[ad_1]
Dengue: डेंगू बहुत ही खतरनाक बीमारी है। इसका कोई सटीक इलाज भी अब तक मौजूद नहीं है। डॉक्टर्स डेंगू के लक्षणों को कम करते हुए बीमारी का इलाज करते हैं। इसलिए, हर व्यक्ति के लिए डेंगू से बचाव बहुत जरूरी हो जाता है। डेंगू की गंभीरता को जानने के बावजूद इस बात को नकारा नहीं जा सकता है कि हर साल डेंगू की चपेट में देश भर में कई सैकड़ों लोग आ जाते हैं। कुछ लोगों के लिए डेंगू जानलेवा तक साबित हो जाता है। ऐसे में बहुत जरूरी हे कि हर व्यक्ति डेंगू से बचाव के लिए उपयुक्त कदम उठाए, जैसे आसपास मच्छरों को पनपने न दें। बहरहाल, अक्सर लोगों के मन में यह भ्रम होता है कि अगर एक बार किसी को डेंगू हो जाए, तो दूसरी बार उसे यह समस्या नहीं हो सकती है। जबकि, यह सही नहीं है। डेंगू न सिर्फ एक बार, बल्कि कई-कई बार हो सकता है। हां, यह सवाल जरूर उठ सकता है कि क्या यह दूसरी बार डेंगू ज्यादा घातक होता है या दोबारा होने पर इसके लक्षण हल्के रहते हैं। इस संबंध में हमने नई दिल्ली स्थित सर गंगाराम हॉस्पिटल में Senior Consultant डॉ. सुरिंदर कुमार से बात की। जवाब जानने के लिए आप पूरा लेख पढ़ें।
क्या दूसरी बार डेंगू होने पर ज्यादा खतरनाक होता है?- Is Dengue Worse When It Happens For The Second Time In Hindi
यह सोच बिल्कुल गलत है कि किसी एक बार डेंगू हो जाए, तो उसे दोबारा नहीं हो सकता है। सच्चाई यही है कि डेंगू एक से ज्यादा बार हो सकता है। हां, आपको यह जानकर हैरानी हो सकती है कि अगर किसी को दूसरी बार डेंगू हो जाए, तो यह पहली बार की तुलना में अधिक गंभीर साबित हो सकता है। इस संबंध में डब्लूएचओ स्पष्ट करता है “जिन लोगों को डेंगू से दूसरी बार संक्रमण होता है, उन्हें गंभीर डेंगू होने का रिस्क अधिक रहता है। हालांकि, बहुत कम मामलों में ही डेंगू से मरीजों की मृत्यु होती है। लेकिन, अगर व्यक्ति की सही देख-रेख और लक्षणों को नजरअंदाज किया जाए, तो मृत्यु का जोखिम बढ़ जाता है।” वहीं, science.org में प्रकाशित लेख से स्पष्ट होता है, “दूसरी बार डेंगू से संक्रमित होने पर मरीज को जानलेवा रक्तस्रावी बुखार (Life-threatening Hemorrhagic Fever) हो सकता है।”
इसे भी पढ़ें: बार-बार चढ़ रहा है डेंगू का बुखार तो करें ये 4 सरल उपाय, जल्द मिलेगी राहत
दूसरी बार डेंगू ज्यादा खतरनाक क्यों होता है
डब्लूएचओ का कहना है कि डेंगू संक्रमण दूसरी बार अधिक खतरनाक साबित होता है। ऐसा एंटीबॉडी-डिपेंडेंट एन्हैंसमेंट प्रक्रिया के कारण होता है। ऐसा तब होता है, जब पिछले संक्रमण के एंटीबॉडी नए सीरोटाइप के वायरस कणों से बंध जाते हैं, लेकिन उन्हें बेअसर करने में असमर्थ होते हैं। जिन लोगों को दूसरी, तीसरी या चौथी बार डेंगू होता है, उनमें गंभीर डेंगू विकसित होने का रिस्क काफी ज्यादा बढ़ जाता है।
इसे भी पढ़ें: Can Dengue Happen Twice: क्या डेंगू दोबारा हो सकता है? जानें एक्सपर्ट से
दूसरी बार डेंगू होने के लक्षण
दूसरी बार डेंगू होने पर मरीज को पहली बार हुए डेंगू जैसे ही लक्षण नजर आ सकते हैं, हां, कुछ गंभीरता अवश्य दिखने लगती है, जैसे-
- बुखार खत्म होने के बावजूद पेट में दर्द रहना
- बार-बार उल्टी होना
- सांस लेने में तकलीफ होना
- नाक और मसड़ों से खून बहना
- अक्सर थकान और कमजोरी से भरे रहना
- मल के साथ खून बहना
- बहुत ज्यादा प्यास लगना
- त्वचा का रंग बदल जाना और ठंड लगना
- बेचैनी महसूस करना।
All Image Credit: Freepik
[ad_2]
Source link