लोअर बॉडी एक्सरसाइज़ जहां टांगों को टोन रखती हैं, वहीं मसल्स को बिल्ड करने में मदद मिलती है। वे लोग जो पतली टांगों से परेशान हैं, उन्हें अपने वर्कआउट रूटीन में कुछ खास एक्सरसाइज़ को शामिल करना चाहिए
शरीर को संतुलित और फिट रखने के लिए हेल्दी बॉडी वेट को मेंटेन रखना आवश्यक है। जहां कुछ लोग टांगों को टोन रखने के लिए एक्सरसाइज़ की मदद लेते हैं, तो कुछ लोग अपनी स्किनी लेग्स से खुश नहीं होते। हालांकि हर शरीर सुंदर होता है, पर उसे स्वस्थ बनाए रखने के लिए हम सभी को नियमित व्यायाम करना जरूरी होता है। दरअसल, लोअर बॉडी एक्सरसाइज़ जहां टांगों को टोन रखती हैं, वहीं इससे मसल्स को बिल्ड करने में भी मदद मिलती है। वे लोग जो पतली और स्किनी लेग्स से परेशान हैं, उन्हें अपने वर्कआउट रूटीन में कुछ खास एक्सरसाइज़ (Exercise for skinny legs) को अवश्य शामिल करना चाहिए।
जानिए क्यों जरूरी है आपका रेगुलर एक्सरसाइज करना
लाइफस्टाइल कोच पूजा मलिक कहती हैं, नियमित रूप से वर्कआउट रूटीन में स्ट्रेंथ ट्रेनिंग को शामिल करने से बोन डेंसिटी में सुधार होता है और मसल्स बिल्ड होने में मदद मिलती है। इसके अलावा रोज़ाना वेट ट्रेनिंग करने से स्किनी लेग्स को भी सुडौल बनाया जा सकता है। अगर आप बहुत ज्यादा पतली हैं, तो एक्सारइज के साथ-साथ आपको प्रोटीन रिच डाइट भी जरूर लेनी चाहिए।
टांगों का पतलापन बॉडी टाइप और जेनेटिक्स पर निर्भर करता है। ब्रिटिश मेडिकल जर्नल के अनुसार हाई थाई सर्कमफ्रेंस पुरुषों और महिलाओं दोनों में हृदय रोग की संभावना को कम करने में मदद करते हैं। जबकि स्किनी लेग्स दिल की बीमारियों का जोखिम बढ़ा सकती हैं।
पतली टांगों को सुडौल बनाने के लिए वर्कआउट रुटीन में शामिल करें ये 5 एक्सरसाइज
1. स्क्वैट्स से बॉडी शेप में लाएं सुधार (Squats)
नियमित रूप से स्क्वैट्स का अभ्यास करने से मसल्स गेन में मदद मिलती है। इसके अलावा शरीर एक्टिव रहता है। स्क्वैट्स को रोज़ाना करने से पोश्चर में सुधार आने लगता है और हिप्स की शेप बेहतर बनती है। इसके अलावा थाइज़ की क्वाड मसल्स को बिल्ड करने में मदद मिलती है।
स्क्वैट्स के लिए इन स्टेप्स को करें फॉलो
इसे करने के लिए मैट पर सीधे खड़े हो जाएं और दोनों पैरों के मध्य एक कदम की दूरी बनाकर रखें।
हाथों को कमर पर टिकाकर घुटनों को मोड़ें और फिर सीधा खड़े हो जाएं। इस दौरान सांस पर नियंत्रण बनाए रखें।
नीच झुकने के बाद धीरे धीरे उपर की ओर उठें और फिर घुटनों को माड़ लें। इसे करने से पेट की मांसपेशियों में खिंचाव महसूस होता है।
2 से 3 सेट्स में 20 बार इसका अभ्यास करने से टांगों की मांसपेशियों में संतुलन बढ़ने लगता है।
2. काफ रेज़िज से मिलेगी मसल्स को स्ट्रेंथ (Calf raises)
इस एक्सरसाइज़ को करने से काफ मसल्स को फायदा मिलता है। इसके अलावा शरीर में लचीलापन बढ़ने लगता है और मसल्स को स्ट्रेंथ की प्राप्ति होती है। वे लोग जो बैली फैट से परेशान हैं, उनके लिए भी ये एक्सरसाइज़ बेहद फायदेमंद है।
जानें इसे करने की विधि
इसे करने के लिए मैट पर या किसी उंचाई पर खड़े हो जाएं और रीढ़ की हड्डी को एकदम सीधा कर लें।
अब दोनों हाथों को कमर पर रख लें और गहरी सांस लें। अब एड़ियों को उपर करें और फिर नीचे लेकर आएं।
शारीरिक क्षमता के अनुरूप इस एक्सरसाइज़ का नियमित अभ्यास करें। पैरों को उपर उठाते वक्त उंगलियों पर खड़े हो जाएं।
इसके नियमित अभ्यास से काफ मसल्स को बल्कअप करने में मदद मिलती है और लोअर लेग्स मज़बूत हो जाती हैं।
3. फॉरवर्ड लंजेस (Forward lunges)
शरीर की मांसपेशियों को हेल्दी बनाए रखने के अलावा शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को नियमित बनाए रखने के लिए लंजेस बेहद फायदेमंद है। इससे शरीर के पोश्चर में सुधार आने लगता है और स्किनी लेग्स को हेल्दी बनाए रखने में मदद मिलती है।
जानें इसे करने की विधि
शरीर को संतुलित रखने के लिए मैट पर सीधे खड़े हो जाएं। अब दोनों हाथों को कमर पर टिकाकर पीठ सीधी कर लें।
इसके लिए दाएं पैर को आगे बढ़ाकर घुटने को मोड़ते हुए नीचे की ओर झुकें। फिर धीरे धीरे सीधे खड़े हों।
अब बाएं पैर को आगे बढ़ाकर घुटना मोड़े और फिर नीचे की ओर झुक जाएं और सीधे खड़े हो।
दिन में 2 बार इस एक्सरसाइज़ को करने से शरीर का लचीलापन बना रहता है और हैमस्ट्रिंग मसल्स मज़बूत बनते हैं।
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