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अगर आप मनोकामना पूरी करना चाहते हैं, तो मासिक दुर्गाष्टमी के दिन मां दुर्गा को लौंग और फूल की माला चढ़ाएं।
By Ekta Sharma
Publish Date: Sat, 16 Mar 2024 03:18 PM (IST)
Updated Date: Sat, 16 Mar 2024 03:18 PM (IST)

HighLights
- मासिक दुर्गाष्टमी व्रत उदया तिथि के अनुसार 17 मार्च, रविवार को रखा जाएगा।
- मासिक दुर्गाष्टमी के दिन कुछ विशेष उपायों के बारे में बताया गया है।
- ऐसा करने से साधक को सुख-शांति और समृद्धि मिलती है।
धर्म डेस्क, इंदौर। Masik Durgashtami 2024: सनातन धर्म में दुर्गाष्टमी का त्योहार मां दुर्गा को समर्पित होता है। हर माह शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को दुर्गाष्टमी मनाई जाती है। इस दिन देवी दुर्गा की विशेष पूजा की जाती है। साथ ही देवी मां के निमित्त व्रत भी रखा जाता है। माना जाता है कि ऐसा करने से साधक को सुख-शांति और समृद्धि मिलती है। शास्त्रों में मासिक दुर्गाष्टमी के दिन कुछ विशेष उपायों के बारे में बताया गया है। माना जाता है कि इन उपायों को करने से शुभ परिणाम मिलते हैं। साथ ही इनसे मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं। आइए, जानते हैं कि मासिक दुर्गाष्टमी के दिन किए जाने वाले उपाय कौन-से हैं।
मासिक दुर्गाष्टमी शुभ मुहूर्त
फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि 16 मार्च 2024 को रात्रि 9 बजकर 39 मिनट पर शुरू हो रही है। इसका समापन 17 मार्च को सुबह 9 बजकर 53 मिनट पर होगा। मासिक दुर्गाष्टमी व्रत उदया तिथि के अनुसार 17 मार्च, रविवार को रखा जाएगा।
मासिक दुर्गाष्टमी उपाय
- अगर आप मनोकामना पूरी करना चाहते हैं, तो मासिक दुर्गाष्टमी के दिन मां दुर्गा को लौंग और फूल की माला चढ़ाएं। माना जाता है कि इस उपाय को करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।
- इसके अलावा मासिक दुर्गाष्टमी के दिन सुबह जल्दी उठकर, स्नान आदि से निवृत्त होने के बाद मां दुर्गा के मंदिर जाएं और श्रद्धा-भाव से मां दुर्गा की पूजा करें। उन्हें विशेष चीजों का भोग लगाएं। माना जाता है कि इस उपाय को करने से व्यापार में सफलता मिलती है।
- अगर आप कर्ज की समस्या से जूझ रहे हैं, तो मासिक दुर्गाष्टमी के दिन विधि पूर्वक मां दुर्गा की पूजा करें। साथ ही कन्या पूजन भी करें। माना जाता है कि विधि-विधान से कन्या पूजन करने से कर्ज से जुड़ी समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
डिसक्लेमर
‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’
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