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शहर में बंदर, कुत्ता, सियार और रैबीज फैलाने वाले जानवरों का आतंक बढ़ता जा रहा है. ये जानवर लोगों के लिए मुसीबत बनते जा रहे हैं. ये बात हम नहीं बल्कि जिला अस्पताल आने वाले आंकड़े बता रहे हैं. हॉस्पिटल में एंटी रैबीज वैक्सीन लगवाने वाले आने वालों के आंकड़ों पर गौर करें तो एक माह में दस हजार से अधिक डॉग बाइट के केसेस पहुंच रहे हैं जबकि दूसरे नम्बर पर सबसे अधिक मंकी बाईट, तीसरे नम्बर पर कैट और चौथे नम्बर पर अदर बाईट के केसेस पहुंच रहे हैं. इसमें भी खतरनाक स्थित ये हैं कि बड़ी संख्या में लोग एआरवी की पूरी वैक्सीन तक लगवाने नहीं पहुंच रहे हैं. लेकिन इसके बाद भी जिम्मेदार इस तरफ ध्यान नहीं दे रहे हैं.
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