हृदय रोग और इसके कारण होने वाली जटिलताएं लगातार गंभीर चिंता का कारण बनी हुई हैं। हालिया मामले में जाने-माने अभिनेता श्रेयस तलपड़े को गुरुवार (14 दिसंबर) शाम मुंबई में शूटिंग खत्म करने के बाद दिल का दौरा पड़ा जिसके बाद वो बेहोश होकर गिर पड़े। सहकर्मियों ने आनन-फानन में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया जहां उनकी एंजियोप्लास्टी की गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अभिनेता की हालत अब स्थिर है, उन्हें डॉक्टरो की निगरानी में आईसीयू में रखा गया है।
गौरतलब है कि पिछले कुछ वर्षों से वयस्कों में हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट के मामले काफी तेजी से बढ़े हैं। श्रेयस तलपड़े की उम्र 47 वर्ष है। डॉक्टर लगातार युवाओं-वयस्कों को हृदय की सेहत का ध्यान रखने और समय रहते हार्ट अटैक के लक्षणों की पहचान कर उपचार प्राप्त करने की सलाह देते रहे हैं।
आइए समझते हैं कि ये एंजियोप्लास्टी क्या होती है जिसे दिल का दौरा पड़ने वाले मरीजों के लिए जान बचाने वाला तरीका माना जाता है और किन लक्षणों से समय रहते हार्ट अटैक की पहचान की जा सकती है ?
पहले एंजियोप्लास्टी के बारे में समझिए
हृदत तक खून का संचार करने वाली धमनियों में ब्लॉकेज के कारण हार्ट अटैक होता है। डॉक्टर बताते हैं, एंजियोप्लास्टी एक ऐसी प्रक्रिया है जिसका उपयोग अवरुद्ध कोरोनरी धमनियों को खोलने के लिए किया जाता है। ओपन-हार्ट सर्जरी के बिना ही इस प्रक्रिया के माध्यम से हृदय की मांसपेशियों में रक्त की आपूर्ति में सुधार किया जाता है। दिल का दौरा पड़ने जैसी आपातकालीन स्थिति में एंजियोप्लास्टी के माध्यम से जान बचाई जा सकती है।
हार्ट अटैक के लक्षणों की समय रहते पहचान जरूरी है, इसपर जितनी जल्दी ध्यान देकर रोगी को आपातकालीन चिकित्सा के लिए भेज दिया जाए, उसके जान बचने की संभावना उतनी अधिक होती है।