनी के जारी शेयरों की टोटल नंबर को स्टॉक की प्राइस से गुणा करके किया जाता है।मार्केट कैप का इस्तेमाल कंपनियों के शेयरों को कैटेगराइज करने के लिए किया जाता है, ताकि निवेशकों को उनके रिस्क प्रोफाइल के अनुसार उन्हें चुनने में मदद मिले। जैसे लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप कंपनियां।मार्केट कैप = (आउटस्टैंडिंग शेयरों की संख्या) x (शेयरों की कीमत)मार्केट कैप कैसे काम आता है?किसी कंपनी के शेयर में मुनाफा मिलेगा या नहीं इसका अनुमान कई फैक्टर्स को देख कर लगाया जाता है। इनमें से एक फैक्टर मार्केट कैप भी होता है। निवेशक मार्केट कैप को देखकर पता लगा सकते हैं कि कंपनी कितनी बड़ी है।कंपनी का मार्केट कैप जितना ज्यादा होता है, उसे उतनी ही अच्छी कंपनी माना जाता है। डिमांड और सप्लाई के अनुसार स्टॉक की कीमतें बढ़ती और घटती है। इसलिए मार्केट कैप उस कंपनी की पब्लिक पर्सीवड वैल्यू होती है।मार्केट कैप कैसे घटता-बढ़ता है?मार्केट कैप के फॉर्मूले से साफ है कि कंपनी की जारी शेयरों की कुल संख्या को स्टॉक की कीमत से गुणा करके इसे निकाला जाता है। यानी अगर शेयर का भाव बढ़ेगा तो मार्केट कैप भी बढ़ेगा और शेयर का भाव घटेगा तो […]

  • मार्केट में तहलका मचा रही है नई मारुति वैगनआर, जानें दमदार इंजन और शानदार फीचर्सभारत में सबसे ज्यादा मारुति कंपनी की गाड़ियां खरीदी जाती है। जल्द ही मारुति सुजुकी भारतीय बाजार […]

  • Tata Punch EV Can Save Rs 8 Lakhs in 4 Year with 365KM Rangeअगर आप 10 लाख रुपये के बजट में कोई नई इलेक्ट्रिक कार तलाश कर रहे हैं तो Tata Punch […]

  • 5 तरीकों से आप घर पर कर सकती हैं कार्डिओ – 5 tariko se aap ghar par kar sakti hain cardio कई ऐसे मूव्स हैं, जो कार्डिओ की तरह काम करते हैं। इन्हे करने के लिए किसी भी इक्विपमेंट की आवश्यकता नहीं होती। अग […]

  • 19 Indian companies banned in America | अमेरिका में 19 भारतीय कंपनियां बैन: सोना एक हफ्ते में 410 रुपए महंगा हुआ, एपल आईफोन 14+ के रियर कैमरे में खराबी नई दिल्ली15 मिनट पहलेकॉपी लिंककल की बड़ी खबर अमेरिका में 19 भारतीय कंपनियों को बैन लगाने की रही। अमेरिका ने इन कंपनियों पर रूस को डिफेंस से जुड़ा सामान उपलब्ध कराए जाने के आरोप लगाते हुए प्रतिबंध लगाए हैं। इन पर भारत ने शनिवार को सफाई दी है।वहीं, इस हफ्ते सोना के दाम में तेजी देखने को मिली। इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के डेटा के मुताबिक, पिछले शुक्रवार (25 अक्टूबर) को 10 ग्राम 24 कैरेट गोल्ड का दाम 78,015 रुपए था, जो हफ्तेभर के कारोबार के बाद कल (शुक्रावर, 2 नवंबर) 78,425 रुपए पर पहुंच गया।कल की बड़ी खबरों से पहले आज की सुर्खियां…पेट्रोल-डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं हुआ हैआज रविवार को शेयर बाजार बंद रहेगाअब कल की बड़ी खबरें पढ़ें…1. अमेरिका ने भारत की 19 कंपनियां बैन कीं:आरोप- ये रूस को युद्ध का सामान दे रहीं; भारत बोला- हम UNSC के नियमों को मानते हैंअमेरिका ने 19 भारतीय कंपनियों पर रूस को डिफेंस से जुड़ा सामान उपलब्ध कराए जाने के आरोप लगाते हुए प्रतिबंध लगाए हैं। इन पर भारत ने शनिवार को सफाई दी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा, “हमने भारतीय कंपनियों पर अमेरिकी प्रतिबंधों की रिपोर्ट देखी है। हम डिफेंस एक्सपोर्ट से जुड़े मामले में UNSC के नियमों को प्रभावी ढंग से लागू करते हैं।रणधीर ने कहा, “19 कंपनियों ने किसी भारतीय कानून का उल्लंघन नहीं किया है।” उन्होंने कहा कि हम सभी संबंधित विभागों और एजेंसियों के साथ मिलकर कंपनियों को एक्सपोर्ट नियमों के बारे में जागरूक करने का काम कर रहे हैं।पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…2. इस हफ्ते 410 रुपए महंगा हुआ सोना:₹78,015 बिक रहा, चांदी ₹2,299 सस्ती होकर 93,501 रुपए किलो बिक रहीइस हफ्ते सोना के दाम में तेजी देखने को मिली। इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के डेटा के मुताबिक, पिछले शुक्रवार (25 अक्टूबर) को 10 ग्राम 24 कैरेट गोल्ड का दाम 78,015 रुपए था, जो हफ्तेभर के कारोबार के बाद कल (शुक्रावर, 2 नवंबर) 78,425 रुपए पर पहुंच गया।वहीं, हफ्तेभर के कारोबार के बाद चांदी एक किलो चांदी की कीमत 2,299 रुपए सस्ती होकर 93,501 रुपए प्रति किलो पर पहुंच गई। एक हफ्ते पहले चांदी की कीमत 95,800 रुपए थी। 30 अक्टूबर को गोल्ड ने 79,681 रुपए और 23 अक्टूबर को चांदी ने 99,151 रुपए का ऑल टाइम हाई बनाया था।पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…3. वॉरेन बफे ने एपल में अपनी 25% हिस्सेदारी बेची:कैश स्टॉक बढ़कर ₹27.36 लाख करोड़ हुआ, दुनिया के 6वें सबसे अमीर व्यक्ति हैंअमेरिकी अरबपति और निवेशक वॉरेन बफे की कंपनी बर्कशायर हैथवे Inc ने आईफोन बनाने वाली एपल में एक बार फिर अपनी हिस्सेदारी 25% बेच दी है। इस बिकवाली के बाद वॉरेन बफे का कैश स्टॉक थर्ड क्वार्टर में बढ़कर रिकॉर्ड 325.2 बिलियन डॉलर (करीब 27.36 लाख करोड़ रुपए) हो गया है।बर्कशायर हैथवे ने शनिवार (2 नवंबर) को स्टेटमेंट में इस बात की जानकारी दी है। तीसरे क्वार्टर में कंपनी की एपल में हिस्सेदारी अब 69.9 बिलियन डॉलर रह गई है। दूसरे क्वार्टर में यह 84.2 बिलियन डॉलर थी। बर्कशायर ने पहली बार 2016 में एपल में अपनी हिस्सेदारी का खुलासा किया था।पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…4. मेटा-इंडिया का FY24 में नेट प्रॉफिट 43% बढ़कर ₹504 करोड़:रेवेन्यू 9.3% बढ़कर ₹3,034.8 करोड़ रहा, ग्रॉस एडवरटाइजिंग रेवेन्यू 24% बढ़ाफेसबुक की पेरेंट कंपनी मेटा की इंडिया यूनिट ने शनिवार (2 नवंबर) को फाइनेंशियल ईयर 2024 के नतीजे जारी किए हैं। FY24 में मेटा इंडिया का नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 43% बढ़कर 504.93 करोड़ रुपए रहा।मेटा इंडिया को देश में बढ़ते डिजिटल एडॉप्शन के चलते ऑनलाइन एडवरटाइजिंग में मजबूत ग्रोथ का लाभ मिला है। FY24 में कंपनी का रेवेन्यू सालाना आधार पर 9.3% बढ़कर 3,034.8 करोड़ रुपए रहा, जो फाइनेंशियल ईयर 2023 में 2,775.7 करोड़ रुपए रहा था।पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…5. अक्टूबर में 5 लाख से ज्यादा कारें बिकीं:हर रोज एवरेज 16,550; मारुति सुजुकी ने एक महीने में 2 लाख से ज्यादा कार बेचने का रिकॉर्ड बनायाअक्टूबर 2024 में कारों की बिक्री का रिटेल आंकड़ा 5 लाख पार कर गया। व्हीकल डेटा के मुताबिक, 31 अक्टूबर तक देश में 5.13 लाख गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन हुआ। यानी हर रोज 16,550 कारें बिकीं। इससे पहले इस साल जनवरी में रिकॉर्ड 3.99 लाख कारों का रजिस्ट्रेशन हुआ था।मौजूदा वित्त वर्ष में हर महीने एवरेज 3.33 लाख गाड़ियों की बिक्री हुई है, जो बीते साल से 5% ज्यादा है। बीते साल 38 लाख कारें बिकी थीं। पहली बार इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री 10 हजार पार पहुंची, यह सालाना आधार पर 38% अधिक है। बीते महीने गाड़ियों के होलसेल डेटा एनालिसिस से पता चलता है कि देश में खरीदार SUV और प्रीमियम कारों को ज्यादा पसंद कर रहे हैं।पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…6. एपल आईफोन 14+ के रियर कैमरे में खराबी:कंपनी ने अप्रैल 2023 से अप्रैल 2024 के बीच बेचे गए फोन वापस बुलाए, फ्री में सुधारेगी​​​​​​​​​​​टेक कंपनी एपल (Apple) ने आईफोन 14 प्लस (iPhone 14 Plus) मॉडल को तकनीकी खराबी के कारण वापस बुलाया है। कंपनी के इस रिकॉल में 10 अप्रैल 2023 से 28 अप्रैल 2024 के बीच बेचे गए फोन शामिल हैं। हालांकि, एपल ने प्रभावित मॉडल की संख्या का खुलासा नहीं किया है।एपल का कहना है, ‘आईफोन 14 प्लस के रियर कैमरा में समस्या पाई गई है। मॉडल के डिस्प्ले पर बैक कैमरे का प्रीव्यू नहीं दिख रहा है। इससे फोटो खींचने और वीडियो बनाने में दिक्कत हो सकती है। जिसे ठीक करने के लिए नया सर्विस प्रोग्राम शुरू किया है।पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…7. नथिंग फोन 2a प्लस का कम्युनिटी एडिशन लॉन्च, कीमत ₹29999:स्मार्टफोन में 50MP सेल्फी कैमरा, 6.7 इंच एमोलेड डिस्प्ले और 12GB रैमनथिंग फोन 2A प्लस का कम्यूनिटी एडिशन भारतीय बाजार में लॉन्च कर दिया गया है। यह स्मार्टफोन का एक कस्टम एडिशन है, जिसे इसी साल मार्च में लॉन्च किया गया था। स्मार्टफोन में 120Hz रिफ्रेश रेट वाला 6.7 इंच का एमोलेड डिस्प्ले, 50MP का सेल्फी कैमरा 50W चार्जिंग सपोर्ट दी गई है।फोन को 12GB रैम + 256GB स्टोरेज के सिंगल वैरिएंट में पेश किया गया है और इसकी कीमत 29,999 रुपए रखी गई है, जो रेगुलर मॉडल के बराबर ही है। इच्छुक ग्राहक नथिंग इंडिया की वेबसाइट पर जाकर बुक कर सकते हैं।पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…कल दुनिया के टॉप-10 सबसे अमीर कौन रहे यह भी देख लीजिए…कल शेयर मार्केट बंद था तो शुक्रवार के सोने-चांदी और शेयर मार्केट का हाल जान लीजिए…पेट्रोल-डीजल और गैस सिलेंडर की लेटेस्ट […]

  • google may expand quick share to iphone and mac os know all details प्रतिरूप फोटोSocial MediaKusum । Nov 2 2024 6:58PMआईफोन से एंड्रॉयड फ […]

  • Berkshire Hathaway’s cash pile reaches record $325.2 billion | वॉरेन बफे ने एपल में अपनी 25% हिस्सेदारी बेची: कैश स्टॉक बढ़कर ₹27.36 लाख करोड़ हुआ, दुनिया के 6वें सबसे अमीर व्यक्ति हैं नई दिल्ली54 मिनट पहलेकॉपी लिंकअमेरिकी अरबपति और निवेशक वॉरेन बफे की कंपनी बर्कशायर हैथवे Inc ने आईफोन बनाने वाली एपल में एक बार फिर अपनी हिस्सेदारी 25% बेच दी है। इस बिकवाली के बाद वॉरेन बफे का कैश स्टॉक थर्ड क्वार्टर में बढ़कर रिकॉर्ड 325.2 बिलियन डॉलर (करीब 27.36 लाख करोड़ रुपए) हो गया है।बर्कशायर हैथवे ने शनिवार (2 नवंबर) को स्टेटमेंट में इस बात की जानकारी दी है। तीसरे क्वार्टर में कंपनी की एपल में हिस्सेदारी अब 69.9 बिलियन डॉलर रह गई है। दूसरे क्वार्टर में यह 84.2 बिलियन डॉलर थी। बर्कशायर ने पहली बार 2016 में एपल में अपनी हिस्सेदारी का खुलासा किया था। 2021 के आखिरी तक बर्कशायर के पास 31.1 बिलियन डॉलर की वैल्यू के 908 मिलियन एपल शेयर्स थे।बफे ने तीन महीने पहले भी एपल में 50% हिस्सेदारी बेची थीतीसरे क्वार्टर में बर्कशायर शेयरों की नेट सेलर रही है। कंपनी ने सितंबर तक तीन महीनों में 34.6 बिलियन डॉलर की नेट सेलिंग की है। बफे ने तीन महीने पहले भी एपल में अपनी करीब 50% हिस्सेदारी बेच दी थी। इस बिकवाली के बाद तब बफे का कैश स्टॉक बढ़कर 276.9 बिलियन डॉलर हो गया था।वहीं दूसरी तिमाही में एपल में ओमाहा नेब्रास्का बेस्ड ग्रुप बर्कशायर का निवेश 84.2 बिलियन डॉलर बचा था। पहली तिमाही के अंत में बफे के पास एपल के 135.4 बिलियन डॉलर के शेयर्स थे। बफे की कंपनी ने तीन महीने पहले एपल के अलावा कई अन्य कंपनियों में भी अपनी शेयर होल्डिंग कम की थी। दूसरी तिमाही के दौरान कंपनी ने टोटल 75.5 बिलियन डॉलर वैल्यू के शेयर बेचे थे।28 अगस्त को बर्कशायर का मार्केट कैप 1-ट्रिलियन डॉलर पहुंचा थाबफे ने अपने कुछ स्टॉक को फिर से खरीदने के लिए कैश स्टॉक के कुछ हिस्से का इस्तेमाल किया है। हालांकि, हाल ही में बर्कशायर का शेयर महंगा भी हो गया था। इस साल बर्कशायर के शेयरों में 25% की बढ़ोतरी हुई है, जिससे इसकी मार्केट वैल्यू 974.3 बिलियन डॉलर हो गई है। 28 अगस्त को पहली बार इसका मार्केट कैप 1 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा हो गया था।पिछली तिमाही में बर्कशायर ने 2018 में अपनी पॉलिसी बदलने के बाद पहली बार अपने खुद के स्टॉक को वापस खरीदने से इनकार कर दिया था। बर्कशायर हैथवे प्राइमरी ग्रुप में ज्यादा घाटे के कारण फर्म के इंश्योरेंस बिजनेस के कलेक्शन में अंडरराइटिंग से होने वाली अर्निंग में 69% की गिरावट आई है, यह एक साल पहले के 2.4 बिलियन डॉलर के मुकाबले 750 मिलियन डॉलर रही।दुनिया के 6वें सबसे अमीर हैं वॉरेन बफेफोर्ब्स की रियल टाइम बिलेनियर लिस्ट के मुताबिक, 94 साल के वॉरेन बफे 11.96 लाख करोड़ रुपए की नेटवर्थ के साथ दूनिया के 6वें सबसे अमीर व्यक्ति हैं। अमीरों की लिस्ट में टेस्ला के मालिक इलॉन मस्क 22.15 लाख करोड़ रुपए की नेटवर्थ के साथ टॉप पर हैं।खबरे […]

  • Peanut Squirrel With more than 537000 Followers On Instagram Euthanised In US सोशल मीडिया जैसे इंस्टाग्राम और फेसबुक पर सि […]

  • Suzuk Motor to Supply Made in India Electric SUV to Toyotaजापान की Suzuki Motor और Toyota Motor के बीच टाई-अप को आगे बढ़ाया जा रहा […]

  • private call record do not repeat these mistakes follow steps प्रतिरूप फोटोSocial MediaKusum । Nov 2 2024 7:20PMअगर कॉल रिकॉर्डिंग हो रही होती है त […]

  • Meta India's net profit jumps 43% to Rs 505 crore in FY24 | मेटा-इंडिया का FY24 में नेट प्रॉफिट 43% बढ़कर ₹504 करोड़: रेवेन्यू 9.3% बढ़कर ₹3,034.8 करोड़ रहा, ग्रॉस एडवरटाइजिंग​​​​​​​ रेवेन्यू 24% बढ़ा नई दिल्ली29 मिनट पहलेकॉपी लिंकफेसबुक की पेरेंट कंपनी मेटा की इंडिया यूनिट ने शनिवार (2 नवंबर) को फाइनेंशियल ईयर 2024 के नतीजे जारी किए हैं। FY24 में मेटा इंडिया का नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 43% बढ़कर 504.93 करोड़ रुपए रहा।मेटा इंडिया को देश में बढ़ते डिजिटल एडॉप्शन के चलते ऑनलाइन एडवरटाइजिंग में मजबूत ग्रोथ का लाभ मिला है। FY24 में कंपनी का रेवेन्यू सालाना आधार पर 9.3% बढ़कर 3,034.8 करोड़ रुपए रहा, जो फाइनेंशियल ईयर 2023 में 2,775.7 करोड़ रुपए रहा था। कंपनी ने लेटेस्ट फाइलिंग में यह जानकारी दी है।ग्रॉस एडवरटाइजिंग रेवेन्यू FY2024 में 24% बढ़ाकंपनी का ग्रॉस एडवरटाइजिंग रेवेन्यू फाइनेंशियल ईयर 2024 में 24% बढ़कर 22,730.7 करोड़ रुपए रहा। फाइनेंशियल ईयर 2023 में यह 18,308 करोड़ रुपए रहा था। हालांकि, फाइनेंशियल ईयर 2023 के रेवेन्यू में जुलाई 2022 तक का 6,120 करोड़ रुपए का ग्रॉस एडवरटाइजिंग रीसेलर रेवेन्यू शामिल था।मेटा की इंडिया यूनिट फेसबुक, इंस्टाग्राम, मैसेंजर और थर्ड पार्टी से जुड़ी वेबसाइटों और मोबाइल ऐप्लिकेशन पर ऐड प्रोडक्ट्स डिस्प्ले करके एडवरटाइजिंग रेवेन्यू जनरेट करती है। यह यूजर्स को ऐड दिखाए जाने पर इंप्रेशन-बेस्ड ऐड्स से रेवेन्यू हासिल करती है।अगस्त 2022 में मेटा इंडिया ने ऐड इन्वेंट्री के रीसेलर से मेटा यूएसए के साथ एक ऑपरेटिंग लाइसेंस मॉडल पर स्विच किया। जिससे कंपनी को भारत में ऐड सेल्स एक्टिविटीज से जुड़ी इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी (आईपी) के कमर्शियलाइजेशन के लिए एक नॉन-एक्सक्लुसिव लाइसेंस प्रदान किया गया।मेटा इंडिया का नेट एडवरटाइजिंग रेवेन्यू 48% बढ़ानई व्यवस्था के तहत मेटा इंडिया अपने आईपी के कमर्शियलाइजेशन के लिए मेटा यूएसए को रॉयल्टी का भुगतान करती है। साथ ही इन्फ्रॉस्ट्रक्चर के मेंटेनेंस के लिए इन्फ्रॉस्ट्रक्चर शुल्क भी देती है। इस मॉडल के तहत, मेटा इंडिया का नेट एडवरटाइजिंग रेवेन्यू फाइनेंशियल ईयर 2024 में 48.9% बढ़कर 1,817.5 करोड़ रुपए हो गया, जो फाइनेंशियल ईयर 2023 में 1,220.5 करोड़ रुपए था।फाइनेंशियल ईयर 2024 में रॉयल्टी पेमेंट 95.1% बढ़कर 17,887 करोड़ रुपए रहा। यह फाइनेंशियल ईयर 2023 में 9,167.1 करोड़ रुपए था। वहीं FY24 में कंपनी की इन्फ्रॉस्ट्रक्चर कॉस्ट सालाना आधार पर 89% बढ़कर 2,922.2 करोड़ रुपए रही। फाइनेंशियल ईयर 2023 में यह 1,543.5 करोड़ रुपए […]

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