स्ट्रेसफुल लाइफस्टाइल, खराब खान-पान, अनियमित डेली रूटीन और फिजिकल एक्टिविटीज की कमी के कारण आज के समय में महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन की समस्या बढ़ती जा रही है। दरअसल, हार्मोनल असंतुलन तब होता है जब शरीर में हार्मोन का स्तर सामान्य लेवल से ज्यादा या कम हो जाता है, जिससे शरीर पर नेगेटिव असर होता है। हार्मोनल असंतुलन के कारण महिलाओं में पीसीओएस, पीसीओडी और थायराइड जैसी समस्याएं देखने को मिल रही है। इसके साथ ही हार्मोनल असंतुलन के कारण आमतौर पर वजन बढ़ने, नींद की कमी, तनाव, थकान और मूड स्विंग्स जैसी दिक्कतें भी होती हैं। इस समस्या का समय रहते निदान करना जरूरी है। ऐसा इसलिए, क्योंकि लंबे समय तक हार्मोनल असंतुलन गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। इस लेख में नई दिल्ली के जनरल फिजीशियन डॉ. पीयूष मिश्रा (Dr Piyush Mishra, General Physician and Immunisation Officer, North East District, New Delhi) से जानिए, हार्मोनल असंतुलन के कारण बढ़ने वाले वजन को घटाने के लिए क्या कर सकते हैं।
हार्मोनल असंतुलन के कारण वजन क्यों बढ़ता है?
हार्मोनल असंतुलन से वजन बढ़ने के कई कारण हो सकते हैं। डॉक्टर का कहना है कि जब हार्मोन असंतुलित होते हैं, तो शरीर में मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है, जिससे कैलोरी बर्न करने की प्रक्रिया भी धीमी हो जाती है। इसके अलावा, हार्मोनल असंतुलन का असर भूख और पाचन तंत्र पर असर पड़ता है, जिससे ओवरईटिंग की आदत और वजन बढ़ने की समस्या बढ़ जाती है।
हार्मोनल असंतुलन में वजन कम कैसे करें?
1. बैलेंस डाइट लें
वजन घटाने के लिए सबसे जरूरी है कि आप बैलेंस डाइट का सेवन करें। हार्मोनल असंतुलन की समस्या को कंट्रोल करने के लिए फाइबर युक्त फूड्स जैसे सब्जियां, फल, अनाज और प्रोटीन से भरपूर भोजन करना चाहिए। प्रोसेस्ड फूड्स, शुगर और ट्रांस फैट से बचें। ऐसा इसलिए, क्योंकि ये हार्मोनल असंतुलन को और बढ़ा सकते हैं। डाइट में ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर फूड्स जैसे मछली, अलसी के बीज और अखरोट को शामिल करें, जो हार्मोनल संतुलन बनाए रखने में सहायक होते हैं।
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2. रोजाना एक्सरसाइज करें
वजन घटाने के लिए नियमित एक्सरसाइज बहुत जरूरी है, खासकर अगर किसी व्यक्ति का वजन हार्मोनल असंतुलन के कारण बढ़ रहा है तो उन्हें एक्सरसाइज को डेली रूटीन का हिस्सा बनाना चाहिए। कार्डियो एक्सरसाइज जैसे दौड़ना, साइकिलिंग और स्विमिंग से कैलोरी बर्न करने में मदद मिलती है और यह हार्मोनल संतुलन को बेहतर बनाता है। इसके अलावा, वेट ट्रेनिंग और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग मेटाबॉलिज्म को बढ़ाते हैं और फैट लॉस में सहायक होते हैं। योग और ध्यान भी हार्मोनल असंतुलन के कारण बढ़े तनाव को कम करने में मदद करते हैं, जिससे वजन घटाने की प्रक्रिया तेज हो सकती है।
3. पर्याप्त नींद लें
हार्मोनल असंतुलन से जूझ रहे व्यक्तियों के लिए अच्छी नींद लेना बहुत जरूरी है। नींद की कमी से शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन का स्तर बढ़ता है, जिससे भूख बढ़ती है और वजन बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए, कम से कम 7-8 घंटे की अच्छी नींद जरूरी है। नींद का समय और क्वालिटी दोनों ही वजन घटाने में अहम भूमिका निभाते हैं, इसलिए नियमित सोने और उठने का समय निर्धारित करें।
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4. तनाव को कम करें
तनाव के कारण हार्मोनल असंतुलन की समस्या बढ़ती है, जिससे वजन बढ़ने लगता है। जब शरीर तनाव में होता है, तो कोर्टिसोल हार्मोन का स्तर बढ़ता है, जिससे शरीर में फैट स्टोरेज बढ़ने लगता है। इसलिए तनाव को कम करने के लिए मेडिटेशन, ब्रीदिंग एक्सरसाइज और योग का सहारा लें।
5. हाइड्रेशन का ध्यान रखें
वजन घटाने के लिए शरीर को हाइड्रेटेड रखना जरूरी है। ऐसा इसलिए, क्योंकि पानी पीने से न केवल शरीर के मेटाबॉलिज्म में सुधार होता है, बल्कि यह भूख को कंट्रोल करने में भी मदद करता है। दिनभर में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीने की आदत डालें और हर्बल चाय और डिटॉक्स ड्रिंक्स का भी सेवन करें।
निष्कर्ष
हार्मोनल असंतुलन के कारण बढ़ने वाले वजन को कम करना मुश्किल हो सकता है, लेकिन सही डाइट, एक्सरसाइज और हेल्दी लाइफस्टाइल से यह संभव है। इससे न केवल आप अपने वजन को कंट्रोल कर सकते हैं, बल्कि अपने हार्मोनल संतुलन को भी बनाए रख सकते हैं।
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