मिशन मौसम के तहत क्लाउड चैंबर
स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस
भारत मिशन मौसम के एक भाग के रूप में भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (India Meteorological Department), पुणे में एक क्लाउड चैंबर स्थापित करने की योजना बना रहा है।
- इससे बादलों के निर्माण और प्रकृति का विस्तृत अध्ययन संभव हो सकेगा, जो विशेष रूप से भारतीय मानसून की स्थितियों के लिये प्रासंगिक होगा।
- क्लाउड चैंबर एक बंद बेलनाकार ड्रम है जिसमें जल वाष्प और एरोसोल को इंजेक्ट किया जाता है।
- नियंत्रित आर्द्रता और तापमान के अंतर्गत यह कक्ष वैज्ञानिकों को क्लाउड सीडिंग का अध्ययन करने की अनुमति प्रदान करता है जो बादल की बूंदों और बर्फ कणों में योगदान करते हैं।
- भारत के क्लाउड चैंबर में संवहन गुण व्याप्त होंगे, जिससे भारतीय मौसम प्रणालियों को सामान्य रूप से प्रभावित करने वाली स्थितियों के तहत क्लाउड भौतिकी की बेहतर समझ प्राप्त होगी।
- भारत को, विशेष रूप से क्लाउड एरोसोल इंटरेक्शन एंड पार्टिसिपेशन एनहांसमेंट एक्सपेरिमेंट (CAIPEEX ) के माध्यम से क्लाउड सीडिंग का पूर्व अनुभव प्राप्त है।
- CAIPEEX ने दर्शाया है कि कुछ स्थानों पर वर्षा में औसतन 46% (±13%) तक की वृद्धि हो सकती है, तथा वृष्टिछाया क्षेत्र में 100 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में लगभग 18% (±2.6%) की वृद्धि हो सकती है।
- मिशन मौसम का उद्देश्य भारत में मौसम पूर्वानुमान को बेहतर बनाना और विशिष्ट मौसम संबंधी घटनाओं का प्रबंधन करना है, जैसे वर्षा, ओलावृष्टि, कोहरा और बिजली गिरना आदि को बढ़ाना या कम करना।
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