फैक्टर फंड में निवेश
स्रोत: लाइव मिंट
हाल ही में ज्यादातर भारतीयों ने फैक्टर फंड में निवेश करना शुरू कर दिया है, जो अपेक्षाकृत कम प्रसिद्ध निवेश विकल्प है, क्योंकि इस स्टॉक चयन रणनीति के बारे में जागरूकता बढ़ रही है।
- वर्ष 2023 और 2024 के दौरान इस श्रेणी में प्रबंधन के तहत परिसंपत्ति 3 गुना से अधिक बढ़ गई, जो निवेशकों की रुचि में उल्लेखनीय वृद्धि को दर्शाती है।
कारक-आधारित निवेश रणनीति:
- परिचय:
- फैक्टर निवेश के अंतर्गत परिसंपत्ति वर्गों में आकार, मूल्य, गति, विकास, कम अस्थायित्व और गुणवत्ता जैसे रिटर्न (फैक्टर) के विशिष्ट चालकों को लक्षित करना शामिल है।
- भारत में फैक्टर निवेश का विकास सेंसेक्स और निफ्टी जैसे बुनियादी सूचकांकों से अधिक विशिष्ट एकल-कारक फंडों में स्थानांतरित हो गया है, जो गुणवत्ता, मूल्य एवं गति जैसे गुणों पर ज़ोर देते हैं।
- लाभ:
- ये पोर्टफोलियो रिटर्न को बेहतर बनाने, अस्थिरता को कम करने और विविधीकरण को बढ़ाने में मदद करते हैं।
- उदाहरण:
- नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के रणनीतिक सूचकांकों में Nifty50 Value 20 और Nifty200 Momentum 30 शामिल हैं।
- प्रदर्शन:
- इन सभी ने वर्ष 2024 में बेंचमार्क Nifty 50 से काफी बेहतर प्रदर्शन किया है, Nifty 50 की 12% वृद्धि की तुलना में 15-38% के बीच रिटर्न प्राप्त किया है।
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