zika virus: जीका वायरस के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं कि दूसरी ओर लोग डेंगू और चिकनगुनिया के मामले लेकर अस्पताल पहुंच रहे हैं। जीका वायरस पिछले कुछ दिनों में पुणे और कर्नाटक समेत अन्य राज्यों में तेजी से फैले हैं। वहीं, दूसरी ओर बारिश होने से अन्य वेक्टर बोर्न डिजीज का खतरा भी बढ़ रहा है। हाल ही में जीका वायरस के बढ़ते मामलों के बीच भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने राज्यों में डेंगू और चिकनगुनिया की जांच बढ़ाने के निर्देश निर्देश दिए हैं।
राज्यों में बढ़ाई जाएगी टेस्टिंग
आईसीएमआर के वैज्ञानिकों ने वेक्टर बोर्न डिजीज बढ़ने के बीच राज्यों से आग्रह किया कि राज्यों में केवल जीका वायरस के नेगिटिव मरीजों का भी जीका के लिए टेस्ट किया जाना जरूरी है। इन टेस्टिंग पर भी जोर दिया जाना चाहिए। वैज्ञानिकों के मुताबिक जीका वायरस प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए ज्यादा नुकसानदायक है, इसलिए इनकी टेस्टिंग पर ज्यादा ध्यान देना की जरूरत है। डेंगू और चिकनगुनिया के लक्षण दिखने वाले मरीजों की भी जीका वायरस के लिए टेस्टिंग की जानी चाहिए।
जीका वायरस के बढ़े मामले
जीका वायरस के मामले महाराष्ट्र में तेजी से बढ़ रहे हैं। अबतक इस वायरस से राज्य में कुल 12 लोग संक्रमित हो चुके हैं। जिसमें से पुणे से सबसे ज्यादा मामलों की पुष्टि की गई है। वहीं, कर्नाटक में इस वायरस के चलते एक 74 वर्षीय बुजुर्ग की मौत भी हो गई है। चूंकि जीका वायरस का संक्रमण एडीज मच्छर के काटने के काऱण होता है। वहीं, यह मच्छर डेंगू और चिकनगुनिया का भी कारण बनते हैं, इसलिए जीका वायरस के साथ ही डेंगू-चिकनगुनिया की भी जांच की जानी जरूरी है। इसी बीच कई राज्यों में डेंगू और चिकनगुनिया के भी कई मामलों की पुष्टि की गई है।
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डेंगू और चिकनगुनिया से बचने के तरीके
- डेंगू और चिकनगुनिया से बचने के लिए आपको एडीज मच्छर से बचना चाहिए।
- इसके लिए आपको अपने आस-पास टंकी का पानी इकठ्ठा नहीं होने देना है।
- इसके लिए फुल स्लीव्स के कपड़े पहनें।
- घर के दरवाजे और खिड़कियां बंद रखें और मच्छरों के संपर्क में आने से बचें।