देश में अभी तक कोरोना वायरस का सिलसिला अभी तक पूरी तरह से थमा नहीं है कि ऐसे में आए दिन नई-नई बीमारियों के मामले सामने आ रहे हैं। पिछले कुछ समय से केरल में हेपेटाइटिस ए की वजह से कोहराम मचा है। केरल में यह वायरस तेजी से पैर पसार रहा है। अबतक इस वायरस के 2000 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। राज्य में बढ़ते मामलों के देखते हुए सरकार द्वारा कोझिकोड, मलप्पुरम, त्रिशूर और एर्नाकुलम में अलर्ट जारी कर दिया गया है। अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
12 लोगों की हुई मौत
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक केरल में साल 2024 की शुरुआत में 1997 मामलों की पुष्टि की चा चुकी है। इनमें से अबतक 12 लोगों की मौत भी हो चुकी है। इस बार हेपेटाइटिस के मामलों केवल 2023 ही नहीं, बल्कि पिछले कई सालों का रिकॉर्ड तोड़ा है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक इस साल हेपेटाइटिस के 5536 संदिग्ध मामलों की भी पुष्टि की जा चुकी है। इन मामलों को देखते हुए अब प्रशासन भी सख्ती से पेश आ रहा है। केरल के स्वास्थ्य मंत्री मंत्री वीना जॉर्ज ने हेपेटाइटिस-ए के बढ़ते मामलों को देखते हुए कई दिशा निर्देश जारी किए हैं।
क्या है हेपेटाइटिस-ए?
हेपेटाइटिस ए एक प्रकार का संक्रामक रोग है। यह लिवर से जुड़ी एक समस्या है, जिसमें लिवर में सूजन होने लगती है। आमतौर पर यह समस्या दूषित पानी पीने और खराब क्वालिटी का भोजन करने से होती है। इस संक्रमण से पीड़ित होने पर मरीज के लिवर की कार्यक्षमता प्रभावित हो जाती है। हालांकि, यह एक शॉर्ट टर्म इंफेक्शन है, लेकिन इसे नजरअंदाज करना सेहत पर कई तरीकों से भारी पड़ सकता है।
इसे भी पढ़ें – हेपेटाइटिस क्या है? जानें क्यों होती है ये बीमारी और लिवर खराब होने की शुरुआत कैसे होती है
हेपेटाइटिस ए के लक्षण
- हेपेटाइटिस ए होने पर शरीर में कई तरह के बदलाव महसूस किए जा सकते हैं।
- इस स्थिति में तेज बुखार आने के साथ ही भूख में कमी का एहसास हो सकता है।
- ऐसे में पेट से जुड़ी समस्याएं होने के साथ ही साथ कई बार पीलिया भी हो सकता है।
- हेपेटाइटिस ए होने पर त्वचा का रंग पीला पड़ने के साथ ही साथ दस्त भी लग सकते हैं।