Ether में लगभग 1.35 प्रतिशत की तेजी थी। इसका प्राइस इंटरनेशनल एक्सचेंजों पर लगभग 3,576 डॉलर और भारतीय एक्चेंजों पर 3,130 डॉलर का था। इसके अलावा Binance Coin, Solana, Ripple और Cardano के प्राइस घटे हैं। तेजी वाली क्रिप्टोकरेंसीज में Tron, Chainlink, Polygon, Near Protocol, Litecoin, Stellar और Cronos शामिल थे। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन 0.17 प्रतिशत घटकर लगभग 2.38 लाख करोड़ डॉलर पर था।
क्रिप्टो ऐप CoinSwitch के मार्केट्स डेस्क ने Gadgets360 को बताया, “बिटकॉइन का प्राइस बहुत कम रेंज में कंसॉलिडेट हुआ है। बिटकॉइन का एक्सचेंज रिजर्व तीन वर्ष के निचले स्तर पर पहुंच गया है। इसका मतलब है कि सप्लाई को लेकर झटका लग सकता है क्योंकि बिटकॉइन ETF की अधिक डिमांड है।” क्रिप्टो एक्सचेंज WazirX के वाइस प्रेसिडेंट, Rajagopal Menon ने कहा, “ENS और LDO सहित Ethereum बेस्ड टोकन्स में मजबूती आ रही है। इससे शॉर्ट-टर्म में तेजी की संभावना का संकेत मिल रहा है।”
देश में क्रिप्टो को लेकर केंद्र सरकार का कड़ा रुख बरकरार रह सकता है। नए मंत्रिमंडल में Nirmala Sitharaman दोबारा फाइनेंस मिनिस्टर के तौर पर शामिल हैं। सीतारमण ने फाइनेंस मिनिस्ट्री की 2019 में पहली बार कमान संभाली थी। क्रिप्टो सेगमेंट से जुड़ी कम्युनिटी की सीतारमण की फाइनेंस मिनिस्टर के तौर पर दोबारा नियुक्ति पर मिश्रित प्रतिक्रिया है। क्रिप्टो ट्रांजैक्शंस से मिलने वाले प्रॉफिट पर 30 प्रतिशत का टैक्स लागू है। इसके अलावा वर्चुअल डिजिटल एसेट्स (VDA) के ट्रांसफर पर एक प्रतिशत का टैक्स डिडक्टेड ऐट सोर्स (TDS) लगता है। क्रिप्टो से जुड़े स्टेकहोल्डर्स को इस सेगमेंट के लिए टैक्स कानूनों में सीतारमण की ओर से संशोधन किए जाने का इंतजार था। हालांकि, इस वर्ष की शुरुआत में सीतारमण ने अंतरिम बजट में इस सेगमेंट के लिए टैक्स में किसी छूट की घोषणा नहीं की थी। सीतारमण के दोबारा फाइनेंस मिनिस्टर बनने से क्रिप्टो से जुड़ी कम्युनिटी को आशंका है कि डिजिटल एसेट्स के लिए टैक्स में कोई सुधार नहीं होंगे।