Foot Care Tips in Monsoon: देश के ज्यादातर हिस्सों में मानसून दस्तक दे चुका है। मानसून में सेहत का खास ख्याल रखना जरूरी हो जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस मौसम में बीमारी और इंफेक्शन का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। बारिश के पानी के संपर्क में आने के कारण, त्वचा में इंफेक्शन हो सकता है। पैदल चलने के कारण शरीर में सबसे ज्यादा जो हिस्सा बारिश के पानी की चपेट में आता है, वह हैं आपके पैर। अगर आप बारिश के दिनों में बाहरी इलाकों में या सड़क पर पैदल चलते हैं, तो बारिश के पानी से इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। मानसून में फंगल इंफेक्शन के कारण पैरों में खुजली, जलन, रेडनेस, सूजन, तेज दर्द आदि समस्याएं हो सकती हैं। बारिश के पानी में हानिकारक फंगस और बैक्टीरिया मौजूद हो सकते हैं। इन सूक्ष्मजीवों के कारण पैरों में इंफेक्शन हो जाता है। मानसून के दिनों में, वातावरण में नमी के कारण, त्वचा का इंफेक्शन जल्दी ठीक नहीं हो पाता। ऐसे में मानसून के दिनों में पैरों को फंगल इंफेक्शन से बचाने के लिए हम आपको बताने जा रहे हैं 5 फुट केयर टिप्स। ये टिप्स, मानसून के दिनों में आपके काम आएंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
1. पैर की चोट या घाव को साफ रखें- Clean and Disinfect Leg Wounds
मानसून में पैर की चोट या घाव का खास ख्याल रखना जरूरी है। घाव वाले पैर को साबुन और पानी की मदद से रोज साफ करें। साथ ही पैर पर रोज एंटीसेप्टिक क्रीम लगाएं और घाव पर पट्टी लगाकर उसे कवर कर दें। घाव के हिस्से में सूजन या असामान्य लक्षण नजर आते ही डॉक्टर से संपर्क करें। घाव की ड्र्रेसिंग करने के लिए एक्सपर्ट की मदद लें।
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2. नाखूनों को साफ रखें- Clean Your Nails
मानसून में फंगल इंफेक्शन से बचने के लिए हाथ और पैरों के नाखूनों को साफ रखें और धूल-मिट्टी से पैरों को बचाएं। मानसून में नाखूनों को ट्रिम करते रहें। मानसून में आर्टिफिशियल नाखून और नेल पॉलिश का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। नेल पॉलिश के कारण नाखूनों में नमी रह सकती है जिससे फंगल इंफेक्शन हो सकता है।
3. पैरों को ड्राई रखने का प्रयास करें- Keep Your Feet Dry
मानसून में पैरों को फंगल इंफेक्शन से बचाना चाहते हैं, तो पैरों को ज्यादा से ज्यादा ड्राई रखने का प्रयास करें। मानसून में, बारिश के पानी से पैर अक्सर गीले हो जाते हैं। बारिश के पानी के पानी के संपर्क में आते ही इंफेक्शन हो जाता है इसलिए पैर गीले होने पर पहले साफ पानी से पैरों को साफ करें और जल्द से जल्द पैरों को सुखा लें। अगर जूते-मोजे गीले हो गए हैं, तो उसे भी बदल लें।
4. मानसून में पैरों पर लगाएं एंटीफंगल क्रीम- Use Antifungal Cream in Monsoon
मानसून के दिनों में लोग क्रीम या मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल नहीं करते। लेकिन मानसून में फंगल इंफेक्शन से बचना है, तो एंटीफंगल का इस्तेमाल जरूर करें। एंटीफंगल क्रीम लगाकर पैरों को खुजली, रैशेज, रेडनेस आदि लक्षणों से बचाया जा सकता है। एंटीफंगल क्रीम को मानसून के दौरान, शरीर के अन्य हिस्सों पर भी लगाया जा सकता है।
5. मानसून में जूतों का इस्तेमाल करें- Wear Monsoon Footwear
मानसून के दिनों में बिना चप्पल या जूते पहने, पैर जमीन पर रखने से बचना चाहिए। खासकर जब आप बाहर जा रहे हों। मानसून में कीड़े पैरों से चिपककर इंफेक्शन का कारण बन सकते हैं। मानसून के दिनों में केवल जूतों का इस्तेमाल करना चाहिए। जूतों से पैरों को पूरी सुरक्षा मिलती है और इंफेक्शन का खतरा नहीं रहता।
इन टिप्स की मदद से मानसून में आप पैरों को फंगल इंफेक्शन के खतरे से बचा सकते हैं। उम्मीद करते हैं कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। इस लेख को शेयर करना न भूलें।