अंतर्राष्ट्रीय चीता दिवस
स्रोत: ICD
वर्ष 2010 से प्रतिवर्ष 4 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय चीता दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन चीता की विलुप्ति को रोकने तथा इसके संरक्षण को बढ़ावा देने हेतु वैश्विक प्रयासों को महत्त्व देने को समर्पित है।
- अमेरिका की प्राणी विज्ञानी डॉ. लॉरी मार्कर (जो वर्ष 1991 में चीता संरक्षण निधि की संस्थापक थीं) ने इस दिन को खय्याम नामक चीते (जिसे उन्होंने पाला था) के सम्मान में नामित किया।
- चीता:
- चीता (एसिनोनिक्स जुबेटस ) फेलिडे फैमिली का हिस्सा है और सबसे पुरानी बड़ी बिल्ली प्रजातियों में से एक है, जिनका इतिहास 5 मिलियन वर्ष पूर्व के मायोसीन युग (भू-वैज्ञानिक काल 23.03 से 5.333 मिलियन वर्ष पूर्व ) से संबंधित है।
- ये विश्व में सबसे तीव्रता से गमन करने वाले स्थलीय स्तनधारी (जो अफ्रीका और एशिया के कुछ हिस्सों में पाए जाते हैं) हैं।
- ये अफ्रीका में अपने ऐतिहासिक क्षेत्र के 75% से अधिक भाग से लुप्त हो चुके हैं तथा पिछले दो दशकों में इनकी संख्या में 30% से भी अधिक की गिरावट आई है।
- विश्व स्तर पर नामीबिया में सबसे अधिक चीता हैं।
- चीता स्थानांतरण परियोजना के तहत वर्ष 2022 और 2023 में नामीबिया तथा दक्षिण अफ्रीका से चीतों को भारत लाया गया।
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