मां चामुंडा दरबार के पुजारी गुरूजी पंडित रामजीवन दुबे ने बताया होलिका दहन पर इस बार छह विशेष योग धन शक्ति,त्रिग्रही,बुधादित्य, रवि, सर्वार्थ सिद्धि व वृद्धि योगों के साथ उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में होलिका दहन किया जाएगा।
By Brajendra verma
Publish Date: Mon, 18 Mar 2024 08:12 AM (IST)
Updated Date: Mon, 18 Mar 2024 08:12 AM (IST)
HighLights
- होलिका दहन उत्सव समितियों द्वारा तैयारियां शुरू कर दी है
- 24 मार्च से होलिका दहन के साथ हाेगी रंगों के पर्व की शुरुआत
- गोकाष्ठ से अधिक स्थानों पर होलिका दहन होगा
Holika Dahan 2024: नवदुनिया प्रतिनिधि,भोपाल। होली 25 मार्च को है। 24 को होलिका दहन होगा। इस बार 2000 स्थानों पर होली जलेगी। गोकाष्ठ से अधिक स्थानों पर होलिका दहन होगा। इसे लेकर होलिका दहन उत्सव समितियों द्वारा तैयारियां शुरू कर दी है। 24 मार्च से होलिका दहन के साथ ही पांच दिवसीय रंगों के पर्व की शुरुआत हो जाएगी। इस दौरान मां चामुंडा दरबार के पुजारी गुरूजी पंडित रामजीवन दुबे ने बताया होलिका दहन पर इस बार छह विशेष योग धन शक्ति,त्रिग्रही,बुधादित्य, रवि, सर्वार्थ सिद्धि व वृद्धि योगों के साथ उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में होलिका दहन किया जाएगा। रामजीवन दुबे का कहना है इस बार होली 24 या 25 मार्च को इसको लेकर असमजंस की स्थिति देखने को मिल रही है। लेकिन पंचांग की गणना के अनुसार फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि पर प्रदोष काल में होलिका के पूजन की मान्यता है। इस बार 24 मार्च को रविवार के दिन उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र की साक्षी में प्रदोष काल के दौरान होलिका का पूजन होगा। कुछ स्थानों पर भद्रा के बाद पूजन की मान्यता बताई गई है । जबकि कन्या राशि के चंद्रमा की साक्षी में आने वाले पर्व पर भद्रा पाताल लोक में निवास करती है। इस दृष्टि से इसमें कोई दोष नहीं है, अर्थात प्रदोष काल में ही होलिका का पूजन होगा।
-इन स्थानों पर होगा होलिका दहन
शहर में मुख्य रूप से चौक बाजार, इतवारा, बुधवारा, मंगलवारा, पीरगेट, रोशनपुरा चौराहा, चांदबड़, सरार्फा बाजार, बस स्टेंड, करोंद, कोलार, आनंद नगर समेत 2000 स्थानों पर मुख्य रूप से होलिका का दहन किया जाएगा। इसी के साथ शहर की कॉलोनियों के लोग भी छोटे रूप में होलिका का दहन करेंगे। होली उत्सव समितियों तैयारियां शुरू कर दी है। तो वहीं अधिकांश समितियों द्वारा पर्यावरण की रक्षा के लिए गोकाष्ठ से व कंडों से दहन करेंगे।
यह रहेगा मुहुर्त
फाल्गुन पूर्णिमा 24 मार्च को सुबह 9 बजकर 54 मिनट से प्रारंभ हो रही है, जो 25 मार्च को दोपहर 12 बजकर 29 मिनट पर समाप्त हो रही है। ऐसे में होलिका दहन 24 मार्च और रंगों वाली होली 25 मार्च को खेली जाएगी। हिंदू पंचांग के अनुसार,रात 11 बजकर 15 मिनट पर शुरू होकर 25 मार्च को 12 बजकर 23 मिनट पर दहन समाप्त होगा। ऐसे में होलिका दहन के लिए आपको कुल 1 घंटे 14 मिनट का समय मिलेगा।
सर्वार्थ सिद्धि योग यह रहेगा
होलिका दहन-मध्य रात्रि 11:13 से मध्य रात्रि 12:33 के मध्य होगा
होलिका दहन सर्वार्थ सिद्धि योग- सुबह 07:34 बजे से अगले दिन सुबह 06:19 बजे तक
भद्रा -प्रात: 9:55 से आरंभ होकर मध्य रात्रि 11:13 तक
होलिका दहन के लिए केवल 1 घंटा 20 मिनट का समय