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नई दिल्ली3 मिनट पहले
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उद्योगपति गौतम अडाणी अपने फैमिली ऑफिस के लिए CEO और ऑडिटर्स नियुक्त करने की तैयारी कर रहे हैं। ये ऑडिटर्स टॉप ग्लोबल फर्म्स से नियुक्त किए जाएंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन नियुक्तियों के पीछे का मकसद कारोबार में पारदर्शिता लाना है।
अडाणी ग्रुप के फाउंडर्स फैमिली ऑफिस के खातों की ऑडिट करने के लिए 2 से 6 बड़े अकाउंटिंग फर्मों से बात कर रहे हैं। अडाणी फैमिली के दो वेल्थ ऑफिस अब तक अनौपचारिक तौर पर ग्रुप की फर्मों के CFOs की मदद से ही चल रहे थे।
अरबपतियों के लिए वेल्थ ऑफिस की देखरेख के मकसद से प्रोफेशनल्स की हायरिंग का प्रचलन नया नहीं है, लेकिन ग्लोबल ऑडिट फर्म की नियुक्ति और पारदर्शिता पेश करना अलग तरह का मामला है। यह पहल ज्यादातर फैमिली ऑफिस की गतिविधियों के उलट है, जहां गोपनीयता को प्राथमिकता दी जाती है। हालांकि अडाणी ग्रुप के प्रतिनिधि ने इस बारे में कुछ भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
गौतम अडाणी दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों की लिस्ट में 21वें नंबर पर हैं।
कुछ मैनेजर्स की नियुक्ति अगले महीने
फैमिली ऑफिस मैनेजमेंट अडाणी ग्रुप की फर्मों में मौजूद फाउंडर्स की शेयरहोल्डिंग की निगरानी करेगी। साथ ही और ज्यादा पारदर्शिता लाने के मकसद से फाइनेंशियल रिपोर्ट भी तैयार करेगा।
कुछ प्रोफेशनल मैनेजर्स की नियुक्ति अगले महीने हो सकती है, जबकि फैमिली ऑफिस अप्रैल 2025 से पूरी तरह ऑपरेशनल हो जाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस स्ट्रक्चर में समय-समय पर बदलाव भी हो सकता है।
पारदर्शिता बढ़ाकर ग्रुप की इमेज बदलने की तैयारी
इस पहल से साफ है कि अडाणी ग्रुप पिछले साल के उथल-पुथल के बाद अपनी इमेज बदलने की तैयारी में है। पारदर्शिता बढ़ने से ग्रुप की साख भी बेहतर होगी, जिसका फायदा ग्रुप को मिलेगा। अडाणी ग्रुप ग्लोबल स्तर पर अपनी मौजूदगी बढ़ा रहा है और दुनिया भर के निवेशकों को आकर्षित करने में जुटा है।
अडाणी ग्रुप का कोराबार पिछले 5 साल में काफी तेजी से बढ़ा है। इसके साथ शेयरों में भी जबरदस्त तेजी देखने को मिली। हालांकि, जनवरी 2023 में हिंडनबर्ग के आरोपों के बाद कंपनी के शेयरों को काफी झटका लगा था।
अडाणी ग्रुप पर लगाए थे मनी लॉन्ड्रिंग, शेयर मैनिपुलेशन जैसे आरोप
24 जनवरी 2023 को हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडाणी ग्रुप को लेकर एक रिपोर्ट पब्लिश की थी। रिपोर्ट के बाद ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली थी। हालांकि, बाद में इसमें रिकवरी आई। इस रिपोर्ट को लेकर भारतीय शेयर बाजार रेगुलेटर सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने हिंडनबर्ग को 46 पेज का कारण बताओ नोटिस भी भेजा था।
1 जुलाई 2024 को पब्लिश किए अपने एक ब्लॉग पोस्ट में हिंडनबर्ग रिसर्च ने कहा कि नोटिस में बताया गया है कि उसने नियमों उल्लंघन किया है। कंपनी ने कहा, SEBI ने आरोप लगाया है कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में पाठकों को गुमराह करने के लिए कुछ गलत बयान शामिल हैं। इसका जवाब देते हुए हिंडनबर्ग ने SEBI पर ही कई तरह के आरोप लगाए थे।
रिपोर्ट के बाद अडाणी एंटरप्राइजेज का शेयर 59% गिरा था
24 जनवरी 2023 (भारतीय समय के अनुसार 25 जनवरी) को अडाणी एंटरप्राइजेज के शेयर का प्राइस 3442 रुपए था। 25 जनवरी को ये 1.54% गिरकर 3388 रुपए पर बंद हुआ था। 27 जनवरी को शेयर के भाव 18% गिरकर 2761 रुपए पर आ गए थे। 22 फरवरी तक ये 59% गिरकर 1404 रुपए तक पहुंच गए थे। हालांकि, बाद में शेयर में रिकवरी देखने को मिली।
70 साल की उम्र में चेयरपर्सन पद छोड़ेंगे गौतम अडाणी
हाल ही में खबर आई थी कि अडाणी ग्रुप के चेयरपर्सन गौतम अडाणी ने 70 साल की उम्र में पद छोड़ने की योजना बनाई है, अभी वह 62 साल के हैं। न्यूज़ एजेंसी ब्लूमबर्ग ने एक इंटरव्यू के हवाले से बताया कि अडाणी साल 2030 की शुरुआत में कंपनी की कमान अपने बेटों व चचेरे भाइयों को सौंप सकते हैं।
यह पहली बार है जब गौतम अडाणी ने अपने उत्तराधिकारी को लेकर बात की थी। रिपोर्ट के अनुसार, अडाणी जब रिटायर होंगे तो उनके चार उत्तराधिकारी – बेटे करण और जीत, चचेरे भाई प्रणव और सागर फ्रैमिली ट्रैस्ट की तरह बेनिफिशियरी (लाभार्थी) बन जाएंगे।
अडाणी ग्रुप की शेयर मार्केट में 10 लिस्टेड कंपनियां
अडाणी ग्रुप की शेयर बाजार में 10 कंपनियां लिस्टेड हैं, जिसमें अडाणी एंटरप्राइजेज ग्रुप की प्रमुख कंपनी है। इसके साथ ही अडाणी पोर्ट्स, अडाणी ग्रीन एनर्जी, अडाणी पावर, अडाणी टोटल गैस, अडाणी एनर्जी सॉल्यूशंस, अडाणी विल्मर, अंबुजा सीमेंट, ACC और NDTV शामिल हैं।
गौतम अडाणी की नेटवर्थ ₹7.10 लाख करोड़
फोर्ब्स के अनुसार, गौतम अडाणी की नेटवर्थ 7.10 लाख करोड़ रुपए है। दुनिया के अमीरों की लिस्ट में वे 21वें नंबर पर हैं। अडाणी ग्रुप का साम्राज्य कोल ट्रेडिंग, माइनिंग, लॉजिस्टिक्स, पावर जेनरेशन और डिस्ट्रीब्यूशन तक फैला हुआ है। अडाणी ग्रुप ने सीमेंट इंडस्ट्री में भी एंट्री की है। वहीं, मुकेश अंबानी की नेटवर्थ 9.71 लाख करोड़ है, वे दुनिया के अमीरों की लिस्ट में वे 11वें नंबर पर हैं।
गौतम अडाणी से जुड़े कुछ दिलचस्प फैक्ट और उनका सफर…
डायमंड इंडस्ट्री में आजमाई किस्मत
24 जून 1962 को जन्मे कॉलेज ड्रॉपआउट गौतम अडाणी गुजरात से हैं। उन्होंने अपने भाई के प्लास्टिक बिजनेस को चलाने में मदद करने के लिए गुजरात लौटने से पहले 1980 के दशक की शुरुआत में मुंबई की डायमंड इंडस्ट्री में अपनी किस्मत आजमाई थी। इसके बाद 1988 में एक छोटी एग्री ट्रेडिंग फर्म के साथ अडाणी ग्रुप की शुरुआत की।
ये अब एक ऐसे ग्रुप में बदल गया है जो कोल ट्रेडिंग, माइनिंग, लॉजिस्टिक्स, पावर जनरेशन और डिस्ट्रीब्यूशन तक फैला हुआ है। अडाणी ग्रुप ग्रीन एनर्जी, एयरपोर्ट्स, डेटा सेंटर्स और सीमेंट इंडस्ट्री में भी है। गौतम अडाणी ने अपने ग्रुप को दुनिया का सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी प्रोड्यूसर बनाने के लिए 2030 तक कुल 70 अरब डॉलर का निवेश करने का कमिटमेंट किया है।
1996 में बनाई अडाणी फाउंडेशन
उनकी पत्नी प्रीति अडाणी के नेतृत्व में अडाणी फाउंडेशन की स्थापना 1996 में हुई थी। इसने भारत के ग्रामीण इलाकों में सोशल प्रोगाम्स पर काम किया है। अडाणी ग्रुप की वेबसाइट के अनुसार वर्तमान में ये फाउंडेशन देश के 18 राज्यों में सालाना 34 लाख लोगों के उत्थान में मदद कर रहा है। प्रीति अडाणी पेशे से डॉक्टर हैं, जिन्होंने डेंटल सर्जरी (BDS) में ग्रेजुएशन किया है।
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अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग ने कहा कि हमारी रिपोर्ट पर SEBI चेयरपर्सन माधबी बुच ने प्रतिक्रिया देते हुए कई चीजें स्वीकार की हैं, जिससे कई नए सवाल खड़े हो गए हैं।
हिंडनबर्ग ने कहा- बुच के जवाब से ये पुष्टि होती है कि उनका निवेश बरमुडा/मॉरिशस के फंड में था। ये वही फंड है जिसका इस्तेमाल गौतम अडाणी के भाई विनोद अडाणी करते थे। आरोप है कि विनोद अडाणी इन फंड्स के जरिए अपने ग्रुप के शेयरों की कीमत बढ़ाते थे।
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