Holika Dahan 2024 होलिका दहन की रात को ही धन लाभ पाने के लिए ‘ओम नमो धनदाय स्वाहा’ मंत्र का 108 बार जाप करें।
By Sandeep Chourey
Publish Date: Mon, 18 Mar 2024 12:10 PM (IST)
Updated Date: Mon, 18 Mar 2024 12:19 PM (IST)
HighLights
- होली का त्योहार फाल्गुन माह में मनाया जाता है।
- इस माह की पूर्णिमा तिथि को होली मनाने से पहले होलिका दहन किया जाता है।
- इस साल होली 25 मार्च 2024 को मनाई जाएगी।
धर्म डेस्क, इंदौर। हर व्यक्ति के जीवन में कई परेशानियां आती है और उससे वह छुटकारा पाने की पूरी कोशिश करता है। ऐसे में होली का त्योहार इसके लिए बेहतर अवसर होता है। होली का त्योहार फाल्गुन माह में मनाया जाता है। इस माह की पूर्णिमा तिथि को होली मनाने से पहले होलिका दहन किया जाता है। इस साल होली 25 मार्च 2024 को मनाई जाएगी। पंडित प्रभु दयाल दीक्षित के मुताबिक, होली पर्व पर होलिका दहन के दौरान कुछ उपायों को आजमाकर वह आर्थिक तंगी से छुटकारा पा सकता है।
पीपल के पेड़ के नीचे जलाएं दीपक
आर्थिक तंगी से छुटकारा पाने के लिए होलिका दहन वाली रात में 12 बजे पीपल के पेड़ के नीचे घी का दीपक जलाना चाहिए। ऐसा करने के बाद पीपल के पेड़ की 7 परिक्रमा भी जरूर करना चाहिए। इससे आर्थिक तंगी दूर होती है।
लाल कपड़े में रखें होली की राख
होलिका दहन के बाद दूसरे दिन होली की ठंडी आग को एक लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रखना चाहिए। ऐसा करने से घर में बरकत बनी रहती है। धन लाभ की संभावना बढ़ जाती है। फिजूलखर्ची भी नहीं होती है।
धन लाभ के लिए करें ये काम
होलिका दहन की रात को ही धन लाभ पाने के लिए ‘ओम नमो धनदाय स्वाहा’ मंत्र का 108 बार जाप करें। इस मंत्र का जाप करने से आर्थिक तंगी दूर होती है। देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती है। रुके हुए काम जल्द पूरे होने लगते हैं। इसके अलावा होली की रात को कौड़ी और गोमती चक्र अपने ऊपर से 7 बार उतारकर होलिका की आग अर्पित करना चाहिए। ऐसा करने से कर्ज से मुक्ति मिलती है।
डिसक्लेमर
‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’