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फैट बर्निंग कैपेसिटी को बढ़ाना है तो अपनी नियमित रूटीन में एक्सरसाइज को शामिल करने के साथ ही, फैट बर्निंग फार्मूला पाउडर भी आजमाएं। इससे आपकी फैट बर्न करने की कैपेसिटी बढ़ जाती है।
वजन बढ़ते ही सबसे पहले बैली फैट नजर आना शुरू हो जाता है, वहीं ये सबसे जिद्दी होता है और इसे बर्न करना सबसे ज्यादा मुश्किल। एक्सरसाइज और बैलेंस डाइट इसे कम करने के 2 सबसे जरूरी फैक्टर्स हैं। पर इनके साथ साथ आप चाहें तो अपनी फैट बर्निंग कैपेसिटी को और ज्यादा बढ़ा सकती हैं। इसमें एक्सपर्ट द्वारा सुझाया गया एक खास नुस्खा आपकी मदद कर सकता है। योगा इंस्टीट्यूट की डायरेक्टर और हेल्थ कोच हंसा जी योगेंद्र ने बैली फैट को कम करने के साथी बॉडी को पूरी तरह से ट्रांसफॉर्म करने के लिए एक खास नुस्खा सुझाया है। एक्सपर्ट में फैट बर्निंग पाउडर की रेसिपी (Kitchen spices to burn belly fat) बताते हुए उन्होंने बताया की ये किस तरह काम करते हैं। तो चलिए जानते हैं, इसके बारे में अधिक विस्तार से।
क्यों जमने लगती है पेट पर चर्बी (Kitchen spices to burn belly fat)
जानें कैसे तैयार करना है फैट बर्निंग फार्मूला पाउडर
इसे बनाने के लिए आपको चाहिए
दालचीनी का पाउडर – एक चम्मच
हल्दी पाउडर – एक चम्मच
अदरक का पाउडर – आधा चम्मच
इलायची का पाउडर – आधा चम्मच
लेमन जेस्ट – एक चम्मच
इस तरह तैयार करें
एक छोटे बाउल में दालचीनी, हल्दी, अदरक, इलायची और लेमन जेस्ट को एक साथ अच्छी तरह मिक्स कर लें। इन्हें किसी एयर टाइट कंटेनर में स्टोर करके रख लें।
अब जानें इसे किस तरह लेना है
एक गिलास पानी में लगभग दो चम्मच फैट बर्निंग पाउडर फॉर्मूला डालें। इसे अच्छी तरह से मिक्स कर ले और फिर इसे धीमे धीमे पिएं। आप इसे लंच और डिनर के बाद ले सकती हैं।
जानें ये फॉर्मूला किस तरह काम करता है
1. दालचीनी
रिसर्च गेट द्वारा किए अध्ययन के अनुसार दालचीनी शुगरी फूड्स के प्रति आपकी क्रेविंग्स को सीमित कर देती है। इसके अलावा यह बॉडी में एक्सेस ग्लूकोज प्रोडक्शन को भी रोकती है। क्योंकि बॉडी में एक्सेस ग्लूकोज की मात्रा फैट स्टोरेज का कारण बन सकती है। खासकर यह आपके पेट के आसपास के एरिया में स्टोर होना शुरू हो जाती हैं।
2. हल्दी
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा हल्दी में करक्यूमिन नामक एक एक्टिव कंपाउंड पाए जाते हैं, जो इन्फ्लेमेशन को कम करने में आपकी मदद करता है। क्रॉनिक इन्फ्लेमेशन वेट गेन का कारण बन सकती है। वहीं हल्दी इन्फ्लेमेशन को कम कर बॉडी फैट को कम करने में मदद करती है।
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3. अदरक
अदरक में थर्मोजेनिक प्रॉपर्टी पाई जाती है, जो बॉडी टेंपरेचर और मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में मदद करते हैं। इसके साथ ही यह बॉडी को अधिक कैलरी बर्न करने के लिए उत्तेजित करती है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा अदरक ब्लोटिंग को कम करते हुए गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल संबंधी समस्याओं को ट्रीट करने में बेहद प्रभावी रूप से कार्य करती है।
4. इलायची
रिसर्च गेट द्वारा किए अध्ययन के अनुसार इलायची में भी कई प्रभावी प्रभाव पाए जाते हैं। लेमन जिस्त में पर्याप्त मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है। विटामिन सी कार्निटिन के प्रोडक्शन को बूस्ट करते हैं, यह एक ऐसा कंपाउंड है, जो आपके बॉडी फैट को एनर्जी में कन्वर्ट होने में मदद करता है।
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