तस्वीर के बारे में नासा का कहना है कि इसका निर्माण सूर्य जैसे पुराने तारों ने किया है। पहले दो तारे एक दूसरे की परिक्रमा करते रहे। फिर एक तारे का विस्तार हुआ और उसने अपने साथी तारे को घेर लिया। हालांकि छोटा तारा अपने साथी तारे की परिक्रमा करता रहा।
इस तरह नेकलेस नेबुला का निर्माण हुआ। नासा का कहना है कि तारो, गैसों की यह जुगलबंदी किसी हार की तरह दिखाई देती है। 13 मार्च को पोस्ट की गई तस्वीर को अबतक 70 हजार से ज्यादा लाइक मिल गए हैं। कमेंट भी खूब किए जा रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, यह वाकई सुंदर है। लोग इस तस्वीर को हैरानी भरी निगाहों से देख रहे हैं।
अंतरिक्ष में ऐसी बहुत चीजें हैं, जो धीरे-धीरे सामने आ रही हैं। नासा इन पर नजर बनाए रखती है। बीते दिनों Nasa के पर्सवेरेंस रोवर (Perseverance rover) ने लाल ग्रह के चंद्रमा ‘फोबोस’ (Phobos) को सूर्य के सामने से गुजरते हुए कैप्चर कर लिया। यानी वह मंगल ग्रह पर सूर्य ग्रहण वाली स्थिति थी।
फोबोस की खोज साल 1877 में अमेरिकी खगोलशास्त्री आसफ हॉल ने की थी। यह एस्टरॉयड के साइज का चंद्रमा है, जो मंगल ग्रह की सतह से कुछ हजार किलोमीटर ऊपर उसकी परिक्रमा करता है। ऐसा कहा जाता है कि यह मंगल ग्रह पर ही टूटकर गिरता रहता है और लाल ग्रह के गुरुत्वाकर्षण की वजह से एक दिन पूरा टूट जाएगा।
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