Farming Scams: धोखाधड़ी से कैसे बचें और अपने डेटा को सुरक्षित रखें


आज के डिजिटल युग में ऑनलाइन धोखाधड़ी के कई रूप सामने आ रहे हैं। उनमें से एक है फार्मिंग स्कैम। यह स्कैम इतना खतरनाक है कि इसमें यूजर्स को किसी लिंक पर क्लिक करने की जरूरत नहीं होती है। आइए जानते हैं कि यह स्कैम कैसे काम करता है और इससे कैसे बचा जा सकता है।
क्या है फार्मिंग स्कैम?
फार्मिंग स्कैम में, धोखेबाज (स्कैमर) ऐसा एक वेबसाइट तैयार करते हैं जो असली वेबसाइट के समान दिखाई देती है। जब कोई यूजर उस नकली वेबसाइट पर अपनी लॉगइन जानकारी दर्ज करता है, तो उसकी पर्सनल जानकारी स्कैमर्स के हाथ लग जाती है। इस प्रक्रिया में यूजर्स अपनी संवेदनशील जानकारी जैसे कि पासवर्ड और क्रेडिट कार्ड विवरण आसानी से दे देते हैं, जिससे स्कैमर्स को फायद मिलता है।
 
हैकर्स अक्सर डीएनएस (डोमेन नेम सिस्टम) पर निशाना साधते हैं। इसका मतलब है कि वे वेबसाइट के असली पते को बदलकर यूजर्स को एक नकली वेबसाइट पर भेजते हैं। इस प्रकार, यूजर्स सही वेबसाइट पर जाने के बजाय धोखेबाजों द्वारा बनाई गई फर्जी वेबसाइट पर पहुँच जाते हैं।

इसे भी पढ़ें: Tech Tips: बिना डेटा डिलीट किए बढ़ाएं फोन की स्टोरेज, अपनाएं ये आसान टिप्स

संदिग्ध कोड और CMS
कई बार, स्कैमर्स फार्मिंग स्कैम में संदिग्ध कोड को वेबसाइट के अंदर डालते हैं। इसके कारण, CMS (कंटेंट मैनेजमेंट सिस्टम) भी प्रभावित हो जाता है। हैकर्स वेबसाइट की सुरक्षा में सेंध लगाकर उस पर फिशिंग अटैक करते हैं, जिससे यूजर्स का डेटा चोरी हो जाता है। इसलिए, किसी भी वेबसाइट पर लॉगइन करने से पहले, यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि वह वेबसाइट असली है।
सुरक्षा उपाय: फार्मिंग स्कैम से बचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपाय अपनाने की आवश्यकता है:
 
– वेबसाइट की वेरिफिकेशन: किसी भी वेबसाइट पर लॉगइन करने से पहले, उस वेबसाइट को ध्यान से वेरिफाई करें। URL में “https://” और सही डोमेन नाम की जांच करें।
 
– एंटीवायरस सॉफ्टवेयर का उपयोग: अपने डिवाइस में हमेशा एक मजबूत एंटीवायरस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करें। यह आपको संदिग्ध गतिविधियों से बचाने में मदद करेगा।
 
– सुरक्षित ब्राउज़र का चयन: हमेशा एक सुरक्षित ब्राउज़र का उपयोग करें। यह आपके डाटा को सुरक्षित रखने में मदद कर सकता है।
 
– फिशिंग ईमेल से सावधान: यदि कोई अज्ञात व्यक्ति आपको ईमेल भेजता है और उसे खोलने के लिए प्रेशर डालता है, तो वह फिशिंग ईमेल हो सकता है। ऐसे ईमेल में अक्सर संदिग्ध लिंक होते हैं, जिन्हें खोलने से बचें।
 
– वीपीएन का उपयोग: हैकर्स के अटैक से बचने के लिए वीपीएन (वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क) का उपयोग करें। इससे आपका इंटरनेट सर्वर सुरक्षित रहेगा, साथ ही आपकी प्राइवेसी भी बची रहेगी।
 
– सार्वजनिक वाईफाई से दूरी: सार्वजनिक वाईफाई का इस्तेमाल करने से बचें। जब भी आप किसी सार्वजनिक वाईफाई नेटवर्क का उपयोग करें, तो ध्यान दें कि उस पर बैंकिंग या संवेदनशील कार्य न करें।
 
फार्मिंग स्कैम एक गंभीर खतरा है, और इसके प्रति जागरूक रहना अत्यंत आवश्यक है। यदि आप उपरोक्त सुरक्षा उपायों का पालन करते हैं, तो आप इन प्रकार के ऑनलाइन स्कैम से बच सकते हैं। हमेशा सतर्क रहें और अपनी व्यक्तिगत जानकारी की सुरक्षा सुनिश्चित करें। याद रखें, सावधानी ही सुरक्षा की कुंजी है।
– अनिमेष शर्मा



Source link

What’s your Reaction?
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
Exit mobile version