Medical conditions that can affect digestive system in Hindi: स्वस्थ रहने के लिए पाचन तंत्र का भी हेल्दी रहना बेहद जरूरी होता है। पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याएं अक्सर शरीर के अलग-अलग अंगों को प्रभावित करती हैं। कई बार एसिडिटी या अपच होने पर सिरदर्द और पेट में दर्द होने लगता है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक अगर आपका पाचन तंत्र खाना पचाने में सक्षम है तो इससे आप कई बीमारियों से बच सकते हैं। लेकिन, कुछ मेडिकल कंडीशन में पाचन तंत्र पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। कुछ बीमारियों में पाचन तंत्र की क्षमता कमजोर हो जाती है, जिस कारण कई बार खाना ठीक तरीके से नहीं पच पाता है। आइये डाइटिशियन शिवाली गुप्ता से जानते हैं इन कंडीशन्स के बारे में।
कैंसर (Cancer)
कैंसर होने पर पाचन तंत्र पर प्रभावित हो सकता है। दरअसल, कैंसर के इलाज के दौरान कीमोथेरेपी में मरीज को हेवी दवाइयां दी जाती हैं, जो सीधे पाचन तंत्र पर असर डालती हैं। खासतौर पर कोलेरेक्टल, गैस्ट्रिक और इसोफेगल कैंसर होने पर पाचन तंत्र की कमजोर पड़ जाता है, जिससे वह खाने को सामान्य रूप से पचाने में असमर्थ रहता है।
इरिटेबल बाउल सिंड्रॉम (Irritable Bowel Syndrome)
इरिटेबल बाउल सिंड्रॉम पेट से जुड़ी एक प्रकार की समस्या है, जिसमें पेट में दर्द, ममोड़, डायरिया या अपच जैसी समस्या हो सकती है। इस स्थिति में कई बार पेट फूलने के साथ ही आंतों पर भी असर पड़ता है। इस स्थिति में पेट में बार-बार दर्द होता है साथ ही कई बार मलत्याग करने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है। ऐसे में पाचन तंत्र की क्षमता कम होने लगती है।
हायटल हर्निया (Hiatal Hernia)
हायटल हर्निया की स्थिति में आमतौर पर कोई लक्षण नहीं दिखाई देता है, लेकिन यह पाचन तंत्र पर असर डालता है। हायटल हर्निया होने पर आंतों की कार्यक्षमता पर असर पड़ता है। ऐसे में मरीज के पेट में सूजन, मरोड़ उठना, गैस और कब्ज जैसी समस्या हो सकती है।
पेप्टिक अल्सर (Peptic Ulcer)
पेप्टिक अल्सर होने पर पाचन तंत्र पर असर पड़ता है। दरअसल, इस स्थिति में आहार नली में ब्लॉकेज हो जाती है, जिस कारण खाना ठीक से नहीं पच पाता है और थोड़ा खाने के बाद भी मरीज का पेट भर जाता है। जिससे उसे उल्टी होने के साथ ही बिना किसी कारण उसका वजन कम हो जाता है।