How Indoor Humidity Can Affect Health : इन दिनों कभी हल्की धूप तो कभी तेज बारिश ने लोगों को परेशान किया हुआ है। ऐसे मौसम में हवा में नमी ज्यादा होने की वजह से लोगों का पसीने से बुरा हाल हो रहा है। इस मौसम ने लोगों का जीना दुभर कर दिया है। घरों के अंदर पंखा और कूलर जैसी चीजें भी लोगों के पसीने को रोक नहीं पा रही है। मानसून के कारण घर के अंदर की नमी भी बढ़ रही है। घर के बाहर मौजूद हवा में नमी से बचने के लिए लोग कई तरह के उपायों को अपना रहे हैं। वहीं, घर के अंदर की नमी को एक फिर से नजरअंदाज किया जा रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो हमारे स्वास्थ्य के लिए घर के अंदर की नमी भी नुकसानदायक होती है। आज इस लेख में हम इसी विषय पर चर्चा करेंगे।
मानसून में घर की ह्यूमिडिटी की वजह से हो सकती हैं ये 5 परेशानियां- How Indoor Humidity Can Affect Health know from expert in Hindi
आर्टेमिस हॉस्पिटल के पल्मोनोलॉजी और स्लीप मेडिसिन के कंसल्टेंट डॉ. अरुण चौधरी कोटरू की मानें तो खुली हवा में मौजूद नमी से ज्यादा घर के अंदर की नमी स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाती है।
1. डिहाइड्रेशन
स्वास्थ्य विशेषज्ञ के अनुसार घर की ह्यूमिडिटी की वजह से डिहाइड्रेशन की समस्या होती है। डिहाइड्रेशन उस स्थिति को कहते हैं जब आप जितना तरल पदार्थ शरीर के अंदर लेते हैं, उससे कहीं ज्यादा बाहर निकालते हैं। आसान भाषा में कहें तो अगर आप एक दिन में 3 लीटर पानी पी रहे हैं और पसीने व मूत्र के जरिए उससे ज्यादा निकाल देते हैं, तो यह डिहाइड्रेशन की स्थिति हो सकती है। इसके अलावा, जब आप नमी वाली परिस्थितियों में पसीना बहाते हैं, तो आपके शरीर को ठंडा होने में ज्यादा वक्त लगता है। इसकी वजह से पसीना और भी ज्यादा आता है और शरीर में पानी की कमी हो जाती है। डॉक्टर की मानें तो मानसून में सिरदर्द, चक्कर आना, थकान, दस्त, उल्टी जैसे लक्षण नजर आते हैं, तो यह डिहाइड्रेशन के कारण हो सकता है।
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2. श्वसन संबंधी समस्याएं
घर की ह्यूमिडिटी की वजह से श्वसन संबंधी समस्याएं होना भी बहुत आम बात मानी जाती है। अगर आपको गले में खराश, नाक से ज्यादा पानी आने की परेशानी बार-बार हो रही है, तो यह श्वसन संबंधी समस्या का संकेत हो सकता है। इसके अलावा घर की ह्यूमिडिटी क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) के लक्षणों को भी ट्रिगर कर सकती है।
3. त्वचा संबंधी समस्याएं
घर की ह्यूमिडिटी की वजह से त्वचा संबंधी समस्याओं का खतरा भी बढ़ता है। डॉक्टर के अनुसार, घर की हवा में नमी ज्यादा होने की वजह से त्वचा पर हीट रैश हो सकते हैं। कई बार हीट रैशेज की वजह से त्वचा पर धब्बे, खुजली और सूजन भी हो सकती है। मानसून में हीट रैशेज की समस्या तब होती है, जब शरीर पर मौजूद पसीने की ग्रंथियां बंद हो जाती हैं।
4. अनिद्रा की समस्या
घर में ह्यूमिडिटी होने के कारण आपको नींद न आने की समस्या हो सकती है। दरअसल, जब हमें ज्यादा पसीना आता है जिसकी वजह से नींद प्रभावित होती है। कई बार लंबे समय तक बिस्तर पर लेटे रहने के बावजूद हमें नींद नहीं आती है। डॉक्टर के अनुसार, जब नींद पूरी नहीं होती है, तो लोगों को तनाव, डिप्रेशन और कई तरह की मानसिक समस्याएं होती हैं।
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5. थकान ज्यादा महसूस होना
घर की हवा में मौजूद नमी के कारण थकान की समस्या भी ज्यादा होती है। ज्यादा थकान महसूस करने से चिड़चिड़ापन, गुस्सा और कई तरह के मानसिक दुष्प्रभाव देखने को मिलते हैं।
घर की ह्यूमिडिटी से बचाव के तरीके
अगर आप घर की ह्यूमिडिटी से परेशान हैं, तो आप नीचे बताए गए टिप्स को फॉलो कर सकते हैं।
– ह्यूमिडिफायर का उपयोग करें, जो हवा से अतिरिक्त नमी को हटाकर हवा को शुष्क बनाता है।
– बाथरूम में एग्जॉस्ट फैन का उपयोग करके, खिड़कियां खोलकर रखें, ताकि हवा की नमी को कम किया जा सके।
– एयर कंडीशनर का उपयोग करें। एसी की हवा न सिर्फ घर को ठंडा रखती है, बल्कि ह्यूमिडिटी को भी कम करने में मदद करती है।
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