प्रकृति का नियम है कि जब कोई वस्तु असीमित हो जाती है तो वह समस्या का कारण बन जाती है. ई-रिक्शा के मामले में स्थिति कुछ इसी तरह दिखाई पड़ रही है. शहर में कदम-कदम पर दिख रहे ई-रिक्शा जाम का कारण बन रहे हैं. जिस तरह तालाब में जलकुंभी फैल जाने से उन्हें निकालना मुश्किल हो जाता है उसी तरह यातायात व्यवस्था सुचारू कराने में ई-रिक्शा बड़ी समस्या बन गए हैं. इनकी आयु सीमा निर्धारित होने और रोड टैक्स लगाने की चल रही तैयारी इनकी संख्या कम हो सकती है.
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