टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, कोलकाता की लालबाजार पुलिस ने इस बारे में चेतावनी भी दी है। कहा है कि पुलिस, केंद्रीय एजेंसियों और कोर्ट के नाम पर आने वाली जबरन वसूली की कॉल्स, मैसेज और ई-मेल से लोगों को सचेत रहना चाहिए। पुलिस का कहना है कि कोई भी सरकार या लॉ-एनफोर्समेंट एजेंसी बिना लिखित सूचना के कॉल या वीडियो कॉल नहीं करती।
मोहित शर्मा नाम के एक लिंक्डिन यूजर ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर वॉट्सेएप पर आई फ्रॉड कॉल का एक वीडियो शेयर किया है। यूजर ने बताया कि उनकी मां को एक फोन आया। वॉट्सऐप कॉल करने वाले ने कहा कि उनके बेटे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। कॉल करने वाले ने व्यक्तिगत जानकारी जैसे- नाम, व्यवसाय जानने की कोशिश की साथ ही भावनात्मक रूप से भी परेशान करना चाहा। मोहित के पोस्ट से लगता है कि वह इस फ्रॉड को समझ गए थे। उन्होंने लोगों से अपील की है कि हर चीज को क्रॉस चेक जरूर करें।
वीडियो में देखा जा सकता है कि पीड़ित को एक नंबर- 923121414741 से वीडियो कॉल आई है। कॉलर कहता है कि आपके बेटे का नाम राज है? जवाब हां में मिलता है तो वह बताता है कि राज को 4 और लड़कों के साथ अरेस्ट किया गया है। उसने 16 साल की लड़की से रेप किया है। इतना ही नहीं, पुलिस वाला राज को बुलाने की बात कहते हुए उससे बात कराने का दावा भी करता है। बदले में सिर्फ रोने की आवाज सुनाई देती है। कॉलर कहता है कि चार्जेज गंभीर हैं। मीडिया और डीसीपी भी आने वाले हैं। पीड़ित जब थाने की लोकेशन जानना चाहता है तो कॉलर गोलमोल जवाब देता है और यह कहते हुए कॉल काट देता है कि कल कोर्ट में मिलेंगे।
यह पहला मामला नहीं है, बीते दिनों एक महिला शिक्षक ने अपने साथ हुए वाकये को सोशल मीडिया में शेयर किया था। उन्हें भी ऐसी ही कॉल आई थी। दावा था कि उनकी बेटी को अरेस्ट कर लिया गया है, जोकि बंगलूरू में जॉब करती है। महिला का कहना था कि कॉलर ने एक लड़की से बात भी कराई, जिसकी आवाज हू-ब-हू उनकी बेटी के जैसी थी। इसके बाद कॉलर ने मामले को दबाने के लिए महिला से करीब 7 हजार रुपये हड़प लिए। जब तक वह चीजें वेरिफाई कर पाईं, आर्थिक नुकसान हो गया था।
दिलचस्प यह है कि इस तरह की वॉट्सऐप कॉल्स में फोन नंबर के साथ जो प्रोफाइल फोटो दिख रही है, वह पुलिस यूनिफॉर्म पहने शख्स की है।