लहसुन का रेट
लहसुन की दामों में एक बार फिर बढ़ोतरी देखने मिली है। बेंगलुरु के होलसेल मार्केट में लहसुन का का भाव 350 से 400 रुपये किलो चल रहा है। जबकि खुदरा और रिटेल मार्केट में इसका भाव 500 रुपये किलो के करीब पहुंच गया है। आपको बता दें, कि पिछले हफ्ते से अबतक इसका रेट करीब 60 रुपये प्रति किलो की दर से बढ़ गया है।
क्यों बढ़ रही लहसुन की कीमतें
रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल ऐसा दूसरी बार देखने मिला है, जब लहसुन का रेट होलसेल मार्केट में 400 रुपये किलो के करीब पहुंचा है। इससे पहले फरवरी के महीने में बुवाई-कटाई में देरी के चलते बाज़ार में लहसुन 400 से 500 रुपये प्रति किलो बिक रहा था। वहीं, व्यापारियों कि माने तो इस बार भीषण गर्मी के कारण नई फसल की क्वालिटी कई हद तक प्रभावित हुई है। लहसुन की बुवाई सितंबर से अक्तूबर के बीच की जाती है, जबकि मार्च महीने में इसकी कटाई होना शुरू हो जाती है। इस वर्ष मार्च माह से पड़ रही भीषण गर्मी से यूपी और गुजरात में लहसुन की फसलों को बहुत नुकसान हुआ है। बेंगलुरु में लहसुन की सप्लाई मुख्य रूप से मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान और उत्तर प्रदेश से होती है। लेकिन फ़िलहाल मानसूनी बारिश के कारण लहसुन की आपूर्ति में गिरावट आई है, जिससे कीमतें बढ़ रही हैं। ऐसे में अभी मध्य प्रदेश और राजस्थान में लहसुन का भाव देश में सप्लाई की जा रही है।
प्याज की कीमत में भी बढ़ोतरी
प्याज की आपूर्ति में कमी के कारण होलसेल मार्केट में इसकी कीमतों में 10 से 15 रुपये प्रति किलो की बढ़ोतरी हुई है। कर्नाटक में फसलों के नुकसान और महाराष्ट्र के आपूर्तिकर्ताओं द्वारा स्टॉक जमा करने को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। कर्नाटक के किसान अगस्त में प्याज की कटाई करते हैं, लेकिन इस बार बारिश के कारण कुछ फसलें खराब हो गई हैं। उम्मीद है कि सितंबर में अच्छी गुणवत्ता का प्याज बाजार में आएगा। हालांकि, बारिश के चलते धनिया और पालक जैसी हरी सब्जियों की कीमतों में भी बढ़ोतरी देखी गई है।