शाहरुख खान, प्रियंका चोपड़ा, दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह, सिद्धार्थ मल्होत्रा से लेकर ऋचा चड्ढा तक… बॉलीवुड में ऐसे कई एक्टर-एक्ट्रेसेस हैं जिन्होंने आउटसाइडर होते हुए भी इंडस्ट्री में सफलता के झंडे गाड़े और आज बॉलीवुड के सबसे टैलेंटेड और सक्सेसफुल स्टार हैं। इन दिनों दर्शकों के बीच एक और आउटसाइडर की खूब चर्चा है। हम बात कर रहे हैं मनोज बाजपेयी की 100वीं फिल्म ‘भैया जी’ की हीरोइन जोया हुसैन की। भैया जी के साथ सुर्खियों में आईं जोया हुसैन एक कंप्लीट आउटसाइडर हैं और अपने टैलेंट के दम पर इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाई है। जोया की अनुराग कश्यप से भी काफी अच्छी दोस्ती है, लेकिन उन्होंने कभी उनसे इस दोस्ती का हवाला देते कभी काम नहीं मांगा। भैया जी की रिलीज के बाद अब जोया ने अपने आउटसाइडर होने के स्ट्रगल पर खुलकर बात की है।
मैं आज भी स्ट्रगल कर रही हूं- जोया हुसैन
जोया हुसैन सैफ अली खान जैसे बड़े स्टार्स के साथ भी काम कर चुकी हैं। हालांकि, वह ना तो बाकी के स्टार्स की तरह सोशल मीडिया पर ज्यादा एक्टिव हैं और ना ही बॉलीवुड पार्टीज का हिस्सा बनती हैं। जोया ने हाल ही में न्यूज18 शोशा के साथ बातचीत में बताया कि उन्हें इंडस्ट्री में किस तरह के स्ट्रगल और तानों का सामना करना पड़ा। जोया के अनुसार वह आज भी इंडस्ट्री में स्ट्रगल ही कर रही हैं। यही नहीं, अब तक वह ऐसे कई लोगों से मिली हैं, जिन्होंने उन्हें सर्जरी की सलाह दी है।
कास्टिंग डायरेक्टर्स ने दी नोज-लिप सर्जरी कराने की सलाह
जोया कहती हैं- ‘मुझसे ना जाने कितने ही कास्टिंग डायरेक्टर्स ने कहा कि मुझे लिप सर्जरी करा लेनी चाहिए। मुझे अपनी नाक ठीक करानी चाहिए, वजन कम करो, कुछ ढंग की दिखो, अपने लुक्स पर मेहनत करो। जब मैं मुंबई आई थी और ऑडिशन देना शुरू किया तो समझ में आया कि यहां महिलाओं को उनके लुक्स से बहुत जज किया जाता है। उनके लुक को लेकर उन्हें गलत चीजें बोली जाती हैं।’
मैं बेस्ट हूं- जोया हुसैन
जोया ने आगे कहा- ‘मुझे लगता है कि मैं जबसे समझने लायक हुई हूं, अपने स्किन में काफी कम्फर्टेबल रही हूं। मैं जानती हूं कि मैं कैसी दिखती हूं, कौन हूं। इसीलिए मैंने कभी भी इन कास्टिंग डायरेक्टर्स की बात नहीं सुनी। मुझे लगता है कि मैं जैसी हूं, शुरू से वैसी ही रही हूं। इन मर्दों को नहीं पता कि हम महिलाएं किस तरह के हार्मोनल बदलाव होकर गुजरते हैं। शरीर में कितना कुछ बदलाव होता है। लेकिन, ना तो इन लोगों को समझ आता है और ना ही समझ सकते हैं। मैं काम के लिए किसी को प्लीज नहीं कर सकती और ना ही मुझे किसी को कुछ समझाना है। मुझे ये पता है कि मैं कैसी दिखती हूं। मैं जैसी भी दिखती हूं, बेस्ट हूं। ‘