NDTV के अनुसार, दर्शन अक्सर सट्टे में हारने के बाद पैसे उधार लेता था। ऐसा करते हुए वह एक करोड़ रुपये से ऊपर के कर्जदार हो गया। रिपोर्ट बताती है कि उधार के पैसे समय पर वापस न करने पर लेनदारों ने उसके परिवार को परेशान करना शुरू कर दिया, जिसके चलते उसकी 23 वर्षीय पत्नी रंजीता ने आत्महत्या कर ली। घटना 18 मार्च की बताई जा रही है, जिस दिन उन्हें उनके घर में पंखे से लटका पाया गया था।
रिपोर्ट आगे बताती है कि बाबू होसदुर्गा में लघु सिंचाई विभाग में सहायक अभियंता के रूप में काम करता था। उसके परिवार का कहना है कि दर्शन पर 1 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज हो गया था और 2021 से 2023 तक आईपीएल सट्टेबाजी के जाल में फंस गया था।
इतना ही नहीं, मैचों पर सट्टा लगाने के लिए दर्शन ने कथित तौर पर लगभग 1.5 करोड़ से अधिक उधार लिया था और सारा पैसा गंवा दिया। इस कर्ज को उतारने के लिए दर्शन ने अपनी सारी जमा पूंजी निकाली और लगभग एक करोड़ रुपये लौटा दिया। हालांकि, पुलिस का कहना है कि दर्शन पर अब भी लगभग 84 लाख रुपये का कर्जा बकाया है।
पत्नी रंजीता के पितना का कहना है कि उनकी बेटी लेनदारों के लगातार उत्पीड़न से बेहद परेशान थी और इसी वजह से उसने आत्महत्या की। रंजीता के पिता ने 13 लोगों के नाम भी बताए हैं जिन्होंने कथित तौर पर दर्शन को पैसे उधार दिए थे।
रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस को अपनी जांच के दौरान एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें रंजीता ने अपने साथ हुए उत्पीड़न के बारे में विस्तार से बताया।