मायोसाइटिस एक ऐसी बीमारी है जिसमें व्यक्ति इम्यून सिस्टम उनकी मांसपेशियों को डैमेज करती है। इसमें व्यक्ति के शरीर में सूजन आ सकती है। यह सूजन व्यक्ति की मांसपेशियों को लगातार कमजोर करती है। इसकी वजह से व्यक्ति को रोजाना के काम करने में भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस समस्या में मांसपेशियों में दर्द होने लगता है। मायोसाइटिस मायोपैथी का ही एक प्रकार है। मायोपैथी हड़्डियों से जुड़ी बीमारियों को कहा जाता है। मायोसाइटिस आमतौर पर उन मांसपेशियों को प्रभावित करता है जिनका उपयोग आप हिलने-डुलने के लिए करते हैं। इसमें हाथ, कंधे, पैर, कूल्हे, रीढ़ की हड्डी मुख्य रूप से प्रभावित होती है। डॉक्टर्स मायोसाइटिस के सही कारण और इलाज को जानने के लिए रिसर्च कर रहे हैं। फिलहाल इसके लक्षणों को कम करके मरीज की दिक्कतों को कम किया जा सकता है। फिलहाल यशोदा अस्पताल के इंटरनल मेडिसिन सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर एस के सिंह से जानते हैं कि मायोसाइटिस के होने के पीछे क्या कारक (Causes Of Myositis) हो सकते हैं और इसको कैसे कम किया जा सकता है?
मायोसाइटिस के कारण – Causes Of Myositis In Hindi
विशेषज्ञ निश्चित रूप से नहीं जानते कि मायोसाइटिस किस कारण से होता है। यह रोग कभी-कभी अन्य स्वास्थ्य स्थितियों से शुरू होता है। मायोसाइटिस एक ऑटोइम्यून बीमारी है। ऑटोइम्यून रोग आपके प्रतिरक्षा तंत्र द्वारा आपके शरीर की सुरक्षा करने के बजाय गलती से आपके शरीर को डैमेज करने की वजह बनता है। यह स्पष्ट नहीं है कि आपका प्रतिरक्षा तंत्र ऐसा क्यों करता है। अन्य ऑटोइम्यून बीमारियों वाले कुछ लोगों में मायोसाइटिस होने की अधिक संभावना अधिक होती है। इसमें ल्यूपस, रुमेटीइड अर्थराइटिस, स्क्लेरोडर्मा आदि की समस्या हो सकती है। जबकि, कुछ लोगों को वायरल संक्रमण होने के बाद मायोसाइटिस हो जाता है।
मायोसाइटिस का इलाज कैसे किया जाता है? – Treatment Of Myositis In Hindi
मायोसाइटिस का कोई इलाज उपलब्ध नहीं है। इस वजह से डॉक्टर मरीज के लक्षणों का इलाज करते हैं। ऐसे में मरीज की रोजमर्रा की लाइफ पर इसका प्रभाव कम किया जाता है। मरीज को दवाएं तब तक दी जाती है, जब तक उसके लक्षणों में आराम नहीं मिलता है। मायोसिटिस के लिए कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स (Corticosteroids), इम्यूनोसप्रेसेंट्स (Immunosuppressants) और इंट्रावेनेस इम्यूनॉग्लोबूलिन (Intravenous immunoglobulin) दी जाती है। इसके अलावा, फिजियोथेरेपिस्ट आपकी प्रभावित मांसपेशियों को लचीला और मजबूत रखने के लिए आपको स्ट्रेच और व्यायाम करने की सलाह देते हैं। यह दर्द और अकड़न को कम करने में मदद कर सकता है।
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Causes Of Myositis In Hindi: हड्डियों से जुड़ी समस्या को दूर करने के लिए आप नियमित रूप से लाइफस्टाइल और डाइट में बदलाव कर सकते हैं। एक्सरसाइज से हड्डियों और जोड़ों की अकड़न को दूर करने और मूवमेंट को सुधारने में मदद मिलती है। इस समस्या को आप अनदेखा न करें, किसी भी तरह के लक्षण दिखाई देने पर आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।