Menu
Call us
Whatsapp
Call us
Whatsapp
Menu
News
Bareilly Business
Add Post
Register
Login
Contact us
News
Bareilly Business
Add Post
Register
Login
Contact us
Home न्यूज़

किसानों के आंदोलन के बीच शॉटगन निशानेबाजों के पटियाला में होने वाले ओलंपिक ट्रायल पर संशय

bareillyonline.com by bareillyonline.com
20 February 2024
in न्यूज़
4 0
0
6
SHARES
36
VIEWS
WhatsappFacebookTwitterThreads

[ad_1]

किसान आंदोलन और अंतरराज्यीय यात्रा पर लगाए गए प्रतिबंधों के मद्देनजर 150 से अधिक शॉटगन निशानेबाज इस महीने के अंत में पटियाला में प्रस्तावित राष्ट्रीय ओलंपिक ट्रायल में भाग लेने को लेकर ऊहापोह की स्थिति में हैं।

भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) ने इस मसले का हल निकालने के लिए दो बैठकें की हैं लेकिन ‘व्यस्त कार्यक्रम’ और आम चुनाव की घोषणा के अंदेशे के बीच तीसरे चयन ट्रायल के लिए स्थान या तारीखों में अभी तक कोई बदलाव नहीं किया है।
एनआरएआई ने 22 जनवरी को एक बयान में कहा था कि 25 फरवरी से दो मार्च तक पटियाला के ‘मोती बाग गन क्लब रेंज’ में आयोजित होने वाले चयन ट्रायल में प्राप्त अंकों को ‘पेरिस ओलंपिक खेलों के लिए टीमों के चयन के लिए विचार किया जाएगा’।

इस चयन ट्रायल को लेकर पीटीआई ने जिन कई शॉटगन निशानेबाजों से बात की। उन्होंने कहा कि किसानों के आंदोलन के बीच सड़क मार्ग से उनके लिये बंदूक और गोली’ ले जाना सुरक्षित नहीं होगा। राज्य (पंजाब) की सीमा बंद होने के कारण चंडीगढ़ के लिए हवाई किराया आसमान छू रहा है।
एनआरएआई के महासचिव सुल्तान सिंह से जब पूछा गया कि क्या परिस्थितियों को देखते हुए महासंघ पटियाला में ट्रायल आयोजित करने में सक्षम होगा, उन्होंने कहा, ‘‘यह एक बहुत ही कठिन सवाल है। लेकिन क्या कैलेंडर (निशानेबाजी का सालाना कार्यक्रम), चुनावों को देखते हुए क्या हमारे पास कोई विकल्प है। हमारे पास बहुत कम समय है।’’

 यह पूछे जाने पर कि क्या ट्रायल को जयपुर के जगतपुरा रेंज या दिल्ली के करणी सिंह रेंज में स्थानांतरित किया जा सकता है, उन्होंने कहा कि दिल्ली में छह से 15 मार्च तक आगामी पैरा निशानेबाजी विश्व कप के कारण मुश्किल होगा।
कर्णी सिंह रेंज में पैरा निशानेबाजी विश्व कप से पेरिस पैरालंपिक के लिए 24 कोटा स्थान है। इसमें 52 देशों के 500 पैरा निशानेबाज प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं।
एक शीर्ष निशानेबाज ने गोपनीयता की शर्त पर पीटीआई को बताया कि मौजूदा परिदृश्य को देखते हुए जयपुर और यहां तक कि भोपाल निशानेबाजी परिसर भी पटियाला की तुलना में बेहतर विकल्प होंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘ राज्य की सीमा पर अर्धसैनिक बल बहुत सारे दस्तावेज़ मांगेंगे कि हम किस उद्देश्य से इतनी बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद ले जा रहे हैं। चंडीगढ़ के लिए उड़ानें बहुत महंगी हो गई हैं क्योंकि लोग सड़क मार्ग से बच रहे हैं।’’
एक अन्य निशानेबाज ने कहा, ‘‘जब एनआरएआई दक्षिण के निशानेबाजों के बारे में बात करता है, तो बहुत छोटी संख्या है और उनमें से भी ज्यादातर दिल्ली में रहते हैं और प्रशिक्षण लेते हैं। ज्यादातर शॉटगन निशानेबाज दिल्ली और आसपास के इलाकों से हैं।

[ad_2]

Source link

Advertisement Banner

Trending Now

edit post
न्यूज़

राशन की दुकानों पर नमक वितरण का मामला गरमाया, सीडीओ ने दिए जांच के आदेश

1 week ago
edit post
सर्दियों में अपनी कार की कैसे करें देखभाल, ये 5 टिप्स कर सकते हैं आपकी मदद
ऑटोमोबाइल

सर्दियों में अपनी कार की कैसे करें देखभाल, ये 5 टिप्स कर सकते हैं आपकी मदद

6 months ago
edit post
न्यूज़

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 30 जून 2025 को बरेली का दौरा करेंगी

6 hours ago
edit post
न्यूज़

फरीदपुर में BDA का बुलडोजर गरजा, अवैध कॉलोनी की सड़क ध्वस्त

1 week ago
No Result
View All Result
  • न्यूज़
  • एंटरटेनमेंट
  • स्पोर्ट्स
  • व्रत त्यौहार
  • ऑटोमोबाइल
  • हैल्थ
  • ब्लॉग
  • बरेली बिज़नेस
  • Contact

© 2025 Bareilly Online bareillyonline.

Go to mobile version