Menu
Call us
Whatsapp
Call us
Whatsapp
Menu
News
Bareilly Business
Add Post
Register
Login
News
Bareilly Business
Add Post
Register
Login
Home न्यूज़

madhabi puri butch and dhaval butch | SEBI चीफ ने कहा- ₹2 करोड़ रेंट का आरोप बेबुनियाद: कांग्रेस ने कहा था- जो कंपनी जांच के दायरे में उससे ज्यादा रेंट वसूला

bareillyonline.com by bareillyonline.com
13 September 2024
in न्यूज़
4 0
0
6
SHARES
35
VIEWS
WhatsappFacebookTwitterThreads

[ad_1]

मुंबई3 घंटे पहले

  • कॉपी लिंक
SEBI चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच का कहना है कि प्रॉपटी 'कैरोल इंफो सर्विसेज लिमिटेड' को लीज पर दी गई थी। वह वॉकहार्ट से जुड़ी हुई निकली। -फाइल फोटो - Dainik Bhaskar

SEBI चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच का कहना है कि प्रॉपटी ‘कैरोल इंफो सर्विसेज लिमिटेड’ को लीज पर दी गई थी। वह वॉकहार्ट से जुड़ी हुई निकली। -फाइल फोटो

SEBI चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच ने रेंटल इनकम को लेकर कांग्रेस के आरोपों पर सफाई दी है। शुक्रवार को एक डीटेल्ड स्टेटमेंट में बुच ने कहा, ‘यह आरोप न केवल अपमानजनक, झूठा और परेशान करने वाला है, बल्कि स्पष्ट रूप से गलत भावना से भरा और प्रेरित है।’

दरअसल, कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने शनिवार (7 सितंबर) को आरोप लगाया कि मुंबई में बुच दंपती ने अपने एक लग्जरी अपार्टमेंट को फार्मा कंपनी वॉकहार्ट ​​​​​​को रेंट पर दिया। इससे 2018 से 2024 के बीच 2 करोड़ रुपए से ज्यादा का किराया वसूला गया।

इसी दौरान कंपनी पर इनसाइडर ट्रेडिंग के लिए SEBI की जांच चल रही थी। खेड़ा ने दावा किया कि किराए की व्यवस्था संभावित ‘क्विड प्रो क्वो’ यानी फायदे के बदले फायदा देने का संकेत देती है।

सेबी चीफ की ओर से जारी बयान की बड़ी बातें…

  • प्रॉपटी को सामान्य तरीके से लीज पर दिया गया था और लीज पर लेने वाली कंपनी ‘कैरोल इंफो सर्विसेज लिमिटेड’, वॉकहार्ट से जुड़ी हुई निकली।
  • माधबी पुरी बुच ने सेबी में अपने कार्यकाल के दौरान वॉकहार्ट से संबंधित किसी भी फाइल को डील नहीं किया है।
  • इन्वेस्टिगेशन और सर्विलांस का काम वेल-डिफाइन पावर की डेलिगेशन के तहत डेजिगनेटेड ऑफिसर्स द्वारा किया जाता है।
  • रेंटल एग्रीमेंट मार्केट के नियमों के हिसाब से ही किया गया। इसमें रेंटल इनकम की जानकारी दी गई और टैक्स भी जमा किया गया।
  • एक नॉर्मल इंटरनेट सर्च और एनालिसिस से पता चल जाएगा की प्रॉपर्टी से मिलने वाली रेंटल इनकम पूरी तरह से मार्केट रेट के हिसाब से थी।
  • यह दावा कि रेंटल रेट मार्केट रेट्स से ज्यादा था, स्पष्ट रूप से गलत है। 2017 में माधबी की फुल टाइम मेंबर के रूप में नियुक्ति के बाद से सेबी को सभी जरूरी जानकारी दी थी।

बुच दंपति ने कहा- हमारे IT रिटर्न से छेड़छाड़ हुई

  • आरोप लगाने वालों ने हमारा इनकम टैक्स रिटर्न अवैध रूप से प्राप्त किए हैं।
  • यह हमारी प्राइवेसी और फंडामेंटल राइट्स और इनकम टैक्स नियमों का उल्लंघन है।
  • गलत बयानी के लिए हमारे टैक्स रिटर्न की जानकारी के साथ छेड़छाड़ की गई।
  • इस मुद्दे को जीवित रखने के लिए लगातार आरोप लगाए जा रहे हैं।

कांग्रेस ने कहा था चार साल में 7 लाख बढ़कर 46 लाख हुआ रेंट कांग्रेस ने दावा किया कि रेंटल इनकम 2018-19 में 7 लाख रुपए से बढ़कर 2023-24 में 46 लाख रुपए हो गई, जिससे वॉकहार्ट में सेबी की जांच के समय पर सवाल उठे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुंबई के विवरिया कॉम्प्लेक्स के लग्जरी अपार्टमेंट में वॉकहार्ट हॉस्पिटल्स के मैनेजिंग डायरेक्टर जहाबिया खोराकीवाला और वॉकहार्ट के चेयरमैन हबील खोराकीवाला रहते हैं।

वॉकहार्ट ने कहा- आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद और भ्रामक वहीं, इन आरोपों के जवाब में वॉकहार्ट ने भी बयान जारी कर किसी भी गड़बड़ी के आरोप से इनकार किया है। वॉकहार्ट ने अपनी रेगुलेटरी फाइलिंग में कहा, ये आरोप पूरी तरह से निराधार और भ्रामक हैं। कंपनी ने सभी कानूनों का पालन किया है और करेगी।

दो दिन पहले कांग्रेस ने कहा था- सेबी चेयरपर्सन के पति को महिंद्रा से पैसा मिला कांग्रेस ने मंगलवार (10 सितंबर) को भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की अध्यक्ष माधवी पुरी बुच पर नए आरोप लगाए थे। कांग्रेस ने कहा कि माधबी के पति धवल बुच को ऑटोमोबाइल कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M) से 2019 और 2021 के बीच 4.78 करोड़ रुपए मिले थे। पूरी खबर पढ़ें…

पिछली बार कांग्रेस ने 3 जगह से लाभ लेने का आरोप लगाया था इससे पहले 2 सितंबर को कांग्रेस ने माधवी पर SEBI से जुड़े होने के दौरान ICICI बैंक समेत 3 जगहों से सैलरी लेने का आरोप लगाया था। पवन खेड़ा ने कहा था- माधबी पुरी बुच 5 अप्रैल, 2017 से 4 अक्टूबर, 2021 तक SEBI में पूर्णकालिक सदस्य थीं। फिर 2 मार्च, 2022 को माधबी पुरी बुच SEBI की चेयरपर्सन बनीं। SEBI की चेयरपर्सन को नियुक्त करने वाली कैबिनेट में PM मोदी और अमित शाह शामिल हैं।

उधर, ICICI ने आरोपों को नकारते हुए कहा था- ‘बैंक से रिटायर होने के बाद माधवी को कोई सैलरी या एम्प्लॉई स्टॉक ऑप्शन नहीं दिया गया। उन्होंने सिर्फ रिटायरमेंटल बेनिफिट्स लिए।’

जानिए क्या है SEBI और हिंडनबर्ग रिपोर्ट से जुड़ा विवाद SEBI यानी सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया, भारत सरकार की संस्था है। शेयर मार्केट के निवेशकों की सुरक्षा के लिए साल 1992 में इसकी स्थापना हुई थी। जनवरी 2023 में हिंडनबर्ग ने गौतम अडाणी पर अपने ग्रुप के शेयरों की कीमतें बढ़ाने के लिए ऑफशोर फंड का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था। अडाणी ने आरोपों से इनकार किया, लेकिन मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया। SEBI को मामले की जांच सौंपी गई थी।

खबरें और भी हैं…

[ad_2]

Source link

Trending Now

edit post
न्यूज़

कांवड़ यात्रा और मोहर्रम की तैयारी

1 week ago
edit post
न्यूज़

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 30 जून 2025 को बरेली का दौरा करेंगी

2 weeks ago
edit post
न्यूज़

बरेली में एक युवक ने पारिवारिक विवाद के चलते अपने पिता और सौतेले भाई को कार से कुचलकर मार डाला।

1 week ago
edit post
न्यूज़

BDA नया टाउनशिप बनेगा

1 week ago
No Result
View All Result
  • न्यूज़
  • एंटरटेनमेंट
  • स्पोर्ट्स
  • व्रत त्यौहार
  • ऑटोमोबाइल
  • हैल्थ
  • ब्लॉग
  • बरेली बिज़नेस
  • Contact

© 2025 Bareilly Online bareillyonline.

Go to mobile version