भारत की सबसे बड़ी जलवायु घड़ी
स्रोत: पी. आई. बी.
हाल ही में वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (Council of Scientific & Industrial Research- CSIR) ने पृथ्वी दिवस समारोह के एक भाग के रूप में नई दिल्ली में CSIR मुख्यालय में भारत की सबसे बड़ी जलवायु घड़ी की स्थापना और परिचालन की शुरुआत की।
- यह आयोजन जलवायु परिवर्तन के बारे में जागरूकता का प्रचार करने और लोगों को ऊर्जा साक्षर बनाने के CSIR के उद्देश्य को दर्शाता है।
- इसे वर्ष 2015 में दर्शकों को जलवायु परिवर्तन शमन की प्रगति की निगरानी के लिये एक संकेतक के रूप में पेश किया गया था।
- इससे यह प्रदर्शित होगा कि वर्तमान उत्सर्जन रुझानों को देखते हुए ग्रह कितनी तेज़ी से 1.5 डिग्री सेल्सियस ग्लोबल वार्मिंग के करीब पहुँच रहा है। यह पहले से ही उत्सर्जित CO2 की मात्रा और अब तक की ग्लोबल वार्मिंग को भी दर्शाता है।
- मानवता के 1.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुँचने पर दिखाई गई तारीख उत्सर्जन बढ़ने के साथ करीब आती जाएगी तथा उत्सर्जन कम होने पर और दूर होती जाएगी।
- 4 अप्रैल, 2024 तक वर्तमान जलवायु तापमान 1.295°C है।
और पढ़ें: पृथ्वी दिवस