सोयाबीन की खेती में सफलता पाने के लिए विशेषज्ञों का मंत्र
सोयाबीन की अच्छी पैदावार के लिए किसानों को सही सलाह का पालन करना चाहिए। सही समय पर सही कदम उठाने से फसल की गुणवत्ता और उत्पादन में वृद्धि हो सकती है। सोयाबीन किसानों के लिए कुछ महत्वपूर्ण और उपयोगी सुझाव देंगे जिससे वे अपनी फसल को बेहतर तरीके से उगा सकें।
कीटनाशक, हर्बिसाइड और फफूंदनाशक का छिड़काव करते समय सही मात्रा में पानी का उपयोग करना महत्वपूर्ण है (450 लीटर/हेक्टेयर बैकपैक स्प्रेयर के लिए या 120 लीटर/हेक्टेयर पावर स्प्रेयर के लिए)। कीटनाशक स्प्रेयर के लिए कोन नोजल तथा हर्बिसाइड स्प्रेयर के लिए फ्लड जेट/फ्लैट फैन नोजल का उपयोग करें।
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सोयाबीन के लिए भारत सरकार कीटनाशक बोर्ड द्वारा जारी सूची में शामिल नही रसायनों का उपयोग नहीं करना चाहिए। ICAR-IISR द्वारा अनुशंसित या परीक्षण न किए गए किसी भी कीटनाशक/हर्बिसाइड संयोजन का उपयोग करने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे फसल को नुकसान हो सकता है। पीली चिपचिपी जाल का उपयोग पीला मोजेक रोग के वाहक सफेद मक्खी को आकर्षित करने के लिए विभिन्न जगहों पर किया जा सकता है।
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पत्तियों को खाने वाले कीट,पक्षी आदि के लिए विभिन्न जगहों पर पक्षी बैठने की व्यवस्था बनानी चाहिए। तंबाकू कैटरपिलर व चना पॉड बोरर के प्रबंधन के लिए कीट-विशिष्ट फेरोमोन जाल और NPV 250 LE/हेक्टेयर का उपयोग किया जा सकता है। जैविक सोयाबीन उत्पादन के लिए बासिलस थुरिंजियेंसिस, ब्यूवेरिया बैसियाना या नोमूरिया रिलेई @ 1 लीटर/हेक्टेयर का उपयोग करने की सलाह दी जाती है।