सेक्स के दौरान वेजाइनल ड्राईनेस के कारण,- Sex ke dauran vaginal dryness ke karan


शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन में आने वाली गिरावट टिशूज़ में रूखेपन का कारण बनती है। इसके चलते महिलाओं को सेक्स के दौरान दर्द, तनाव और पेरीमेनोपॉज़ समेत कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

महिलाओं में वेजाइनल ड्राईनेस का बढ़ना एक सामान्य समस्या है। अधिकतर महिलाओं को सेक्स के दौरान रूखेपन का सामना करना पड़ता है। इसके चलते उन्हें दर्द और जलन की समस्या से भी दो चार होना पड़ता है। उम्र से लेकर संक्रमण और खानपान की गलत आदतें इस समस्या के बढ़ने का मुख्य कारण साबित होती है। अधिकतर लोगों का मानना है कि मेनोपॉज इस समस्या का कारण साबित होती है, मगर अन्य कई कारण इस समस्या को बढ़ा देते हैं। सबसे पहले जानते हैं सेक्स के दौरान क्यों बढ़ने लगती है वेजाइनल ड्राईनेस की समस्या (dryness during sex)।

सेक्स के दौरान ड्राईनेस के नुकसान (Side effects of vaginal dryness)

वेजाइनल ड्राईनेस बढ़ने से सेक्स के दौरान दर्द और ब्लीडिंग का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा सूखापन रहने से यीस्ट इंफे्क्शन का खतरा बना रहता है। साथ ही यूटीआई के लक्षण भी दिखने लगते है। दरअसल, शरीर में एस्ट्रोजन की उचित मात्रा ल्यूब्रिकेशन में मदद करती है।

क्यों बढ़ने लगती है वेजाइनल ड्राईनेस (Causes of vaginal dryness)

इस बारे में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ अरूणा कालरा बताती हैं कि शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन में आने वाली गिरावट टिशूज़ में रूखेपन का कारण बनती है। इसके चलते महिलाओं को सेक्स के दौरान वेजाइनल ड्राईनेस, दर्द, तनाव और पेरीमेनोपॉज़ समेत कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। साथ ही इचिंग, बर्निग सेंसेशन और बार बार यूरिन पास करने की उत्तेजना बनी रहती है। इसके अलावा एंटीहिस्टामाइन दवाएं भी इस समस्या को बढ़ा देती हैं।

vaginal dryness ke karan
बच्चे के जन्म के बाद और स्तनपान के दौरान महिलाओं के शरीर में हार्मोनल बदलाव देखने को मिलते हैं। चित्र-अडोबी स्टॉक

सेक्स के दौरान वेजाइनल ड्राईनेस के कारण (Reasons of vaginal dryness during sex)

1. हॉर्मोनल असंतुलन

बच्चे के जन्म के बाद और स्तनपान के दौरान महिलाओं के शरीर में हार्मोनल बदलाव देखने को मिलते हैं। इसके चलते योनि में सूखापन बढ़ने लगता है। ब्रेस्ट फीडिंग बंद करने के बाद शरीर में हार्मोन का स्तर सामान्य बन जाता है।

यह भी पढ़ें

2. मेनोपाॅज

उम्र बढ़ने के साथ शरीर में हार्मोनल बदलाव देखने को मिलता है। इसी के चलते शरीर में एस्ट्रोजन का उत्पादन कम होने लगता है और पीरियड साइकिल प्रभावित होती है। एस्ट्रोजन का उत्पादन बंद होने से मेनोपाॅज का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा योनि में खुजली, सूखापन और जलन की समस्या बनी रहती है।

3. तनाव का बढ़ना

लगातार तनाव में रहने से शरीर में कॉर्टिसोल और एपिनेफ्रीन जैसे हार्मोन का रिलीज़ बढ़ जाता हैं। ऐसे में योनि में ल्यूब्रिकेशन की कमी का सामना करना पड़ता है। इसके चलते सूखापन बढ़ जाता है, जो पेनफुल सेक्स और यूरिन पास करने के दौरान जलन को बढ़ा देता है।

4. केमिकल युक्त प्रोड्क्टस का इस्तेमाल

रोज़ाना योनि की क्लीजिंग के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले केमिकल युक्त प्रोड्क्टस से पीएच बैलेंस असंतुलित होने लगता है। केमिकल के संपर्क में आने से योनि का नेचुरल बैलेंस बाधित होने लगता हैं। इससे सूखापन बढ़ जाता है। कंडोम का इस्तेमाल भी सूखेपन को बढ़ाता है।

रोज़ाना योनि की क्लीजिंग के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले केमिकल युक्त प्रोड्क्टस से पीएच बैलेंस असंतुलित होने लगता है।।

5. शरीर में निर्जलीकरण का बढ़ना

शरीर में निर्जलीकरण बढ़ने से चेहरे की त्वचा के अलावा वेजाइना की स्किन में भी रूखापन बढ़ जाता है। योनि को ल्यूब्रिकेट करने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी अवश्य पीएं।

6 संवाद की कमी

प्रोफेशनल लाइफ में बढ़ने वाली व्यस्तता सेक्सुअल लाइफ को भी प्रभावित करती है। इससे कम्यूनिकेशन गैप बढ़ने लगता है जो सेक्सुअल लाइॅफ को नुकसान पहुंचाता है। तनाव से वेजाइना में सूखापन बढ़ने लगता है, जिससे सेक्स के प्रति रूचि कम होने लगती है।

7 कार्टिसोल की अधिकता

हर चक्त चिंतित रहने से शरीर में कार्टिसोल का स्तर बढ़ने लगता है, जिसके चलते पेरीमेनोपाॅजके लक्षणों कासामना करना पड़ता है। साथ ही यीस्ट इंफेक्शन बढ़ने की समस्या भी बनी रहती हैै ऐसे में बार बार एक ही बात को लेकर चिंतित रहने से बचें।

वेजाइना के रूखेपन को इस तरह से करें दूर (How to avoid dryness during sex)

1. वॉटर बेस्ड लुब्रिकेंट का करें इस्तेमाल

पेनफुल सेक्स की समस्या से बचने के लिए वॉटर बेस्ड लुब्रिकेंट बेहद कारगर साबित होते हैं। इसमें मौजूद माॅइश्चराइजिंग गुण त्वचा की नमी को बरकरार रखते है और बेक्टीरिया का खतरा कम होता है। योनि की नमी बनाए रखने के लिए ग्लिसरीन फ्री और आॅयल फ्री ल्यूब्रिकेंट का इस्तेमाल करें।

2. प्राकृतिक तेल करें प्रयोग

सूरजमुखी या नारियल के तेल जैसे प्राकृतिक तेल की मदद से वेजाइना की स्किन हेल्दी रहती है। इससे मांसपेशियों को भी मज़बूती रहती है और योनि के सूखेपन के अलावा जलन को भी कम किया जा सकता है।

कई बार प्लेजर को बढ़ाने के लिए प्राकृतिक तेल का इस्तेमाल किया जाता है। चित्र- अडोबी स्टॉक

3. फोरप्ले से मिलेगी नमी

सेक्स के दौरान बढ़ने वाले दर्द से बचने के लिए पहले फोरप्ले करना आवश्यक है। इससे न केवल सेक्सुअल एक्टीविटी को इंप्रूव किया जा सकता है बल्कि ड्राईनेसकम होने लगती है। दरअसल, वेजाइना के बार्थोलिन ग्लैंड फोरप्ले के दौरान बढ़ने वाली यौन उत्तेजना के केचलते योनि की स्किन को नम कर देती है, जिससे नमी की प्राप्ति होती है।

4. केगेल्स और स्क्वाट का करें अभ्यास

नियमित रूप से व्यायाम करने से योनि के नज़दीक मांसपेशियों का प्रवाह बढ़ने लगता है। इससे पैल्विक मसल्स के अलावा ग्लूट्स, क्वाड्रिसेप्स और कोर मसल्स को भी फायदा मिलता है।

5 एक-दूसरे से बात करना है जरूरी

शरीर में आने वाले परिवर्तनों के बारे में पार्टनर से बातचीत अवश्य करें। इससे रिश्तों में आने वाली दूरी को कम किया जा सकता है। साथ ही समस्या को सुलझाने की दिशा में कदम उठाने में मदद मिलती है।

6 तनाव को बिस्तर पर लाने से बचें

काम के प्रति बढ़ने वाला तनाव सेक्सुअल लाइफ को नुकसान पहुंचाने लगता है। ऐसे में किसी भी समस्या को वर्कप्लेस पर सुझाने का प्रयास करें। इससे रिश्तों में मधुरता बनी रहती है और सेक्सुअल लाइफ हेल्दी रहती है।




Source link

What’s your Reaction?
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
Exit mobile version