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Home Remedies To Naturally Lower Creatinine Levels In Hindi: क्रिएटिनिन एक तरह का वेस्ट प्रोडक्ट होता है, जो कि हमारे खून और यूरिन में मौजूद होता है। क्रिएटिनिन का स्तर बैलेंस्ड रहना चाहिए। अगर किसी वजह से क्रिएटिनिन का स्तर बढ़ जाए, तो इसकी वजह से किडनी को सही तरह से काम करने में दिक्कत आती है। यही नहीं, क्रिएटिनिन का स्तर बढ़ने पर व्यक्ति को कई स्वास्थ्य समस्याएं होने लगती हैं, जैसे थकान, भूख न लगना, खाने का स्वाद न आना, चक्कर आना और मांसपेशियों में दिक्कत होना। अगर आप चाहते हैं कि आपको इस तरह की परेशानियां न हों, तो जरूरी है कि आप बढ़े हुए क्रिएटिनिन के स्तर को बैलेंस्ड करके रखें। सवाल है, ऐसा कैसे किया जा सकता है? इसके लिए, हम आपको बता रहे हैं कुछ घरेलू उपाय। इनकी मदद से बढ़े हुए क्रिएटिनिन के स्तर को कम करने में मदद मिलेगी।
क्रिएटिनिन का स्तर कम करने के घरेलू उपाय- Home Remedies To Naturally Lower Creatinine Levels In Hindi
फाइबर का सेवन बढ़ाएं
वैसे तो अभी तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि फाइबर के कारण क्रिएटिनिन का स्तर प्रभावित होता है या नहीं। लेकिन, अब तक हुए कुछ अध्ययनों से यह स्पष्ट होता है कि जिन लोगों को किडनी से जुड़ी प्रॉब्लम है, अगर वे फाइबर का इनटेक बढ़ा देते हैं, तो इससे बढ़े हुए क्रिएटिनिन के स्तर में गिरवट आने की संभावना बढ़ जाती है। हेल्थलाइन वेबसाइट में प्रकाशित लेख से इस बात की पुष्टि हुई है। फइाबर के लिए आप फल, सब्जी, साबुत अनाज और दालों को अपनी डाइट का हिस्सा बना सकते हैं।
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नमक का सेवन कम करें
बढ़े हुए क्रिएटिनिन का स्तर कम करने के लिए बहुत जरूरी है कि आप अपनी डाइट में नमक की मात्रा कम कर दें। वैसे भी अपको यह पता होगा कि नमक का सेवन अधिक मात्रा में नहीं किया जाना चाहिए। इससे स्वास्थ्य को कई तरह के नुकसान हो सकते हैं। नमक में सोडियम होता है। सोडियम का अधिक सेवन करने से डायरिया, उल्टी होने जैसी कई बीमारियां हो सकती हैं। आमतौर पर प्रोसेस्ड फूड में अधिक नमक होता है। इनमें काफी ज्यादा मात्रा में सोडियम के साथ-साथ फोस्फोरस भी होता है। यह स्वास्थ्य के लिए सही नहीं है।
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प्रोटीन का सेवन कम करें
अगर कोई जरूरत से ज्यादा प्रोटीन का सेवन करता है, तो इससे उनके स्वास्थ्य को नुकसान हो सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि अधिक मात्रा में प्रोटीन का सेवन करने से क्रिएटिनिन का स्तर बढ़ सकता है। हालांकि, ऐसा स्थाई रूप में हो यह जरूरी नहीं है। खासकर, अगर कोई नियमित रूप से रेड मीट खाता है, तो ऐसे में क्रिएटिनिन का स्तर प्रभावित हो सकता है। यह स्वास्थ्य के लिए सही नहीं है। अगर आपकी डाइट में नॉन-वेज ज्यादा है, तो बेहतर होगा कि इसे सीमित करें। इसके बजाय, फल और सब्जियों को डाइट का हिस्सा बनाएं।
शराब का सेवन न करें
यह बात हम सभी जानते हैं कि शराब स्वास्थ्य के लिए बहुत ही ज्यादा खतरनाक है। अगर कोई बहुत ज्यादा शराब पीता है, तो इससे लिवर और किडनी पर बुरा असर पड़ सकता है। यही नहीं, शराब की वजह से हाई ब्लड प्रेशर जैसी स्वास्थ्य की समस्या भी हो सकती है। ऐसे में क्रिएटिनिन के स्तर में बदलाव हो सकता है। इसे रोकने के लिए जरूरी है कि आप शराब या किसी भी नशीले पदार्थ का सेवन न करें।
क्रिएटिनिन सप्लीमेंट लेने से बचें
क्रिएटिन एक तरह का नेचुरल कंपाउंड है, जो कि लिवर में प्रोड्यूस होता है। मांसपेशियां इसे एनर्जी के रूप में इस्तेमाल करती हैं। जब क्रिएटिन को एनर्जी के रूप में यूज किया जाता है, तब यह क्रिएटिनिन में बदल जाता है, जो कि मेटाबॉलिक बाईप्रोडक्ट है। क्रिएटिनिन, सप्लीमेंट के रूप में भी एवेलेबल है। इसे एथेलेटिक परफॉर्मेंस को बढ़ाने के लिए लिया जाता है। लेकिन, जिन लोगों में क्रिएटिनिन का स्तर बढ़ा हुआ है, उन्हें क्रिएटिनिन सप्लीमेंट नहीं लेना चाहिए। इससे उनकी हेल्थ को बुरा नुकसान हो सकता है।
All Image Credit: Freepik
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