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धार्मिक मान्यता है कि होलाष्टक के दौरान किए गए शुभ और मांगलिक कार्यों का अशुभ परिणाम प्राप्त होता है।
By Ekta Sharma
Publish Date: Sun, 10 Mar 2024 02:44 PM (IST)
Updated Date: Sun, 10 Mar 2024 02:44 PM (IST)

HighLights
- ऐसे में 17 मार्च से होलाष्टक शुरू हो जाएंगे।
- अष्टमी तिथि 16 मार्च को रात 9 बजकर 39 मिनट पर शुरू होगी।
- होलाष्टक के दौरान कई शुभ कार्य वर्जित माने गए हैं।
धर्म डेस्क, इंदौर। Holashtak 2024: सनातन धर्म में होली के त्योहार को लेकर बहुत उत्साह रहता है। इस त्योहार से आठ दिन पहले होलाष्टक शुरू हो जाते हैं। इस दौरान शुभ और मांगलिक कार्य वर्जित माने जाते हैं। इस साल होलिका दहन 24 मार्च 2024 दिन रविवार को होगा। ऐसे में 17 मार्च से होलाष्टक शुरू हो जाएंगे। धार्मिक मान्यता है कि होलाष्टक के दौरान किए गए शुभ और मांगलिक कार्यों का अशुभ परिणाम प्राप्त होता है। आइए, जानते हैं कि होलाष्टक के दौरान किन नियमों का पालन करना चाहिए।
होलाष्टक में न करें काम
- शास्त्रों के अनुसार, होलाष्टक के दौरान विवाह, नामकरण, गृह प्रवेश, मुंडन संस्कार आदि कई शुभ कार्य वर्जित माने गए हैं।
इस दिन से शुरू होंगे होलाष्टक
पंचांग के अनुसार, शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि 16 मार्च को रात 9 बजकर 39 मिनट पर शुरू होगी। यह 17 मार्च को सुबह 9:53 बजे समाप्त होगी। ऐसे में होलाष्टक 17 मार्च से शुरू होकर 24 मार्च को समाप्त होंगे। इसके बाद 25 मार्च को होली मनाई जाएगी।
डिसक्लेमर
‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’
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