अपनी पहली वर्षगांठ पर नैनो यूरिया (तरल ) उर्वरक संयंत्र , इफको आंवला ने सरकार को करीब एक हजार करोड़ से ज्यादा सब्सिडी बचाकर सरकार को नये साल का बड़ा तोहफा दिया है।
इसकी घोषणा करते हुए इफको के प्रबंध निदेशक डॉ उदय शंकर अवस्थी ने वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक राकेश पुरी और उनकी पूरी टीम को बधाई दी है। नैनो संयंत्र का निरीक्षण पर पहुंचे डॉ अवस्थी ने इसकी घोषणा की तो सभी ने करतल ध्वनि से टीम के लिए तालियां बजाई। इकाई प्रमुख राकेश पुरी का बताया कि हमने इस वर्ष अब तक संयंत्र से एक करोड़ से ज्यादा नैनो यूरिया (तरल ) की बोतल का डिस्पैच कर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। इससे हमने सरकार की करीब एक हजार करोड़ से ज्यादा सब्सिडी बचत की है। डॉ उदय शंकर अवस्थी ने बताया कि नैनो यूरिया (तरल) उर्वरक की बोतल सब्सिडी रहित है।
किसान भाइयों ने रासायनिक उर्वरक की 45 किलो की बोरी की खपत कम करके 500 एम. एल की नैनो यूरिया (तरल) उर्वरक बोतल को अपनाया है इफको के इस प्रयास से किसानों के कांधे से बोरी का बोझ और सरकार के काधे से सब्सिडी का आर्थिक बोझ कम हुआ है। किसान भाइयों ने नैनो यूरिया (तरल) उर्वरक अपनाया जिसकी एक करोड़ बोतल की खपत होने से सरकार पर सब्सिडी का बोझ कम हुआ है। इफको आंवला ने नैनो यूरिया (तरल ) किसानों तक पहुंचाकर कम लागत में उन्नत पैदावार के लिए “सहकार से समृद्धि” का सूत्र दिया है। उर्वरक आपूर्ति के लिए किसानों के लहलहाते खेतों और उन्नत पैदावार के लिए उत्तर प्रदेश का पहला नैनो यूरिया( तरल) उर्वरक संयंत्र एक वर्ष पूर्व आँवला इकाई में शुरु किया गया।
अपने लगातार प्रोडक्शन और किसानों की मांग को देखते हुए एक अपनी पहली वर्ष गांठ तक एक करोड़ से ज्यादा बोतल डिस्पैच करने का लक्ष्य हासिल किया है। आंवला इकाई के वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक राकेश पुरी ने इसके लिए नैनो आंवला के प्रभारी मुकेश खेतान और आशीष गुप्ता की टीम को बधाई दी है।
आयोजित कार्यक्रम में इकाई प्रमुख राकेश पुरी,वरिष्ठ महाप्रबंधक एस सी गुप्ता, महाप्रबंधक वेंकट एस के ,महाप्रबंधक पी.वी.के शास्त्री, महाप्रबंधक प्रदीप शर्मा,सत्यजीत प्रधान,नवनीत गुप्ता, आर के शर्मा,नीरज राजेश,हीरा लाल,अमित गुप्ता,अरविन्द कुमार सहित यूनियन के अध्यक्ष सुदामा यादव , यूनियन के जनरल सेक्रेटरी जितेंद्र कुमार, इफको ऑफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष शिशिर यादव, महामंत्री अनिल कुमार दुबे व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।