मुंबई20 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC) को वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में 2,643 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा (स्टैंडअलोन नेट प्रॉफिट) हुआ है। सालाना आधार पर इसमें 80.78% की कमी आई है। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी को 13,750 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था।
ऑपरेशनल रेवेन्यू की बात करें तो अप्रैल-जून तिमाही में यह 2,15,989 करोड़ रुपए रही। सालाना आधार पर इसमें 2.33% की कमी हुई है। वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में कंपनी ने 2,21,145 करोड़ की कमाई की थी। हालांकि, टोटल इनकम 2,16,523 करोड़ रुपए रही।
स्टैंडअलोन का मतलब- एक यूनिट का प्रदर्शन
स्टैंडअलोन फाइनेंशियल स्टेटमेंट (रिजल्ट) किसी इंडिविजु्अल कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन, स्थिति और कैश फ्लो को बाताता है। इसमें उसके सहायक कंपनियों के नतीजे शामिल नहीं होते हैं। कंपनियों के रिजल्ट दो भागों में आते हैं- स्टैंडअलोन और कॉन्सोलिडेटेड।
नतीजों के बाद 1.67% चढ़ा इंडियन ऑयल का शेयर
नतीजों के बाद इंडियन ऑयल का शेयर आज (मंगलवार, 30 जुलाई) 1.67% ऊपर चढ़कर 183.40 रुपए के स्तर पर बंद हुआ। कंपनी के शेयर ने पिछले 5 दिन में 9.83%, एक महीने में 9.39%, पिछले 6 महीने में 24.17% और एक साल में 95.63% का रिटर्न दिया है। कंपनी का शेयर इस साल यानी 1 जनवरी 2024 से अब तक 40.75% चढ़ा है। कंपनी का मार्केट-कैप 2.58 लाख करोड़ रुपए है।
एवरेज ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन 2.84 डॉलर घटा
इंडियन ऑयल ने बताया कि अप्रैल-जून तिमाही के लिए ऐवरेज ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन (GRM) 6.39 डॉलर प्रति बैरल रहा। पिछले साल की इसी अवधि के दौरान यह 8.34 डॉलर था। GRM ऑयल रिफाइनरी (आउटपुट) से निकलने वाले पेट्रोलियम उत्पादों के टोटल वैल्यू और कच्चे माल (इनपुट) की कीमत के बीच के अंतर को कहते हैं। यहां कच्चा माल क्रूड ऑयल है।
1964 में बनी थी इंडियन ऑयल, ये महारत्न कंपनी
इंडियन ऑयल महारत्न नेशनल ऑयल कंपनी है। इसका गठन 1964 में इंडियन ऑयल कंपनी लिमिटेड और इंडियन रिफाइनरीज लिमिटेड के विलय के साथ किया गया था। इंडियन ऑइल ग्रुप भारत की 23 रिफाइनरियों में से 11 की मालिक है। इंडियन ऑयल की श्रीलंका, मॉरीशस, UAE, स्वीडन, अमेरिका और नीदरलैंड में सब्सिडियरी कंपनियां भी है।