इमोशनल फ्रीडम तकनीक की मदद से घटता है तनाव, जानें इसकी प्रक्र‍िया | emotional freedom technique benefits for mental health in hindi


Emotional Freedom Technique: आज के समय में तनाव हमारे जीवन का ह‍िस्‍सा बनता जा रहा है। हर 5 में से एक व्‍यक्‍त‍ि ड‍िप्रेशन का श‍िकार है और हर 3 में से 2 व्‍यक्‍त‍ियों को तनाव रहता है। व्‍यस्‍त द‍िनचर्या और खराब लाइफस्‍टाइल का असर मानस‍िक सेहत पर पड़ता है। तनाव के कारण द‍िमाग शांत नहीं रहता और काम में मन नहीं लगता। तनाव से घ‍िरा व्‍यक्‍त‍ि अक्‍सर बीमार रहता है। तनाव को कम करने के ल‍िए कई थेरेपी मौजूद है लेक‍िन आज हम ज‍िस तकनीक के बारे में बात करने जा रहे हैं, उसे आप घर पर भी ट्राई कर सकते हैं। इसका नाम है इमोशनल फ्रीडम तकनीक। ईएफटी EFT (Emotional Freedom Technique) की मदद से तनाव, च‍िंता, डर और शोक को कम क‍िया जा सकता है। यह तकनीक हाथों की उंंगल‍ि‍यों को शरीर के कुछ व‍िशेष अंगों पर टैप करके काम करती है। आगे जानेंगे इसके फायदे और ईएफटी की पूरी प्रक्र‍िया। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के बोधिट्री इंडिया सेंटर की काउन्‍सलिंग साइकोलॉज‍िस्‍ट डॉ नेहा आनंद से बात की। 

ईएफटी तकनीक के फायदे- Emotional Freedom Technique Benefits 

  • ईएफटी तकनीक एक पेनलेस मेथड है ज‍िसकी मदद से तनाव कम क‍िया जा सकता है।
  • इमोशनल फ्रीडम तकनीक की मदद से एंग्‍जाइटी और स्‍ट्रेस को कम क‍िया जा सकता है।
  • इस तकनीक की मदद से डर या क‍िसी चीज के प्रत‍ि भय को कम क‍िया जा सकता है।
  • इस तकनीक को करने से फोकस और ध्‍यान बढ़ता है।
  • इमोशनल फ्रीडम तकनीक की मदद से नर्वस स‍िस्‍टम को कंट्रोल करने में मदद म‍िलती है और मन शांत होता है। 

इसे भी पढ़ें- क्या बिना थेरेपी लिए सुधारा जा सकता है मानसिक स्वास्थ्य? जानें इसे बेहतर बनाने के तरीके

ईएफटी तकनीक की प्रक्र‍िया- Emotional Freedom Technique Procedure

  • ईएफटी तकनीक को प्रैक्‍ट‍िस करने के ल‍िए पहले ऐसी चीज के बारे में सोचें, जो आपको परेशान कर रही है। यह कुछ भी हो सकता है जैसे काम का तनाव या कोई पुराना बुरा अनुभव आद‍ि। 
  • 0 से 10 तक रेट करें क‍ि वह चीज आपको क‍ितना परेशान कर रही है ज‍िसमें 10 का मतलब सबसे ज्‍यादा होता है। 
  • इसके बाद इस परेशानी के बारे में ल‍िख लें क‍ि वह समस्‍या आपको क‍िस तरह परेशान कर रही है।     
  • इसके बाद खुद से कहें क‍ि आप वर्तमान समय में कैसा महसूस कर रहे हैं और आगे भव‍िष्‍य में कैसा महसूस करना चाहते हैं। 
  • इस वाक्‍य को कहते समय प्रेशर प्‍वॉइंट पर टैप करें। 
  • प्रेशर प्‍वॉइंट्स जैसे- हाथ का साइड, आईब्रो का एज, आंख का बाहरी ह‍िस्‍सा, नाक के नीचे, च‍िन और होंठ के बीच में, हाथों पर, स‍िर के ऊपर और हाथ के आउटर एज पर।
  • इसके बाद नोट करें क‍ि इन प्रेशर ब‍िन्‍दुओं पर टैप करने के बाद आप कैसा महसूस कर रहे हैं और उसे 0 से 10 के बीच रेट करें। 
  • आप इस प्रैक्‍ट‍िस को अनग‍िनत बार ट्राई कर सकते हैं।

image credit: experiencelife, thehealthymaven.com

Read Next

ओवर कॉन्फिडेंस पहुंचा सकता है मेंटल हेल्थ को नुकसान, एक्सपर्ट से जानें कैसे?

Disclaimer

इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।



Source link

What’s your Reaction?
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
Exit mobile version