बहुत से लोग इस बात को लेकर भ्रमित रहते हैं, कि मास्टरबेट करने से मुंहासे निकल आते हैं। अत्यधिक सीबम उत्पादन इस त्वचा संबंधी समस्या के मुख्य कारणों में से एक है। तो चलिए जानते हैं, क्या असल में मास्टरबेशन मुंहासों का कारण बनता है।
मास्टरबेशन से कई लाभ मिलते हैं। आनंद प्रदान करने के अलावा, यह तनाव को कम करने और नींद की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद कर सकता है। इसे एक प्राकृतिक क्रिया माना जाता है, जिसे करने के दौरान एंडोर्फिन और डोपामाइन जैसे हार्मोन रिलीज होते हैं। मास्टरबेशन को हस्तमैथुन भी कहा जाता है, आपके स्वास्थ्य पर इसके कई सकारात्मक प्रभाव नजर आ सकते हैं। लेकिन यह एक आम त्वचा समस्या से भी जुड़ा हुआ है। बहुत से लोग इस बात को लेकर भ्रमित रहते हैं, कि मास्टरबेट करने से मुंहासे निकल आते हैं। अत्यधिक सीबम उत्पादन इस त्वचा संबंधी समस्या के मुख्य कारणों में से एक है। तो चलिए जानते हैं, क्या असल में मास्टरबेशन मुंहासों का कारण बनता है (does masturbation causes acne)।
पहले जानिए क्या है मास्टरबेशन?
मास्टरबेशन एक ऐसी गतिविधि है, जिस दौरान व्यक्ति यौन उत्तेजना या आनंद के लिए अपने इंटिमेट पार्ट्स को छू कर खुदको उत्तेजित करता है। जर्नल ऑफ़ सेक्स एजुकेशन एंड थेरेपी में प्रकाशित 2015 के एक अध्ययन के अनुसार, हस्तमैथुन करने वाली मैरिड महिलाओं ने अधिक सेक्सुअल प्लेजर और उच्च आत्म-सम्मान का अनुभव किया। उनकी यौन इच्छा भी बेहतर थी और वे सेक्स जीवन से अधिक संतुष्टि थी।
2019 में फ्रंटियर्स में प्रकाशित एक अन्य अध्ययन से पता चला कि जिन प्रतिभागियों ने मास्टरबेट किया, उनकी नींद की गुणवत्ता में सुधार देखने को मिला। यह आपके मूड को बेहतर बना सकता है। अप्रैल 2024 में इंटरनेशनल जर्नल ऑफ़ सेक्सुअल हेल्थ में प्रकाशित शोध के अनुसार, हस्तमैथुन और उसके परिणामस्वरूप होने वाले ओर्गास्म आपके मूड पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं (masturbation)।
क्या मास्टरबेट करने से त्वचा को कोई लाभ होता है (skin benefits of masturbation)?
हस्तमैथुन और ओर्गास्म से ऑक्सीटोसिन और एंडोर्फिन जैसे फील-गुड हार्मोन निकलते हैं, जो तनाव के स्तर को कम कर सकते हैं। सौंदर्य चिकित्सक और कॉस्मेटोलॉजिस्ट डॉ. करुणा मल्होत्रा का कहना है, “कम तनाव लेने से कोर्टिसोल के स्तर में कमी आती है, जो सूजन को कम करके अप्रत्यक्ष रूप से त्वचा को लाभ पहुंचा सकता है।” उत्तेजना और ओर्गास्म के दौरान बेहतर ब्लड सर्कुलेशन भी त्वचा को अधिक ऑक्सीजन और पोषक तत्व पहुंचा सकता है, जिससे त्वचा की प्राकृतिक चमक बढ़ जाती है।
विशेषज्ञ का कहना है, “हस्तमैथुन त्वचा की देखभाल का उपचार नहीं है, लेकिन तनाव से राहत देने वाला पहलू समग्र त्वचा स्वास्थ्य में योगदान दे सकता है।” साथ ही, ओर्गास्म के बाद नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है, वहीं स्किन रिपेयर में मदद करता है और सेल्स रिजनरेशन को बढ़ावा देता है, जिससे त्वचा स्वस्थ रहती है।
मास्टरबेशन और मुंहासे: दोनों में क्या संबंध है (does masturbation causes acne)?
मास्टरबेशन के कई संभावित लाभ हैं, लेकिन कुछ लोगों का मानना है कि यह त्वचा को नकारात्मक तरीके से प्रभावित कर सकता है। तो, क्या हस्तमैथुन और मुंहासे के बीच कोई संबंध है? लोकप्रिय मिथक के बावजूद, 2006 में पोस्टग्रेजुएट मेडिकल जर्नल में प्रकाशित शोध के अनुसार, हस्तमैथुन का मुंहासे पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
ऐसा कोई प्रत्यक्ष वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है, जो हस्तमैथुन और मुंहासे के बीच संबंध को दर्शाता हो, जो अक्सर हार्मोनल परिवर्तनों के कारण होता है।
1. हार्मोन
विशेषज्ञ कहते हैं, “कुछ लोगों को लगता है कि मास्टरबेशन और मुंहासे हार्मोन में होने वाले अस्थायी परिवर्तनों के कारण जुड़े होते हैं।” यह न्यूनतम हार्मोनल बदलाव लोगों में मुंहासे को ट्रिगर करने के लिए पर्याप्त नहीं है। 2017 में क्लीनिक इन डर्मेटोलॉजी जर्नल में प्रकाशित शोध के अनुसार, टेस्टोस्टेरोन और प्रोजेस्टेरोन जैसे सेक्स हार्मोन त्वचा को प्रभावित कर सकते हैं, और अतिरिक्त तेल उत्पादन का कारण बन सकते हैं।
2021 में बेसिक एंड क्लिनिकल एंड्रोलॉजी जर्नल में प्रकाशित शोध के अनुसार, हस्तमैथुन एंडोर्फिन, प्रोलैक्टिन, डोपामाइन और ऑक्सीटोसिन जैसे हार्मोन के स्राव को प्रभावित करता है। लेकिन इन हार्मोन का मुंहासे या तैलीय त्वचा से कोई लेना-देना नहीं है।
2. तनाव
भले ही मास्टरबेशन और मुंहासे सीधे तौर पर जुड़े नहीं हैं, लेकिन इससे जुड़े मिथक अनावश्यक तनाव पैदा कर सकते हैं, जो अप्रत्यक्ष रूप से मुंहासों को बढ़ा सकते हैं। तनाव की स्थिति में शरीर में रिलीज होने वाले हार्मोंस मुंहासे पैदा कर सकते हैं।
मुंहासे क्यों होते हैं?
मास्टरबेशन और मुंहासे के बीच कोई संबंध नहीं है। लेकिन ऐसे कई अन्य कारक हैं, जो इस सामान्य त्वचा की स्थिति का कारण बनते हैं। एक्ने बालों के रोम, ऑयल और डेड स्किन सेल्स से भर जाते हैं, जिससे पिंपल्स, व्हाइटहेड्स और ब्लैकहेड्स होते हैं।
1. अत्यधिक सीबम उत्पादन
भले ही मास्टरबेशन और मुंहासे एक दूसरे से जुड़े न हों, लेकिन त्वचा में वसामय ग्लैंड होती हैं, जो त्वचा को हाइड्रेट रखने के लिए सीबम नामक एक तैलीय पदार्थ का उत्पादन करती हैं। डॉ. मल्होत्रा कहते हैं, “सीबम का अधिक उत्पादन, जो अक्सर हार्मोनल परिवर्तनों से शुरू होता है, छिद्रों को बंद कर देता है और ऐसा वातावरण बनाता है, जहां मुंहासे पैदा करने वाले बैक्टीरिया पनप सकते हैं।”
2. हार्मोनल परिवर्तन
हार्मोन, विशेष रूप से टेस्टोस्टेरोन जैसे एंड्रोजन, सेक्स, पीरियड, प्रेगनेंसी या पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम जैसी स्थितियों के कारण बढ़ जाते हैं। विशेषज्ञ कहते हैं, “ये हार्मोनल स्पाइक्स वसामय ग्लैंड को उत्तेजित कर सकते हैं, जिससे अधिक तेल उत्पादन और त्वचा के पोर्स बंद हो जाते हैं।”
3. बैक्टीरिया
बैक्टीरिया प्रोपियोनिबैक्टीरियम एक्नेस (जिसे अब क्यूटीबैक्टीरियम एक्नेस कहा जाता है) स्वाभाविक रूप से त्वचा पर रहता है। विशेषज्ञ कहते हैं, “जब त्वचा के पोर्स बंद हो जाते हैं, तो इन जीवाणुओं की संख्या बढ़ जाती है, जिससे त्वचा में सूजन बढ़ जाता है और शरीर के विभिन्न हिस्सों पर रेडनेस, सूजन और सिस्ट बनने लगते हैं।”
4. दवाइयां
कुछ दवाएं, जैसे कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स, या विशिष्ट हार्मोनल संरचना वाली कांट्रेसेप्टिव पिल्स, शरीर में सूजन को कम करने और प्रेगनेंसी को रोकने में मदद कर सकती हैं। “लेकिन ये दवाइयां एक्ने को ट्रिगर कर सकती हैं, या इसे बढ़ा सकती हैं।”
अब जानें कैसे करना है मुंहासों का इलाज
1. टॉपिकल ट्रीटमेंट
- रेटिनोइड्स: रेटिनोइड्स को विटामिन ए से प्राप्त किया जाता है, ये बंद पोर्स को रोकने और सेल टर्नओवर को बढ़ावा देने में मदद करते हैं।
- बेंज़ोयल पेरोक्साइड: यह मुंहासे पैदा करने वाले बैक्टीरिया से लड़ते हैं, और सूजन को कम कर देते हैं। वहीं हल्के मुंहासे वाले लोगों के लिए विशेष रूप से प्रभावी होते है।
- सैलिसिलिक एसिड: एक बीटा-हाइड्रॉक्सी एसिड जो त्वचा को एक्सफोलिएट करता है और छिद्रों को खोलता है। सैलिसिलिक एसिड मुंहासों से लड़ने के लिए बनाए गए कई ओवर-द-काउंटर उत्पादों में एक आम घटक है।
- एंटीबायोटिक क्रीम: ये बैक्टीरिया और सूजन को कम करते हैं और मुंहासों को बढ़ने से रोकते हैं।
2. ओरल मेडिकेशन
- एंटीबायोटिक्स: विशेषज्ञ कहते हैं, “डॉक्सीसाइक्लिन और मिनोसाइक्लिन जैसे ओरल एंटीबायोटिक्स का उपयोग मध्यम से गंभीर मुंहासों के इलाज और बैक्टीरिया के विकास और सूजन को कम करने के लिए किया जाता है।”
- हार्मोनल थेरेपी: कांट्रेसेप्टिव पिल्स या स्पिरोनोलैक्टोन जैसे एंटी-एंड्रोजन महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन को नियंत्रित कर सकते हैं, साथ ही सीबम उत्पादन को कम कर देते हैं।
- आइसोट्रेटिनॉइन: विटामिन ए से प्राप्त यह दवा गंभीर, सिस्टिक मुंहासों के लिए उपयोग की जाती है।
3. जीवनशैली में बदलाव
नहीं, आपको मास्टरबेशन छोड़ने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि इसके और मुंहासों के बीच कोई संबंध नहीं है। लेकिन आपको त्वचा के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए ओमेगा-3 फैटी एसिड, जिंक और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर खाद्य पदार्थ खाने की ज़रूरत है। डॉ. मल्होत्रा कहते हैं, “योग, ध्यान और नियमित व्यायाम जैसी गतिविधियों में भाग लेने से कोर्टिसोल के स्तर को कम करने में मदद मिलती है, जो मुंहासों को कम करने में मदद कर सकते हैं।”
हस्तमैथुन और मुंहासों का कोई संबंध नहीं है, इसलिए इस मिथक पर विश्वास न करें। मुंहासों में हॉरमोन की भूमिका होती है, लेकिन मास्टरबेशन के दौरान निकलने वाले हॉरमोन का इस त्वचा की स्थिति से कोई संबंध नहीं है। अगर आपको लगातार मुंहासे होते हैं, तो आपको डॉक्टर से परामर्श करने की ज़रूरत है।
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