एरोबिक एक्सरसाइज से अलग है एनारोबिक एक्सरसाइज। यह बैली फैट को कम कर शरीर को स्वस्थ रखता है। वेट लिफ्टिंग, पावर ट्रेनिंग, हाई इंटेंसिटी वाले इंटरवल ट्रेनिंग भी एनारोबिक एक्सरसाइज में आ सकते हैं। इसके बारे में विस्तार से जानिये।
हर तरह का व्यायाम शरीर को स्वस्थ रखता है। एरोबिक हो या एनारोबिक दोनों शरीर को फिट रखता है। ये बेली फैट को जलाकर शरीर को सुडौल रखते हैं। हमने पिछले आलेख में एरोबिक व्यायाम के बारे में जाना। इस बार एनारोबिक व्यायाम के बारे में जानते हैं। बैली फैट को कम करने के लिए ऊर्जा का उपयोग किस तरह किया (anaerobic exercise for belly fat) जा सकता है?
क्या है एनारोबिक एक्सरसाइज ((Anaerobic exercise)
एनारोबिक एक्सरसाइज एरोबिक एक्सरसाइज के समान है। इसमें ऊर्जा का उपयोग अलग तरीके से किया जाता है। एनारोबिक एक्सरसाइज में हाई इंटेंसिटी वाले इंटरवल ट्रेनिंग एक्सरसाइज किया जाता है। इसमें वेट लिफ्टिंग, सर्किट ट्रेनिंग और पावर ट्रेनिंग शामिल हैं। इस प्रकार का व्यायाम कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। यह हृदय संबंधी सहनशक्ति को बेहतर बनाने के साथ-साथ मांसपेशियों के निर्माण, रखरखाव और वजन कम करने का एक शानदार तरीका है। एरोबिक या कार्डियोवस्कुलर एक्सरसाइज के साथ-साथ एनारोबिक एक्सरसाइज भी वीकली वर्कआउट रूटीन का नियमित हिस्सा (Anaerobic Exercise for belly fat) होना चाहिए।
एनारोबिक वर्सेस एरोबिक एक्सरसाइज (Anaerobic Exercise Vs Aerobic Exercise)
एरोबिक का अर्थ है -ऑक्सीजन के साथ और एनारोबिक का अर्थ है-ऑक्सीजन के बिना। दोनों संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि ये शरीर को अलग-अलग तरीकों से चुनौती देते हैं। एनारोबिक व्यायाम में छोटे, तेज, हाई इंटेंसिटी वाले एक्सरसाइज शामिल होते हैं, जो शरीर को कार्डियो या एरोबिक गतिविधियों की तरह ऑक्सीजन का उपयोग नहीं करने देते हैं। इसकी बजाय एनारोबिक एक्टिविटी ऊर्जा के रूप में मांसपेशियों में पहले से मौजूद ग्लूकोज को तोड़ देती हैं। एरोबिक एक्सरसाइज शरीर में कार्ब्स, फैट और सांस ली जाने वाली ऑक्सीजन से संग्रहीत ऊर्जा पर निर्भर करते हैं।
आमतौर पर किसी अन्य प्रकार की गतिविधि पर जाने से पहले 10 या 15 सेकंड के लिए एनारोबिक एक्टिविटी को दोहराते हैं। शारीरिक क्षमताओं के आधार पर एरोबिक व्यायाम लंबे समय तक करना आसान है।
कौन-कौन से हैं एनारोबिक एक्सरसाइज (Anaerobic Exercise )
कभी-कभी एरोबिक और एनारोबिक व्यायाम ओवरलैप भी हो सकते हैं। यदि किसी ख़ास बिंदु पर अधिक तीव्रता के साथ एक्सरसाइज किया जाता है, तो एरोबिक एक्सरसाइज एनारोबिक एक्सरसाइज में बदल सकता है।
हाई इंटेंसिटी वाले इंटरवल ट्रेनिंग (HIIT)
पावर ट्रेनिंग और वेट लिफ्टिंग, जो शरीर को चुनौती देता है
कैलिस्थेनिक्स जैसे जंप स्क्वैट्स, बॉक्स जंप्स और प्लायोमेट्रिक्स
स्वास्थ्य पर एनारोबिक एक्सरसाइज का प्रभाव (effect of Anaerobic Exercise on health)
एनारोबिक एक्सरसाइज से कई स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं।
• यह हड्डियों को मजबूत बनाता है
• यह फैट जलाने में मदद करता है
• मांसपेशियों के विकास को बढ़ावा देता है
• उम्र बढ़ने के साथ-साथ मांसपेशियों को बनाए रखने में मदद करता है
अधिक कैलोरी जलाती है (Anaerobic Exercise to burn calorie)
हम सभी जानते हैं कि 27 साल की उम्र के बाद हर साल मांसपेशियों का लगभग 1% कम होना शुरू हो जाता है। आप सक्रिय रहकर और अपने एक्सरसाइज रूटीन में एनारोबिक पावर ट्रेनिंग शामिल करके मांसपेशियों के नुकसान को धीमा किया जा सकता है।
एरोबिक एक्सरसाइज की तुलना में एनारोबिक एक्सरसाइज अधिक कैलोरी जलाती है। दैनिक आधार पर अधिक वसा जलाने की क्षमता बढ़ाता है, तब भी जब व्यायाम नहीं किया जाता है। यह रोजमर्रा की गतिविधियों के लिए ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने में भी मदद करता है।
प्रति सप्ताह कितना एनारोबिक एक्सरसाइज करना चाहिए (Anaerobic Exercise) ?
प्रत्येक सप्ताह औसतन 150 मिनट की मध्यम गतिविधि के साथ-साथ एनारोबिक एक्सरसाइज किया जा सकता है। एनारोबिक एक्सरसाइज प्रति सप्ताह 3 -4 दिनों तक 15-20 मिनट के लिए किया जा सकता है।
स्ट्रेंथ ट्रेनिंग स्वास्थ्य के लिए कार्डियो जितना ही महत्वपूर्ण है। याद रखें कि अगर एक्सरसाइज करने में आनंद आता है, तो इसकी संभावना अधिक है कि एक्सरसाइज की दिनचर्या पर कायम रहें। यदि एनारोबिक एक्सरसाइज करती हैं और आपको करने में कुछ परेशानी होती है, तो कुछ अन्य एक्सरसाइज भी किये जा सकते हैं। अपनी नियमित दिनचर्या को बदलने पर विचार करें, ताकि आप खुद को ऊबने से बचा सकें और स्वस्थ (anaerobic exercise for belly fat) भी रहें।
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