पंडित विनोद गौतम ने बताया पंचांग की गणना के अनुसार चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि इस बार मंगलवार को रेवती नक्षत्र उपरांत अश्विनी नक्षत्र, वैधृति योग किस्तुघ्न करण और मीन उपरांत मेष राशि के चंद्रमा की साक्षी में आ रही है।
By Brajendra verma
Publish Date: Mon, 08 Apr 2024 08:47 AM (IST)
Updated Date: Mon, 08 Apr 2024 08:47 AM (IST)
HighLights
- 9 अप्रेल से हिंदू नववर्ष की शुरुआत
- नौ दिनों में रवि, सर्वार्थ सिद्धि और अमृत सिद्धि योग आने वाले हैं
- पंचमी पर गुरु आदित्य योग 13 अप्रैल को सूर्य का मेष राशि में
Chaitra Navratri 2024: नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। भोपाल। चैत्र नवरात्रि इस बार कई योग में आ रही है। यह पांच गुना फल देने वाली है। नौ दिनों में रवि, सर्वार्थ सिद्धि और अमृत सिद्धि योग आने वाले हैं। 9 अप्रेल से हिंदू नववर्ष की शुरुआत के साथ ही नवरात्र में नौ दिन माता की आराधना की शुरुआत होगी।
पंडित विनोद गौतम ने बताया पंचांग की गणना के अनुसार चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि इस बार मंगलवार को रेवती नक्षत्र उपरांत अश्विनी नक्षत्र, वैधृति योग किस्तुघ्न करण और मीन उपरांत मेष राशि के चंद्रमा की साक्षी में आ रही है। सूर्योदय के समय रेवती नक्षत्र संयुक्त रहेगा। मंगलवार को अश्विनी नक्षत्र होने से अमृत सिद्धि योग में चैत्र नवरात्र आरंभ हो रहा है। शास्त्रीय गणना के अनुसार अमृत सिद्धि योग में नवरात्र का आरंभ शुभ फल देने वाला है। चैत्र नवरात्र को बड़ी नवरात्र मानी जाती है क्योंकि चैत्र नवरात्र अर्थात चैत्र शुक्ल प्रतिपदा सृष्टि का आरंभ दिन माना गया है। इसी दिन सृष्टि का आरंभ हुआ था। पंचमी पर गुरु आदित्य योग 13 अप्रैल को सूर्य का मेष राशि में रात्रिकाल में प्रवेश होगा। सूर्य के मेष राशि में प्रवेश होते ही पहले से उपस्थित बृहस्पति के साथ सूर्य का गुरु से युति संबंध होगा। इसे गुरु आदित्य योग के नाम से भी जाना जाता है। इससे योग, धर्म, अध्यात्म, संस्कृति के प्रति लोगों का रुझान बढ़ाएगा। रेवती उपरांत अश्विनी नक्षत्र में इस बार सूर्य का उदय होगा। यह पांच गुना शुभ फल प्रदान करने वाला बताया जाता है। विधि-विधान से उपासना करने से परिवार में सुख-शांति मिलेगी।